नई दिल्ली, 28 सितंबर: नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के नेतृत्व में सत्यार्थी मूवमेंट फॉर ग्लोबल कम्पैशन (एसएमजीसी), ज़ायद अवार्ड फॉर ह्यूमन फ्रटर्निटी के सहयोग से, अपने पहले युवा शिखर सम्मेलन “युथ समिट फॉर ह्यूमन फ्रटर्निटी एंड कम्पैशन” की मेजबानी के लिए तैयार है, जिसका आयोजन विराटनगर, राजस्थान में 30 सितंबर से 2 अक्टूबर 2023 तक होगा।
इस शिखर सम्मेलन में भारत और दुनिया भर से 600 युवा नेताओं के साथ-साथ जायद पुरस्कार से सम्मानित समाज के सभी क्षेत्रों से आनेवाले गणमान्य लोग भाग लेंगे। वे समाज में करुणा (कम्पैशन) की भावना के महत्व और दुनिया भर में इसे बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा करेंगे।
सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं में 2011 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता लेमाह गॉबी, जिन्होंने 2003 में लाइबेरिया के गृह युद्ध को समाप्त करने के लिए ईसाई और मुस्लिम महिलाओं को एकजुट किया था; जायद पुरस्कार प्राप्तकर्ता और ‘मामा शम्सा’ के नाम से विख्यात, शम्सा अबुबकर फादिल, जिनके अग्रणी अभियान ने 1000 से अधिक केन्याई युवाओं को अपराध से दूर कर एक नया जीवन प्रदान किया; भारत में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अबुलनासिर जमाल अलशाली; सौरिया-साद ज़ोई, युवा विभाग के प्रमुख – सामाजिक और मानव विज्ञान, यूनेस्को; कोस्टा रिका गणराज्य की पूर्व उपराष्ट्रपति डॉ. एप्सी कैंपबेल बर्र, जो इस पद पर आसीन होने वाली पहली अफ़्रीकी महिला थीं और दुनिया में अफ़्रीकी मूल की सबसे प्रभावशाली महिला मानी जाती हैं, शामिल हैं। इनके साथ ही, कम्पैशन के वैश्विक प्रसार के आंदोलन को लेकर अपने विचार प्रदान करने के लिए विभिन्न धार्मिक नेता और युथ इन्फ्लुएंसर्स भी इस सम्मलेन में उपस्थित रहेंगे।
सत्यार्थी कहते हैं, ”करुणा सिर्फ एक भावना नहीं है। यह समाज में वांछित बदलाव लाने के लिए एक महत्वपूर्ण ताकत है। यह वह है जो हमें दूसरों की मदद करने, जो सही है उसके लिए खड़े होने और एक अधिक न्यायपूर्ण और दयालु दुनिया बनाने के लिए प्रेरित करता है।”
एसएमजीसी दुनिया भर में ‘कम्पैशन इन एक्शन’ की भावना जगाने के लिए एक वैश्विक आंदोलन है। इसका जन्म कैलाश सत्यार्थी के चार दशकों के क्रांतिकारी जीवन और एक समाज सुधारक के रूप में उनके समर्पित प्रयासों से हुआ है। एसएमजीसी शिक्षा से लेकर व्यवसाय और सरकार तक समाज के सभी क्षेत्रों में करुणा की भावना को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा। साथ ही, यह विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के बीच सदभाव और दुनिया भर में शांति और समझ को बढ़ावा देने के लिए भी काम करेगा।
ज़याद अवार्ड फॉर ह्यूमन फ्रटर्निटी एक स्वतंत्र वैश्विक पुरस्कार है जो समाज में विभाजन को पाटने और मानवीय संबंध को मजबूत करने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को प्रदान किया जाता है। 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान करने वाला यह पुरस्कार कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र द्वारा मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय मानव बंधुत्व दिवस के संयोजन में प्रति वर्ष 4 फरवरी को आयोजित किया जाता है।
हम आपको इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होने और इस युवा शिखर सम्मेलन “युथ समिट फॉर ह्यूमन फ्रटर्निटी एंड कम्पैशन” के बारे में अधिक जानने और सम्मानित व्यक्तियों और युवा नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए आमंत्रित करते हैं।