गुरुग्राम, 02 मई, 2024: उच्च श्रेणी के रिफ्रैक्टरी उत्पादों, प्रणालियों और समाधानों के अग्रणी निर्माता एवं आपूर्तिकर्ता, आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लिमिटेड ने अज़ीम सैयद को अपना नया मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) और मुख्य निवेशक संबंध अधिकारी (सीआईआरओ) नियुक्त करने की घोषणा की है। यह नियुक्ति 01 मई 2024 से प्रभावी होगी। आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लिमिटेड में अपनी नई भूमिका में अज़ीम के पास दो दशकों से अधिक का विविध उद्योग का अनुभव है। वह पहले 2019 से आरएचआई मैग्नेसिटा एनवी में वैश्विक नेतृत्व टीम के अंग थे, जहां उन्होंने प्रमुख रणनीतिक पहलों को आगे बढ़ाते हुए वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और एकीकृत व्यापार योजना के प्रबंधन से जुड़े महत्वपूर्ण काम किए।
आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लिमिटेड में मुख्य वित्तीय अधिकारी और मुख्य निवेशक संबंध अधिकारी के रूप में, अज़ीम वित्तीय प्रदर्शन को बढ़ाने और भारत, पश्चिम एशिया और अफ्रीका क्षेत्र के लिए परिचालन दक्षता के लिए कार्यकारी टीम के साथ मिलकर काम करेंगे। उनकी नियुक्ति आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया की रिफ्रेक्ट्रीज और औद्योगिक समाधान खंड में विकास और नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए शीर्ष प्रतिभाओं के साथ अपनी नेतृत्व टीम को मज़बूत करने की प्रतिबद्धता पर ज़ोर देती है।
आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी, प्रमोद सागर ने कहा, “हमें अज़ीम का मुख्य वित्तीय अधिकारी और मुख्य निवेशक संबंध अधिकारी के रूप में अपनी नेतृत्व टीम में स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। उनके विशाल अनुभव और विशेषज्ञता की हमारी वित्तीय रणनीतियों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी और इस क्षेत्र में मार्केट लीडर के रूप में कंपनी की स्थिति को और मज़बूत करेगी।”
अपनी नई भूमिका के बारे में, अज़ीम सैयद ने कहा, “मैं आरएचआई मैग्नेसिटा इंडिया लिमिटेड में सीएफओ और सीआईआरओ के रूप में शामिल होने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं और इसकी निरंतर सफलता में योगदान देने के लिए उत्सुक हूं। यह वास्तव में मेरे लिए अपने अनुभव का लाभ उठाने और इस क्षेत्र में हमारे रणनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिभाशाली टीमों के साथ सहयोग करने का एक रोमांचक अवसर है।
अज़ीम के पास रणनीतिक योजना, वित्तीय कौशल और नेतृत्व के क्षेत्र, विशेष रूप से जटिल संगठनों में एकीकृत व्यापार योजना पद्धतियों को लागू करने का व्यापक अनुभव है । उनके पास मद्रास विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री है और उन्होंने प्रौद्योगिकी, खुदरा, औद्योगिक और दूरसंचार क्षेत्रों में अपनी पकड़ बनाई है।