नेशनल, 26 दिसम्बर 2023ः 2023 के दौरान महिला उम्मीदवारों में बीएफएसआई, टेलीकाॅम और ई-काॅमर्स जैसे जाॅब रोल्स की मांग सबसे ज़्यादा रही, जाने-माने जाॅब्स एण्ड प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफाॅर्म । Apna.co ने 23 मिलियन ऐप्लीकेशन्स दर्ज किए। यानि हर मिनट 44 ऐप्लीकेशन्स दिए गए। उल्लेखनीय है कि 2022 की तुलना में इन जाॅब रोल्स के लिए आवेदन करने वाली ग्रेजएट एवं डिप्लोमा धारक महिलाओं की संख्या में 40 फीसदी बढ़ोतरी हुई। इससे स्पष्ट है कि यह प्लेटफाॅर्म पढ़ी-लिखी महिला प्रोफेशनल्स के लिए उनकी पसंद की नौकरी ढूंढने का अच्छा डेस्टिनेशन बन गया है। ये रूझान न सिर्फ इन सेक्टरों में जाॅब्स की बढ़ती मांग को दर्शाते हैं बल्कि कार्यबल में लिंग विविधता की ओर बढ़ते रूझानों की ओर भी इशारा करते हैं।
दूसरे स्तर के शहरों में बड़ी संख्या में महिलाएं नौकरियों के लिए आवेदन कर रही हैं
। Apna.co प्लेटफाॅर्म पर 13.8 मिलियन महिलाओं में से 6.7 मिलियन महिलाएं दूसरे स्तर के शहरों से हैं, इस दृष्टि से पिछले साल की तुलना में 33 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी हुई है। खासतौर पर चण्डीगढ़, पटना, लखनऊ, अजमेर और वड़ोदरा जैसे शहरों में अच्छी बढ़ोतरी हुई है, जहां बड़ी संख्या में महिलाओं ने बिज़नेस डेवलपमेन्ट, एचआर, बैक ऑफिस, टीचिंग और कस्टमर सपोर्ट के लिए आवेदन किया है। ये रूझान इन क्षेत्रों में बढ़ते जाॅब मार्केट तथा दूसरे स्तर के शहरों महिलाओं के बढ़ते करियर लक्ष्यों को दर्शाते हैं।
महिलाओं में नौकरियों की बदलती पसंद
2023 में नौकरी ढूंढने वाली महिलाओं ने करियर और फ्लेक्सिबिलिटी के बीच तालमेल बनाने की कोशिश की। महिलाओं से मिले कुल जाॅब ऐप्लीकेशन्स में से 50 फीसदी (12 मिलियन) महिलाओं ने वर्क फ्राॅम होम को चुना, ताकि वे आने-जाने के झंझट से बचकर अपनी सुविधानुसार काम कर सकें। वहीे कुल जाॅब ऐप्लीकेशन्स में से 80 फीसदी (18 मिलियन) उम्मीदवारों ने फुल-टाईम जाॅब रोल्स को चुना, यानि उम्मीदवार अतिरिक्त आय के साथ-साथ करियर में सफलता को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके अलावा 1.8 मिलियन महिलाओं ने नाईट-शिफ्ट को चुना, इससे स्पष्ट है कि महिलाएं पूरे समर्पण के साथ अपने करियर में सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं।
महिलाओं ने टाॅप-टियर वेतन और मैनेजेरियल भूमिका को दी प्राथमिकता
जाॅब मार्केट के बदलावकारी रूझानों के बीच साल 2023 में महिलाओं के करियर की महत्वाकांक्षाओं में उल्लेखनीय बदलाव आया। इस प्लेटफाॅर्म पर 60 फीसदी महिला उम्मीदवारों ने 30,000 से अधिक वेतन वाली नौकरियों के लिए आवेदन किए। 4 मिलियन महिलाओं ने रु 45,000 से अधिक वेतन वाली नौकरियों के लिए आवेदन किए। ये रूझान काॅर्पोरेट जगत में सफलता हासिल करने और जानी-मानी कंपनियों में टाॅप पाॅज़िशन्स पर काम करने की महिलाओं की महत्वाकांक्षाओं को दर्शाते हैं।
इसके अलावा 13.5 मिलियन आवेदन मैनेजेरियल या इससे भी उंचे पदों के लिए किए गए। ये आंकड़े बताते हैं कि आज के दौर में बड़ी संख्या में महिलाएं काॅर्पोरेट जगत में सफल करियर बनाना चाहती हैं।
इस अवसर पर निर्मित पारीख, संस्थापक एवं सीईओ , Apna.co ने कहा, ‘‘कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती भागदारी जनसांख्यिकी के साथ-साथ आर्थिक बदलावों को भी दर्शाती है। ये आंकड़े परिवार के कल्याण एवं सामाजिक प्रगति की ओर इशारा करते हैं। मेरा विश्वास है कि महिलाओं को सशक्त बनाने से न सिर्फ उनका व्यक्तिगत विकास होता है, बल्कि हर किसी के लिए समृद्ध भविष्य को सुनिश्चित किया जा सकता है। महिलाओं की यही महत्वाकांक्षाएं उनके सपनों को साकार कर रही हैं।’’
कंपनियां अपने कार्यबल में महिलाओं को दे रही हैं प्राथमिकता
2023 में जानी-मानी कंपनियों जैसे आदित्य बिरला कैपिटल, भारती एक्सा, रिलायन्स निप्पोन, फ्लिपकार्ट, ज़ोमेटो, एयरटेल, जैगवार और अरबन कंपनी ने कार्यबल में महिलाओं की संख्या बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। खासतौर पर बीएफएसआई, सर्विस, ई-काॅमर्स और टेलीकाॅम सेक्टरों में बड़ी संख्या में महिलाओं की नियुक्तियां की गई हैं। ये कंपनियां न सिर्फ महिलाओं की भर्ती कर रही हैं, बल्कि पुरूष प्रधान सेक्टरों जैसे बीएफएसआई, ई-काॅमर्स और टेलीकाॅम में उनके विकास के लिए अनुकूल वातावरण भी उपलब्ध करा रही हैं।
बार्कलेज़ की एक रिपोर्ट इन रूझानों के आर्थिक परिप्रेक्ष्य पर रोशनी डालती है। 8 फीसदी जीडीपी विकास तक पहुंचने के लिए भारत को अपने कार्यबल में अधिक महिलाओं को शामिल करना होगा। महिलाओं द्वारा जाॅब ऐप्लीकेशन्स में बढ़ोतरी न सिर्फ लिंग समानता को बढ़ावा देती है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है।