मुंबई, 11 अप्रैल 2024 – इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (“आईआईएचएल”) और इनवेस्को लिमिटेड ने आज घोषणा की कि उन्होंने एक संयुक्त उद्यम (“जेवी”) बनाने के लिए एक निश्चित समझौता किया है और आईआईएचएल, इनवेस्को एसेट मैनेजमेंट इंडिया लिमिटेड (“आईएएमआई”) में 60% हिस्सेदारी हासिल करेगी। गौरतलब है कि आईआईएचएल मॉरीशस स्थित निवेश होल्डिंग कंपनी है और जिसके पास बैंकिंग और वित्तीय परिसंपत्तियों में कई निवेश हैं।
आईएएमआई इनवेस्को लिमिटेड की भारतीय शाखा है, जो एक अग्रणी स्वतंत्र वैश्विक निवेश प्रबंधन फर्म है, जिसके पास 1.6 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति है। आईआईएचएल इंडसइंड बैंक की प्रमोटर इकाई है, जो भारत का 5वां सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है और यह बीएसई एवं एनएसई पर सूचीबद्ध है, साथ ही यह भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विनियमित है। इनवेस्को नवगठित संयुक्त उद्यम में 40 प्रतिशत हिस्सेदारी बरकरार रखेगी, और आईआईएचएल तथा इनवेस्को दोनों को प्रायोजक का दर्जा प्राप्त होगा।
आईएएमआई भारत में पांचवीं सबसे बड़ी विदेशी संपत्ति प्रबंधक और 17वीं सबसे बड़ी घरेलू संपत्ति प्रबंधक है, जिसके पास 31 मार्च, 2024 तक संयुक्त ऑनशोर और ऑफशोर परामर्श और प्रबंधन के तहत 853.93 अरब रुपये की संपत्ति है, साथ ही देश भर के 40 शहरों में इसकी उपस्थिति है।
दोनों साझेदार इनवेस्को के वैश्विक उत्पादों और प्रक्रियाओं के पोर्टफोलियो के साथ उद्यम में अपनी-अपनी ताकत लेकर आ रहे हैं, और आईआईएचएल 11,000 से अधिक अखिल भारतीय टच पॉइंट और 45 मिलियन ग्राहक आधार के एक मजबूत वितरण नेटवर्क की सुविधा प्रदान करती है।
स्वर्गीय श्री एस.पी. हिंदुजा के दूरदर्शी नेतृत्व में 1993 में स्थापित, आईआईएचएल एक निवेश होल्डिंग कंपनी है, जो वैश्विक व्यापार लाइसेंस के तहत मॉरीशस के फिनांशियल सर्विस कमीशन द्वारा अच्छी तरह से विनियमित है। निदेशक मंडल द्वारा संचालित इस कंपनी के निवेश पोर्टफोलियो में बैंकिंग सेवाएं (इंडसइंड बैंक, स्टर्लिंग बैंक और ट्रस्ट लिमिटेड- बहामास), कैपिटल मार्केट ऐसेट्स (अफ्रीनेक्स एक्सचेंज लिमिटेड-मॉरीशस, 13.5 अरब डॉलर की अंतर्निहित प्रतिभूतियों की संचयी सूचीबद्धता के साथ) और ग्राहक के अनुरूप ढाली जा सकने वाली संपत्ति प्रबंधन सेवाएं (बेरिलस कैपिटल-ब्रिटेन, स्विट्जरलैंड और सिंगापुर) शामिल हैं।
रिलायंस कैपिटल लिमिटेड और उसकी सहायक कंपनियों (जीवन, स्वास्थ्य और साधारण बीमा, संपत्ति पुनर्निर्माण, अनुसंधान एवं सिक्योरिटी ब्रोकिंग आदि) के अधिग्रहण के लिए आईआईएचएल की बोली को हाल ही में एनसीएलटी द्वारा अनुमोदित किया गया और यह रेज़ोल्यूशन प्लान के क्रियान्वयन के समापन की प्रक्रिया में है।
