भारत पर्यावरण के अनुकूल वाहनों की ओर कर रहा है रूखः 2023 में EV की इन्क्वायरीज़ 5x,बढ़ी CNG की बिक्री में 2.6X हुई

CARS24 की ‘माइलेज रिपोर्ट’ ने बताया

2023 में भारत के कार मार्केट में बड़े बदलाव देखने को मिले- भारत सरकार द्वारा भारत NACP रेटिंग्स की पेशकश के साथ कारों में सुरक्षा का महत्व कहीं अधिक बढ़ गया है, इस बीच हमारा सड़क नेटवर्क भी लगातार बेहतर हुआ है। वहीं कार के खरीददारों में EV का अडॉप्शन बढ़ा, साथ ही साथ एसयूवी और सैकण्ड हैण्ड कारों की मांग भी बढ़ी है। भारत की प्रमुख ऑटो टेक कंपनी CARS24 ने आज अपनी ‘माइलेज रिपोर्ट’ जारी की, जो 2023 में कार उद्योग के रूझानों पर रोशनी डालती है। रिपोर्ट के मुताबिक CARS24 ने 2022 की तुलना में सेल्स में 42 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है।
किफ़ायती और उचित मूल्य की वजह से सैकण्ड हैण्ड कारें आज के युवाओं की स्मार्ट पसंद बन गई है। 2023 में मिलेनियल्स और जनरेशन ज़ी के युवाओं ने न सिर्फ बढ़-चढ़कर कारें खरीदीं बल्कि अपनी कारों को अपग्रेड भी किया, इस तरह कार मार्केट में मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर कम हुआ। CARS24 के आंकड़ों पर नज़र डालें तो 2023 में नई और सैकण्ड हैण्ड कारों का अनुपात 1ः1.5 रहा, यानि मार्केट में हर 10 नई कारों की बिक्री पर 15 सैकण्ड हैण्ड कारें बेची गईं। यंग, प्रीमियम सैकण्ड हैण्ड कारों ने बहुत से भारतीयों का कार खरीदने का सपना पूरा किया है।
एक और रूझान जो इस दौरान देखने में आया, सैकण्ड हैण्ड कार मार्केट में उंची कीमत की कारों की मांग बढ़ी है। CARS24 के मुताबिक 2018 से 2023 के बीच रु 8 लाख से अधिक कीमत की कारों की बिक्री में 14 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। खासतौर पर बैंगलुरू और हैदराबाद जैसे शहरों में 8 लाख से अधिक कीमत वाली कारों की मांग सबसे ज़्यादा बढ़ी। इससे स्पष्ट है कि बढ़ती आय के साथ उपभोक्ता फीचर्स, गुणवत्ता और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करना चाहते। ‘‘मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है कि बहुत से लोगों ने अपनी पसंदीदा कार खरीदने के लिए CARS24 को चुना। इन रूझानों के साथ हमें विश्वास है कि अगले कुछ सालों में हम तेज़ी से आगे बढ़ते हुए यूएस जैसे बड़े बाज़ारों को भी पीछे छोड़ देंगे। कुल मिलाकर CARS24 सैकण्ड हैण्ड कार मार्केट में ग्लोबल ट्रैंडसेटर के रूप में अपने आप को मजबूती से स्थापित कर रहा है।’’ CARS24 के सह-संस्थापक गजेन्द्र जांगिड़ ने कहा।

पर्यावरण अनुकूल वाहनों की ओर बढ़ता झुकावः EV की इन्क्वायरी में 5X बढ़ो CNG कारों की बिक्री 2.6X बढ़ी
2023 में CARS24 प्लेटफॉर्म पर इलेक्ट्रिक वाहनों ( EV) की इन्क्वायरीज़ में 5X बढ़ोतरी हुई, इससे स्पष्ट है कि उपभोक्ता लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों को चुन रहे हैं। रोज़ाना EVs के लिए औसतन 200 इन्क्वायरीज़ आईं, यानि कार मार्केट में स्वच्छ और हरित परिवहन की मांग बढ़ रही है। लोग हर 4-5 साल में कार बदलते हैं और इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए CARS24 को उम्मीद है कि अगले 5 सालों में मार्केट में सैकण्ड हैण्ड EVs आसानी से उपलब्ध होंगे।
कई सालों में पहली बार कंपनी-फिटेड CNG कारों की मांग में 263 फीसदी उछाल दर्ज किया गया। ब्छळ से चलने वाली गाड़ियां पेट्रोल और डीज़ल की तुलना में बहुत अधिक बचत करती हैं, ऐसेे में CNG वाहनों की मांग में ज़बरदस्त बढ़ोतरी हुई है। मुंबई जैसे शहरों में जहां पेट्रोल की कीमत रु106.29 और डीज़ल की कीमत रु 94.27 थी, पेट्रोल डीज़ल की आसमान छूती कीमतों के चलते CNG मॉडल्स की मांग बढ़ी है। दिल्ली, मुंबई और बैंगलुरू जैसे महानगरों में CNG कारों की बढ़ती मांग से स्पष्ट है कि उपभोक्ता परिवहन के किफ़ायती एवं पर्यावरण के अनुकूल विकल्प चुन रहे हैं।
2023 में एसयूवी ने मचाई धूम
2023 में एसयूवी की मांग लगातार बढ़ी। क्योंकि आज उपभोक्ता अपने परिवार के लिए स्पेशियस और सुरक्षित कार चाहते हैं। इसका एक कारण यह है कि आज मार्केट में विभिन्न कीमतों पर टॉप फीचर्स से लोडेड ढेरों विकल्प उपलब्ध हैं। एसयूवी की बात करें तो वित्तीय वर्ष 21 के बाद से सैकण्ड हेण्ड कार मार्केट में 4-6 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। इस साल देश की सड़कों पर Brezza, Sonet, Ecosport, XUV300, Taigun, and Tiago. जैसी कारों का प्रभुत्व रहा।
देश के अलग-अलग शहरों में एसयूवी की मांग कुछ इस तरह से रहीः

