नेशनल, 14 सितंबर, 2023: जैगल प्रीपेड ओशन सर्विसेज़ लिमिटेड (“कंपनी”), गुरुवार, 14 सितंबर, 2023 को इक्विटी शेयरों की अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) पेश करेगी। आईपीओ में ₹3,920 मिलियन तक (“फ्रेश इशू”) और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 10,449,816 इक्विटी शेयरों तक की बिक्री (“ऑफर फॉर सेल” और फ्रेश इशू के साथ, “ऑफर”) का प्रस्ताव शामिल है।
एंकर निवेशक (इन्वेस्टर) बोली की तारीख बुधवार, 13 सितंबर, 2023 होगी। ऑफर अभिदान (सब्सक्रिप्शन) के लिए, गुरुवार, 14 सितंबर, 2023 को खुलेगा और सोमवार, 18 सितंबर, 2023 को बंद होगा।
ऑफर का प्राइस बैंड ₹156 से ₹164 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है। बोली न्यूनतम 90 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 90 इक्विटी शेयरों के गुणक में लगाई जा सकती है।
कंपनी फ्रेश इशू के ज़रिये जुटाई गई राशि का उपयोग ग्राहक जोड़ने और उन्हें बनाए रखने के लिए ₹ 3,000 मिलियन; प्रौद्योगिकी और उत्पादों के विकास के लिए ₹400 मिलियन; कंपनी द्वारा लिए गए ₹170.83 मिलियन के ऋण का पूर्ण या आंशिक भुगतान या पूर्व भुगतान; और शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना चाहती है, बशर्ते सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाने वाली राशि, फ्रेश इशू से होने वाली कुल राशि के 25% हिस्से से अधिक न हो।
ऑफर फॉर सेल में राज पी नारायणम के 15, 29,677 इक्विटी शेयर, अविनाश रमेश गोडखिंडी (साथ में, “प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर”) के15,29,677 इक्विटी शेयर, वेंचरईस्ट प्रोएक्टिव फंड एलएलसी के 28,30,499 इक्विटी शेयर, जीकेएफएफ वेंचर्स के 20,46,026 इक्विटी शेयर, वेंचरईस्ट सेडको प्रोएक्टिव फंड एलएलसी के 538,557 इक्विटी शेयर, वेंचरईस्ट ट्रस्टी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (वेंचरईस्ट प्रोएक्टिव फंड की ओर से) (सामूहिक रूप से, ” प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर”) के 1,18,040 इक्विटी शेयर तक, ज़ुज़ू सॉफ्टवेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (“कॉर्पोरेट सेलिंग शेयरहोल्डर”) के 1,765,540 इक्विटी शेयर और कोटेश्वर राव मेदुरी (“इंडिविजुअल सेलिंग शेयरहोल्डर”) के 91,800 इक्विटी शेयर शामिल हैं। इंडिविजुअल सेलिंग शेयरहोल्डर, प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर, इन्वेस्टर सेलिंग शेयरहोल्डर और कॉर्पोरेट सेलिंग शेयरहोल्डर, इन सबको मिलाकर “सेलिंग शेयरहोल्डर” कहते हैं)।
इक्विटी शेयर 8 सितंबर, 2023 के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (“आरएचपी”) के ज़रिये पेश किए जा रहे हैं और इन्हें बीएसई लिमिटेड (“बीएसई”) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (“एनएसई” और बीएसई को साथ मिलाकर, (“स्टॉक एक्सचेंज”) कहते हैं) पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है। इस ऑफर के के लिए, एनएसई नामित स्टॉक एक्सचेंज है।
यह ऑफर बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के तहत पेश किया जा रहा है, जो एससीआरआर के नियम 19(2) (बी) और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (पूंजी निर्गम और डिस्क्लोज़र की अनिवार्यता) के 2018, संशोधित (“सेबी आईसीडीआर विनियम”) के विनियम 31 के साथ से सम्बद्ध है। । यह ऑफर बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के ज़रिये और सेबी आईसीडीआर विनियमों के विनियमन 6(2) के अनुसार किया जा रहा है, जिसमें ऑफर का कम से कम 75% हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों (“क्यूआईबी”“क्यूआईबी भाग”) के लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। कंपनी बुक रनिंग लीड मैनेजरों के परामर्श से, सेबी आईसीडीआर विनियमों (एंकर इन्वेस्टर भाग) के अनुसार विवेकाधीन आधार पर एंकर इन्वेस्टर को क्यूआईबी हिस्से का न्यूनतम 60% तक आवंटित कर सकती है। एंकर निवेशक भाग का एक-तिहाई हिस्सा घरेलू म्यूचुअल फंड के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते घरेलू म्यूचुअल फंड से वैध बोलियां एंकर निवेशक आवंटन मूल्य पर या उससे ऊपर प्राप्त हों। एंकर निवेशक हिस्से में अंडर-सब्सक्रिप्शन, या गैर-आवंटन की स्थिति में, शेष इक्विटी शेयरों को नेट क्यूआईबी हिस्से (“नेट क्यूआईबी हिस्से”) में जोड़ा जाएगा। एंकर निवेशकों को आवंटन के बाद, क्यूआईबी भाग में इतनी ही संख्या में इक्विटी शेयर कम हो जाएंगे।
इसके अलावा, नेट क्यूआईबी हिस्से (एंकर इन्वेस्टर भाग को छोड़कर) का 5% केवल म्यूचुअल फंड के लिए, आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, और नेट क्यूआईबी का शेष हिस्सा, म्यूचुअल फंड सहित एंकर निवेशकों के अलावा सभी क्यूआईबी के लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, जिनमें म्यूच्यूअल फंड शामिल होंगे, जो इस पर निर्भर करेगा कि वैध बोलियां, ऑफर प्राइस पर या उससे ऊपर हों। हालांकि, यदि म्यूचुअल फंड की कुल मांग नेट क्यूआईबी हिस्से के 5% से कम है, तो म्यूचुअल फंड हिस्से में आवंटन के लिए उपलब्ध शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआईबी (एंकर इन्वेस्टर के अलावा) को आनुपातिक आवंटन के लिए शेष नेट क्यूआईबी हिस्से में जोड़ा जाएगा, जो म्युचुअल फंड सहित, ऑफर मूल्य पर या उससे ऊपर प्राप्त वैध बोलियों पर निर्भर है। यदि म्यूचुअल फंड की कुल मांग, क्यूआईबी हिस्से के 5% से कम है, तो म्यूचुअल फंड हिस्से में आवंटन के लिए उपलब्ध शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआईबी के आनुपातिक आवंटन के लिए शेष नेट क्यूआईबी हिस्से में जोड़ा जाएगा। इसके अलावा सेबी आईसीडीआर विनियम के 32 (3ए) के तहत नेट ऑफर का कम से कम 15% गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा (जिसका एक-तिहाई हिस्सा, ₹0.20 मिलियन से ₹1.00 मिलियन तक से अधिक का आवेदन करने वाले आवेदकों के लिए आरक्षित होगा और दो-तिहाई हिस्सा, ₹1.00 मिलियन से अधिक का आवेदन करने वाले आवेदकों के लिए आरक्षित होगा), लेकिन खुदरा व्यक्तिगत बोलीदाताओं (“आरआईबी”) को आवंटन के लिए नेट ऑफर के 10% हिस्से से अधिक उपलब्ध नहीं होगा और यह ऑफर प्राइस पर या उससे ऊपर प्राप्त वैध बोलियों पर निर्भर करेगा।
सभी बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को अनिवार्य रूप से, जो भी लागू हो, यूपीआई आईडी का उपयोग करने वाले यूपीआई बोलीदाताओं के मामले में अपने संबंधित एएसबीए खातों और यूपीआई आईडी का विवरण प्रदान कर अवरुद्ध राशि (“एएसबीए”) प्रक्रिया द्वारा समर्थित एप्लिकेशन का उपयोग करना आवश्यक है। इसके बाद, उनकी संबंधित बोली राशि को स्व-प्रमाणित सिंडिकेट बैंकों (“एससीएसबी”) या प्रायोजक बैंकों द्वारा यूपीआई तंत्र के तहत, जैसा भी मामला हो, संबंधित बोली राशि की सीमा तक अवरुद्ध कर दिया जाएगा। एंकर इन्वेस्टर को एएसबीए प्रक्रिया के ज़रिये ऑफर में भाग लेने की अनुमति नहीं है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, इक्विरस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड और जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, इस ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।
इस प्रेस विज्ञप्ति में उल्लिखित सभी कैपिटल अक्षरों वाले शब्द, जिन्हें परिभाषित नहीं किया गया है, का वही अर्थ होगा जो आरएचपी में निर्धारित है।