ताापुकारा, 23 मार्च, 2024ः सड़क सुरक्षा जागरुकता बढ़ाने की प्रतिबद्धता के साथ होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया ने वर्तमान में चल रही अपनी परियोजना-माइंडसेट डेवलपमेन्ट फाॅर ऑवर फ्यूचर जनरेशन के तहत राजस्थान के तापुकारा स्थित होण्डा कार्स इंडिया लिमिटेड (एचसीआईएल) में स्कूली प्रधानाध्यापकों एवं अध्यापकों के साथ सड़क सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन किया।
इस सम्मेलन में राजस्थान के अलवर ज़िले में तिजारा ब्लाॅक के लगभग 253 सरकारी स्कूलों से 250 से अधिक स्कूली प्रधानाध्यापकों एवं अध्यापकों ने सक्रियता से हिस्सा लिया।
सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले माननीय मुख्य अतिथियों में श्री श्याम सिंह, ब्लाॅक एजुकेशन ऑफिसर, तिजारा ब्लाॅक, अलवर ज़िला, राजस्थान, श्री प्रभु नागराज, ऑपरेटिंग ऑफिसर, काॅर्पोरेट अफ़ेयर्स, होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया, मिस सलोनी खेमका, आईएएस, चीफ़ एक्ज़क्टिव ऑफिसर, भिवाड़ी इंटीग्रेटेड डेवलपमेन्ट ऑथोरिटी, राजस्थान शामिल थे।
वर्तमान में भारत में यातायात की स्थिति को देखते हुए सड़क का इस्तेमाल करने वाले उपयोगकर्ताओं में अनुशासन को बढ़ाना बेहद ज़रूरी है। यातायात की बुरी स्थिति का मुख्य कारण है सड़क के प्रति सोच एवं मानसिकता। इसी तरह यातायात नियमों के उल्लंघन की वजह से ही ज़्यादातर सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इन्हीं पहलुओं को ध्यान में रखते हुए सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य था बच्चों के मानसिकता के विकास के लिए आधुनिक अवधरणाएं, जिनमें स्कूली शिक्षकों के द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से सभी छात्रों के लिए सड़क सुरक्षा शिक्षा की पहुंच बढ़ाने का प्रयास किया गया।
कम उम्र में ही सड़क सुरक्षा के प्रति बच्चों की सोच बदलने पर ध्यान केन्द्रित करते हुए एचएमएसआई का मानना है कि उचित शिक्षा के द्वारा न सिर्फ बच्चों बल्कि उनके अभिभावकों पर भी सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न किया जा सकता है। एचएमएसआई के विश्वस्तरीय सुरक्षा नारे ‘सभी के लिए सुरक्षा’ के अनुरूप कंपनी ने मौजूदा तीन उम्र-वार लर्निंग मोड्यूल्स के अलावा बच्चों की मानसिकता बदलने वाले तीन नए मोड्यूल्स तैयार किए हैं जो बच्चों में अनुशासन विकसित करने के लिए उन्हें मार्गदर्शन देते हैं, और सुरखित समाज के निर्माण में योगदान देते हैं।
सम्मेलन के दौरान एचएमएसआई ने स्कूली अधिकारियों से छह मोड्यूल्स का उपयोग करने के लिए आग्रह किया, साथ ही सभी छात्रों तक इस प्रोग्राम के फायदे पहुंचाने के लिए आपसी सहयोग की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। कंपनी ने भारत के लिए उज्जवल, सुरक्षित भविष्य के निर्माण की दिशा में काम करने और इस मिशन को समर्थन देने के लिए स्कूलों को भी आमंत्रित किया।
एचएमएसआई ने देश भर के विभिन्न भोगौलिक क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए असंख्य सड़क सुरक्षा सम्मेलन आयोजित किए हैं। कंपनी सर्तकता एवं ज़िम्मेदार व्यवहार को बढ़ावा देकर हर किसी के लिए सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सड़क सुरक्षा के लिए होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया की सीएसआर प्रतिबद्धता