आईआईएचएल के अध्यक्ष श्री अशोक हिंदुजा ने कहा, “इन्वेस्को के साथ यह साझेदारी हमारे व्यवसाय के मूल विचार और सिद्धांतों: ‘वृद्धि के लिए साझेदारी’ और ‘एक्ट लोकल थिंक ग्लोबल’ के अनुरूप है, साथ ही यह हमारे शेयरधारकों के लिए मूल्य निर्माण की दिशा में एक और कदम है। हम आईआईएचएल को बीएफएसआई पावरहाउस में बदलना चाहते थे। हमारा प्रयास है, पारदर्शी और दक्षता से ‘अंतिम घर, अंतिम निवेशक’ तक पहुंचना और निवेशकों की ‘म्यूचुअल फंड सही है’ की उम्मीद पर खरे उतरना।”
आईआईएचएल के मुख्य कार्यकारी, मोज़ेज़ हार्डिंग ने कहा “हम भारत के एसेट मैनेजमेंट (परिसंपत्ति प्रबंधन) उद्योग को परिवर्तनकारी नवोन्मेषी युग में लाने के लिए इन्वेस्को के साथ गठजोड़ कर बहुत खुश हैं। यह सबसे उपयुक्त समय है जब भारत बढ़ती समृद्धि, निवेशकों के विश्वास और अनुकूल जनांकिकी के कारण अपार संभावनाएं प्रदान करता है।”
इनवेस्को एशिया पेसिफिक के वरिष्ठ प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एंड्रयू लो ने कहा, “हम ऐसे महत्वपूर्ण बाज़ार में अधिक घरेलू निवेशकों को सेवा प्रदान करने के लिए अपनी उच्च गुणवत्ता, वैश्विक और घरेलू निवेश क्षमताओं के वितरण का विस्तार जारी रखने के लिए आईआईएचएल के साथ साझेदारी कर उत्साहित हैं। हम पूरे भारत में अपने ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने और हैदराबाद में भी अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
आईएएमआई ने 2008 के अंत में लोटस इंडिया एसेट मैनेजमेंट कंपनी के अधिग्रहण के साथ भारत में परिचालन शुरू किया और तब से इसने 1.6 मिलियन से अधिक खुदरा निवेशक फोलियो और 39,000 से अधिक सूचीबद्ध वितरकों को सेवा प्रदान की है, जिसमें इसका 70% से अधिक एयूएम इक्विटी और इक्विटी-उन्मुख परिसंपत्तियों में है। इनवेस्को हैदराबाद में एक उद्यम केंद्र भी संचालित करती है, जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी, निवेश संचालन, वित्त, अनुपालन और मानव संसाधन सहित वैश्विक सहायता कार्यों में 1,700 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
इनवेस्को एसेट मैनेजमेंट इंडिया लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी सौरभ नानावटी, जो मौजूदा प्रबंधन टीम के साथ संयुक्त उद्यम का नेतृत्व करना जारी रखेंगे, उन्होंने कहा “एक मज़बूत घरेलू भागीदार, संयुक्त उद्यम की अधिक उन भारतीय शहरों और कस्बों में विस्तार करने की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करेगा, जो उद्योग के विकास को गति दे रहे हैं। भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग अनुकूल जनांकिकी और बढ़ते मध्य वर्ग के साथ एक ऐतिहासिक मोड़ पर है, जो म्यूचुअल फंड और ईटीएफ जैसे पारदर्शी निवेश उत्पादों को प्राथमिकता देगा।“
हस्तांतरण सामान्य प्रक्रिया के मुताबिक विनियामक अनुमोदन पर निर्भर है। इस हस्तांतरण का इनवेस्को लिमिटेड पर कोई उल्लेखनीय वित्तीय असर नहीं होगा।
मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स ने आईआईएचएल के लिए विशेष वित्तीय सलाहकार की भूमिका निभाई। इधर क्रॉफर्ड बेली और एजेडबी ने क्रमशः आईआईएचएल और इनवेस्को के कानूनी सलाहकार रहे।