प्रतिष्ठित ब्रांड आइनॉक्ससीवीए के प्रवर्तक, आइनॉक्स इंडिया लिमिटेड (“कंपनी”) – जो औद्योगिक गैस क्षेत्र की एक प्रमुख कंपनी है – ने अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (“डीआरएचपी“) बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (“सेबी“) के पास दाखिल किया है।
कंपनी की योजना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के माध्यम से धन जुटाने की है, जिसमें प्रवर्तक विक्रेता शेयरधारक और अन्य विक्रेता शेयरधारक द्वारा 2,21,10,955 इक्विटी शेयरों (₹2 का अंकित मूल्य) तक की बिक्री की पेशकश (“ऑफर फॉर सेल”) शामिल है।
कंपनी के पास क्रायोजेनिक स्थितियों के लिए उपकरणों और प्रणालियों के डिजाइन, इंजीनियरिंग, विनिर्माण और स्थापना में समाधान पेश करने का 30 वर्षों से अधिक का अनुभव है। इसने क्रायोजेनिक उपकरण उद्योग में प्रतिष्ठित ब्रांड, आइनॉक्ससीवीए विकसित किया है।
ऑफर फॉर सेल में सिद्धार्थ जैन के 10,437,355 तक इक्विटी शेयर, पवन कुमार जैन के 5,000,000 तक इक्विटी शेयर, नयनतारा जैन के 5,000,000 इक्विटी शेयर, इशिता जैन (“प्रवर्तक शेयरधारक“) के 1,200,000 तक, मंजू जैन के 230,000 तक इक्विटी शेयर, लता रूंगटा के 190,000 तक, भारती शाह के 13,400 तक, कुमुद गंगवाल के 13,400 तक, सुमन अजमेरा के 13,400 तक, रजनी मोहट्टा (“अन्य शेयरधारक“) के 13,400 इक्विटी शेयर शामिल हैं।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड और एक्सिस कैपिटल लिमिटेड आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।
रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के माध्यम से पेश किए गए इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई जैसे स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।
कंपनी की पेशकश में मानक क्रायोजेनिक टैंक और उपकरण, पेय पदार्थ केग, विशेष प्रौद्योगिकी, उपकरण और समाधान के साथ-साथ बड़ी टर्नकी परियोजनाएं शामिल हैं जिनका उपयोग औद्योगिक गैसों, तरलीकृत प्राकृतिक गैस (“एलएनजी”), हरित हाइड्रोजन, ऊर्जा, इस्पात, चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल, रसायन और उर्वरक, विमानन और एयरोस्पेस, फार्मास्यूटिकल्स और निर्माण जैसे विभिन्न उद्योगों में किया जाता है। इसके अलावा, कंपनी वैश्विक वैज्ञानिक अनुसंधान परियोजनाओं में उपयोग किए जाने वाले क्रायोजेनिक उपकरणों की एक श्रृंखला बनाती है। वित्तीय वर्ष 2022 में राजस्व के मामले में कंपनी भारत से क्रायोजेनिक टैंकों की सबसे बड़ी निर्यातक थी।