मुंबई, 06 सितम्बर, 2023; पुस्तकें छात्रों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, उनके लिए कल्पना की दुनिया के दरवाज़े खोलती हैं। पुस्तकें न सिर्फ उनके जीवन को समृद्ध बनाती हैं, बल्कि उन्हें अधिक ज्ञान देकर, उनकी याददाश्त में सुधार लाकर उनके बौद्धिक जीवन को बेहतर बनाती है। छात्रों के लिए पुस्तकों की उपलब्धता को बेहतर बनाने के प्रायस में जाने-माने दूरसंचार सेवा प्रदाता वी की सीएसआर शाखा वी फाउन्डेशन एक अनूठा टेक समाधान- डोनेट बुक www.donatebook.in) लेकर आई है- पुस्तकों के दान के लिए बनाया गया यह प्लेटफॉर्म पुस्तकें दान करने वालों, ज़रूरतमंद संगठनों/ स्कूलों एवं एनजीओ संस्थानों को एक दूसरे के साथ जोड़ता है। वी फाउन्डेशन के कनेक्टिंग फॉर गुड प्रोग्राम के तहत इस पहल का लॉन्च किया गया है, जो उन लोगों के बीच दूरियों को खत्म करता है जिन्हें पुस्तकों की ज़रूरत है और जो पुस्तकें दान में दे सकते हैं।
इस अनूठी पहल का लॉन्च अध्यापक दिवस के मौके पर जाने-माने कवि पद्म श्री सुरेन्दर शर्मा, श्री ऋषभ जैन-कंटेंट क्रिएटर, उद्यमी एवं शिक्षक तथा पी बालाजी, डायरेक्टर, वोडाफोन फाउन्डेशन और चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड कॉर्पोरेट अफे़यर्स ऑफिसर, वोडाफोन आइडिया की मौजूदगी में हुआ। इस अवसर पर वी फाउन्डेशन ने ‘टीचर्स डायरी’ भी रीलीज़ की, यह देश के विभिन्न हिस्सों से अध्यापकों की प्रेरक कहानियों का संकलन है, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है। यह पुस्तक देश भर के अध्यापकों के लिए सम्मान है जो छात्रों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न कर राष्ट्र निर्माण में योगदान देते हैं।
इस पहल पर अपने विचार व्यक्त करते हुए पी बालाजी, चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड कॉर्पोरेट अफे़यर्स ऑफिसर, वीआईएल ने कहा, ‘‘वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन में हम शिक्षा पर विशेष रूप से ज़ोर देते हैं। हमारा मानना है कि इस क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है तथा ग्रामीण भारत एवं वंचित समुदायों के बच्चों के लिए लर्निंग के परिणामों को बेहतर बनाया जा सकता है, जहां ऐसी सुविधाएं सुलभ नहीं होतीं। इसी उद्देश्य के साथ हम डोनेट बुक पहल लेकर आए हैं। हमें विश्वास है ऐसे बहुत से लोग हैं जो ज़रूरतमंद बच्चों के लिए पुस्तकें दान में देना चाहते हैं। हम इन लोगों को सरल एवं आसान मंच उपलब्ध कराना चाहते हैं, जिसके माध्यम से वे ज़रूरतमंद बच्चों तक पुस्तकें पहुंचा सकें। शुरूआत में हमारी इस पहल की शुरूआत पुणे और जयपुर में की जाएगी, आने वाले महीनों में हम इसे देश के अन्य शहरों और नगरां में विस्तारित करेंगे। साल के पहले छह महीनों में हमने एक लाख पुस्तकों के दान के साथ तकरीबन 50000 छात्रों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा हमने अध्यापक दिवस का जश्न मनाने के लिए हमने ‘टीचर्स डायरी’ के तीसरे संस्करण का लॉन्च भी किया, जो समाज में अध्यापकों के उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करती है। इस पहल के द्वारा हम अध्यापक समुदाय का सम्मान देना चाहते हैं जो निःस्वार्थ भाव से काम करते हुए राष्ट्र के कल्याण की दिशा में निरंतर कार्यरत हैं।’
पुस्तक दान एवं संग्रहण की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए डोनेट बुक प्लेटफॉर्म उन लोगों के नेटवर्क को एक साथ जोड़ता है जो पुस्तक दान की दिशा में अथक प्रयास कर रहे हैं।
o पुस्तकें दान करने वालों के लिएः वे लोग जो पुस्तकें दान में देना चाहते हैं, उन्हें इस प्लेटफॉर्म पर लॉग इन करना होगा। उनकी रूचि को ध्यान में रखते हुए वी फाउन्डेशन अपने इम्प्लीमेंटेशन पार्टनर मोइनी फाउन्डेशन के साथ साझेदारी में उनके घर से पुस्तकें संग्रहित करवाएगा और उन्हें ज़रूरतमंद लोगां तक पहुंचाएगा। उन स्थानों पर जहां इम्प्लीमेंटेशन पार्टनर की पहुंच नहीं है, डोनेट बुक प्लेटफॉर्म दानदाता को निर्धारित लोकेशन पर पुस्तकें कोरियर करने का विकल्प देता है। जहां से पुस्तकों को फाउन्डेशन द्वारा पुस्तकों की इन्वेंटरी में शामिल करने के लिए भेज दिया जाएगा।
o वे लोग जिन्हें पुस्तकों की ज़रूरत हैः संगठन या स्कूल जिन्हें पुस्तकों की ज़रूरत है वे अपने पोर्टल पर लोगों को पुस्तकें दान में देने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। इसका प्रबन्धन एवं निगरानी वी फाउन्डेशन तथा मोइनी फाउन्डेशन टीम द्वारा की जाएगी।
पुस्तकें दान करना एक नेक काज है, लेकिन हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वे पुस्तकें जो सही स्थिति में हों, वे सही लोगों तक पहुंचें, जिन्हें इनकी ज़रूरत है। इस चुनौती को हल करने के लिए ‘डोनेट बुक’ समाधान आधुनिक तकनीक का उपयोग कर मोबाइल रिस्पॉन्सिव वेब इंटरफेस की मदद से पूरी प्रक्रिया का प्रबन्धन करता है। ताकि पुस्तक दानदाता से चलकर अंतिम लाभार्थी तक सुरक्षित पहुंच सके।
इसके अलावा टीचर्स डायरी बुक के बारे में अधिक जानकारी के लिए, उनकी प्रेरक कहानियों को पढ़ने के लिए क्लिक करें: https://vicsr.flowpaper.com/TeachersDiary23
टीचर्स डायरी में उन अध्यापकों की वास्तविक जीवन की प्रेरिक कहानियां हैं जिन्हांने छात्रों को जीवन में सफल होने के लिए मदद की है। इसमें ऐसे अनूठे उदाहरण हैं जहां अध्यापकों ने सभी सीमाओं के दायरे को पार कर छात्रों की लनिंग की सुनिश्चित किया। इनमें देश के विभिन्न हिस्सों जैसे वाराणसी, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, अहमदाबाद, पुणे, बैंगलुरू आदि के अध्यापकों की कहानियां हैं।
वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन शिक्षा के क्षेत्र में कई प्रोग्रामों का संचालन करता है जैसे लर्निंग विद वोडाफोन आइडिया- गुरूशाला, वी स्कॉलरिशप्स, मॉडल स्कूलों और रोबोटिक लैब का विकास।