● Delhi-NCR – Creta

● Mumbai – Ertiga

● Bengaluru – Ertiga

● Chennai – Ecosport

● Hyderabad – Brezza

● Kolkata – Ecosport

● Pune – Creta

● Ahmedabad – Brezza

● Indore – WR-V

● Jaipur – Ertiga

● Kochi – Nexon

● Agra – Ertiga

● Lucknow – Creta

● Coimbatore – Triber

● Nashik – Ecosport

● Patna – Creta

● Nagpur – S-Cross

● Chandigarh – Brezza

● Surat – Ecosport

Ecosport सैकण्ड हैण्ड कार मार्केट में आज भी सबसे लोकप्रिय कार है।

ऑटोमेटिक और मैनुअल कारें
2023 के दौरान 30 वर्ष और इससे अधिक उम्र उपभोक्ताओं का झुकाव ऑटोमेटिक कारों की तरफ़ बढ़ा है। ऑटोमेटिक कारों की ड्राइविंग आसान होने की वजह से उपभोक्ता रिलेक्स होकर गाड़ी चलाना चाहते हैं। बैंगलुरू और गुरूग्राम जैसे भारी टैफिक वाले शहरों में रोज़ाना गाड़ी चलाना अपने आप में चुनौती है, ऐसे में ऑटोमेटिक कारों की मांग बढ़ रही है। इसके अलावा हाल के वर्षों में ऑटोमेटिक और मैनुअल कारों के बीच कीमतों का अंतर भी कम हुआ है, ऐसे में ये खरीददारों के बजट में आ गई हैं।
CARS24 ने 2022 की तुलना में ऑटोमेटिक कारों की बिक्री में 77 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की। ऑटोमेटिक कारों में Honda City, Celerio, Kwid, Baleno, Nexon, and Creta उपभोक्ताओं के पसंदीदा मॉडल रहे।

कार के खरीददारों ने टॉप फीचर्स के लिए अपना बजट 30 फीसदी तक बढ़ाया
2023 के दौरान हर उम्र के उपभोक्ताओं का झुकाव प्रीमियम फीचर्स की ओर बढ़ा है, वे अपनी कार में लैदर इंटीरियर, स्टाइलिश एलॉय व्हील्स और एम्बिएन्ट लाइटिंग जैसे फीचर्स चाहते हैं। इसके अलावा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वे मल्टीपल एयर बैग्स, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम, इलेक्ट्रिोनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल जैसे प्रीमियम फीचर्स को भी पसंद करते हैं। दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और मुंबई जैसे शहरों में तेज़ गर्मी को देखते हुए वेंटीलेटेड सीट्स की मांग बढ़ रही है। कुल मिलाकर 2021 के बाद से कार खरीददारों ने प्रीमियम फीचर्स के लिए अपना बजट 30 फीसदी तक बढ़ाया है।

