चेन्नई, 22 फरवरी 2024 – भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन लिमिटेड (बीएफआईएल) की अग्रणी सीएसआर पहल ‘भारत संजीवनी’ को आईआईटी मद्रास द्वारा उनके प्रतिष्ठित शिखर सम्मेलन ‘बिल्डिंग इंडिया 2047- टेक्नोलॉजीज फॉर ए बेटर टुमॉरो’ में सर्वश्रेष्ठ सीएसआर पहल के रूप में सम्मानित किया गया। ‘टैक्नोलॉजी ड्रिवन सोशल इम्पैक्ट’ थीम पर ध्यान केंद्रित करते हुए, इस पुरस्कार का उद्देश्य उन कंपनियों को सम्मानित करना है जिन्होंने ऐसे तकनीकी समाधानों को संभव बनाया है, जो स्केलेबल और सस्टेनेबल समाधानों के माध्यम से मौजूदा सामाजिक चुनौतियों का समाधान करते हैं।
तमिलनाडु के सूचना-प्रौद्योगिकी और डिजिटल सेवाओं के माननीय मंत्री, डॉ. पलानिवेल थियागा राजन ने 17 फरवरी, 2024 को टीटीजे ऑडिटोरियम, आईसी और एसआर बिल्डिंग, आईआईटी मद्रास में आयोजित कार्यक्रम में चीफ पीपुल ऑफिसर और सीएसआर हैड श्री किशोर संबाशिवम को पुरस्कार प्रदान किया।
अनूठी और स्वदेशी सीएसआर पहल भारत संजीवनी के तहत ग्रामीण किसानों के दरवाजे पर पशुधन देखभाल संबंधी सेवाएं प्रदान की जाती हैं। ‘डॉक्टर-एट-डोरस्टेप’ एप्रोच के साथ अपनी तरह के पहले मोबाइल ऐप-आधारित प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाता है जहां कोई भी किसान टोल-फ्री नंबर पर कॉल कर सकता है और पशुधन उपचार, आपातकालीन देखभाल, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान और पोषण के लिए जरूरी सेवाओं का लाभ उठा सकता है। ये सेवाएं एक निर्धारित समय सीमा में प्रदान की जाती हैं। डॉक्टरों और पशु चिकित्सा कर्मचारियों द्वारा उपयोग किया जाने वाला एकीकृत आईटी प्लेटफॉर्म और मोबाइल ऐप समय पर सहायता प्रदान करता है और साथ ही इसकी मदद से मुश्किल सेवाओं को हासिल करना भी आसान हो जाता है। पशुधन मालिकों और संबंधित आजीविका आय को सपोर्ट करने की खोज के कारण इस पहल की शुरुआत हुई। यह पहल गुणवत्ता और समय पर देखभाल की कमी से संबंधित मुख्य समस्या को दूर करने का प्रयास करती है, जिससे आय पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है और जीवन की संभावित हानि से भी बचाना संभव होता है।
इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन लिमिटेड के चीफ पीपुल ऑफिसर और सीएसआर हैड श्री किशोर संबाशिवम ने कहा, ‘‘देश के प्रमुख आईआईटी में से एक आईआईटी मद्रास से इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता होने पर वास्तव में हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं। वर्ष 2016 में स्थापित, भारत संजीवनी ने 7 राज्यों में 15 लाख से अधिक किसानों और 20 लाख से अधिक पशुधन को सेवाएं प्रदान की हैं। संकट के समय में, इस पहल से किसानों को काफी राहत मिली है, जहां पशुधन की बीमारी के मामले में, उन्हें इलाज के लिए अपने मवेशियों को ले जाने में भारी खर्च करना पड़ता था। हम भारत के अन्य राज्यों में भी इस कार्यक्रम का विस्तार करने के लिए तत्पर हैं।’’
आईआईटी मद्रास द्वारा मान्यता मिलना दरअसल कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी और सतत विकास के प्रति भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन लिमिटेड की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।