साल 2021 में होण्डा ने विश्वस्तर पर एक दृष्टिकोण वक्तव्य जारी किया जिसके मुताबिक ‘‘होण्डा 2050 तक दुनिया भर में होण्डा की मोटरसाइकिलों एवं आॅटोमोबाइल्स की जानलेवा दुर्घटनाओं को शून्य तक लाने के लिए प्रयास करेगी।’’एचएमएसआई इसी दृष्टिकोण से भारत सरकार के साथ काम करते हुए 2030 तक दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को आधा करने की दिशा में कार्यरत है।
एचएमएसआई एक ऐसी कंपनी बनने के लिए प्रयासरत है, जिसे समाज प्राथमिकता दे और ऐसे अनूठे विचारों के साथ समाज के सभी वर्गों के लिए सड़क सुरक्षा जागरुकता पर फोकस करती रही है जो स्कूली बच्चों से लेकर काॅर्पोरेट्स तक समाज के हर वर्ग पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करते हैं।
इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि 2030 तक हमारे बच्चों में सड़क सुरक्षा के प्रति सकारात्मक मानसिकता का विकास किया जाए और इसके बाद भी उन्हें इस विषय पर शिक्षित करना जारी रखा जाए। स्कूलों एवं काॅलेजों में सड़क सुरक्षा की शिक्षा न सिर्फ जागरुकता बढ़ाती है बल्कि युवाओं में सुरक्षा की भावना को भी बढ़ावा देती है, इस तरह वे सुरक्षा का संदेश देने वाले दूत बन जाते हैं। यह भावी पीढ़ियों को ज़िम्मेदार नागरिक बनकर सुरक्षित समाज के निर्माण में योगदान देने के लिए सक्षम बनाती है।
एचएमएसआई के कुशल सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स की टीम देश भर में अपने 10 अडाॅप्टेड ट्रैफिक ट्रेनिंग पार्कों (टीटीपी) और 6 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों (एसडीईसी) में रोज़ाना प्रोग्रामों का संचालन करती है और समाज के हर वर्ग के लिए सड़क सुरक्षा की शिक्षा को सुलभ बनाती है। यह पहल अब तक 5.7 मिलियन भारतीयों तक पहुंच चुकी है। होण्डा के राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम ने निम्नलिखित गतिविधियों के माध्यम से लर्निंग को रोचक बनायाः
साइन्टिफिक रूप से तैयार किया गया लर्निंग माॅड्यूलः होण्डा के कुशल इंस्ट्रक्टर्स ने विशेष थ्योरी सत्रों के माध्यम से सड़क संकेतों एवं चिन्हों, सड़क पर ड्राइवर के कर्तव्य, राइडिंग गियर एवं पोस्चर तथा सुरक्षित राइडिंग के लिए सड़क पर शिष्टाचार की जानकारी दी।
1. प्रैक्टिकल लर्निंगः होण्डा के वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर पर विशेष प्रशिक्षण गतिविधि को अंजाम दिया गया, जिसमें प्रतिभागियों को सड़क पर राइडिंग शुरू करने से पहले 100 संभावी खतरों के बारे में बताया गया।
2. इंटरैक्टिव सेशनः प्रतिभागियों को खतरों का पूर्वानुमान लगाने के लिए प्रशिक्षण- किकेन योसोकु ट्रेनिंग (केवायटी) दी गई, ताकि राइडर वाहन चलाते समय खतरे का अनुमान लगा सकें और सड़क पर सुरक्षित रह सकें।
3. मौजूदा ड्राइवरों के राइडिंग कौशल में सुधारः छात्र और स्टाफ के सदस्य जो पहले से वाहन चलाते हैं, संकरे रास्तों पर राइडिंग एवं स्लो राइडिंग गतिविधियों के माध्यम से उनके राइडिंग कौशल की जांच की गई और इसमें सुधार लाया गया।