Maruti तो Maruti है लेकिन ज्ञपं ने ये क्या किया?
Maruti Suzuki के बिना कारों की बात नहीं की जा सकती। जिसने हमेशा से भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी है। भरोसे और माइलेज के चलते Maruti हमेशा से उपभोक्ताओं की पहली पसंद बनी रही है। 2023 में भी Swift, WagonR, Alto, and Baleno सबसे लोकप्रिय हैचबैक मॉडल रहे।
वहीं दूसरी ओर Kia सेल्स में 64 फीसदी बढ़ातरी के साथ मार्केट में पावरहाउस की तरह उभरी है। Kia के स्टाइलिश और फीचर्स से लोडेड मॉडल, आधुनिक टेक्नोलॉजी, उचित दाम और शानदार परफोर्मेन्स के चलते यह उपभोक्ताओं में ज़बरदत लोकप्रिय हुई है। 2023 में Kia Sonet और Seltos की मांग सबसे ज़्यादा रही।
2023 में बड़ी संख्या में मिलेनियल्स ने कार अपग्रेड को चुना
पिछले साल के दौरान भारत के युवाओं का झुकाव ऑनलाईन कार शॉपिंग की तरफ़ बढ़ा है, उन्होंने अपनी कार फाइनल करने से पहले तकरीबन 3 घण्टे ऑनलाईन रीसर्च की। खास बात यह रही कि ज़्यादातर मिलेनियल्स ने न सिर्फ अपनी कार बेची बल्कि इसे तुरंत बेहतर विकल्प से अपग्रेड भी किया। मार्केट में उच्चगुणवत्ता की कारें मौजूद होने के कारण मिलेनियल्स बार-बार अपनी कार को अपग्रेड कर रहे हैं, ऐसे में सैकण्ड हैण्ड कार उद्योग को नया आयाम मिल रहा है।
उपभोक्ता कार का बेहतर अनुभव पाने के लिए ज़्यादा पैसे खर्च करने के लिए तैयार
पिछले साल के दौरान भारतीय कार खरीददारों में कुछ नए रूझान देखने को मिले, वे कार की खरीद के साथ-साथ अतिरिक्त सर्विसेज़ और प्रोडक्ट्स भी खरीदना चाहते हैं, जिससे उनका पूरा अनुभव बेहतर हो जाए। कुल मिलाकर वैल्यू-एडेड-सर्विसेज़ पर खर्च 37 फीसदी तक बढ़ा है। आज के उपभोक्ता कार खरीदते समय एक्सटेंडेड वारंटी, मेंटेनेन्स पैकेज और आधुनिक टेक-इंटीग्रेशन पर भी पूरा ध्यान देते हैं। वे इन सर्विसेज़ के लिए ज़्यादा पैसा खर्च करने के लिए तैयार हैं। औसतन हर उपभोक्ता ने अपनी कार की खरीद के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए रु 9600 ज़्यादा खर्च किए।

सैकण्ड हैण्ड कारों पर पहले की तुलना में कहीं अधिक लोन लिए गए
2023 में सैकण्ड हैण्ड कारों पर फाइनैंस की मांग बढी है। फाइनैंस के आसान विकल्पों के चलते अहमदाबाद, हैदराबाद, कोयम्बटूर और राजकोट जैसे शहरों में भी उपभोक्ता सैकण्ड हैण्ड कारों की खरीद के लिए लोन के विकल्प चुन रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में सैकण्ड हैण्ड कारों पर सबसे ज़्यादा लोन लिए गए। सूरत में सबसे ज़्यादा लोन ऐप्लीकेशन्स किए गए। आगरा में कार खरीदने वाले हर 100 उपभोक्ताओं में से 80़ ने कार फाइनैंस का विकल्प चुना। 2023 के दौरान सैकण्ड हैण्ड कारों पर औसत ईएमआई रु 11,387 रही। भारत में सबसे ज़्यादा रु 21 लाख का लोन नोएडा के एक उपभोक्ता ने लिया और करनाल, हरियाणा के एक उपभोक्ता ने सबसे कम रु 92000 का लोन लिया।
तीसरे स्तर के शहरों जैसे लुधियाना, नासिक और रोहतक में लोन वितरण में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई। सैकण्ड हैण्ड कारों के हर 100 में से 63 खरीददारों ने कार फाइनैंस का विकल्प चुना और CARS24 ने रोज़ाना तकरीबन 411 लोन ऐप्लीकेशन्स प्रोसेस किए। CARS24 पर महिलाओं द्वारा लोन ऐप्लीकेशन्स में 115 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जो ऑटोमोटिव सेक्टर में बढ़ते वित्तीय समावेशन की ओर इशारा करता है।
कारों को बदल रहे हैं सम्पत्ति मेंः भारतीयों ने 2023 के दौरान हर महीने तकरीबन रु 502 करोड़ की कारें बेचीं
CARS24 के आंकड़ों के मुताबिक 2023 में नई और सैकण्ड हैण्ड कारों का अनुपात 1ः1.5 रहा- यानि मार्केट में हर 10 नई कारों की बिक्री पर 15 सैकण्ड हैण्ड कारें बेची गईं। महानगरों की बात करें तो सबसे ज़्यादा कारें नई दिल्ली में बेची गई। इसी तरह गैर महानगरों में लखनऊ, जयपुर, सूरत, कोची और पटना में सबसे ज़्यादा कारें बेची गईं।
सबसे ज़्यादा बेचा जाने वाला ब्राण्ड Maruti और सबसे ज़्यादा बिकने वाला मॉडल Swift रहा। इसके बाद Honda और Hyundai की बिक्री भी बड़ी संख्या में हुई। अमरेली में एक उपभोक्ता ने सबसे कम कीमत पर मात्र रु 6000 में अपनी Maruti ZEN बेची, वहीं मुंबई के एक उपभोक्ता ने रु 1,38,00,000 में अपनी Mercedes Benz S Class. बेची।
कार इंस्पेक्शन के लिए अधिकतर डील्स कुछ ही मिनटों में पूरी हो गई। सबसे ज़्यादा कारें शनिवार के दिन बेची गईं। इसी तरह कार बेचेने के लिए जुलाई सबसे लोकप्रिय महीना रहा।

About Manish Mathur