जयपुर 03 सितंबर 2024 हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन के द्वारा चतुर्थ हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले का अयोजन 26 सितंबर से 30 सितंबर तक दशहरा मैदान आदर्श नगर जयपुर में आयोजित किया जायेगा। उस के तत्वाधान में आज संत समागम प्रबुद्धजन संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
जिसमें प्रदेश के सभी महामंडलेश्वर और विभिन्न मठों के मठाधीशो और व्यापार मंडल के अध्यक्षों और सामाजिक संगठनों के प्रबुद्ध जनों ने हिंदुत्व पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
एचएसएस फाउंडेशन के प्रदेश सचिव सोमकान्त शर्मा ने बताया की विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रबुद्ध जनों ने हिंदुओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहे सेवा कार्यों के बारे में विस्तार से चर्चा की एवं बताया की हिंदुत्व बिना सेवा कार्य अधूरा है । सभी संतो ने हिंदू जीवन पद्धति में अध्यात्म का महत्व और बच्चो में बचपन से ही आध्यात्मिक किताबें और सनातन धर्म के प्रति जागरूकता लाने के ऊपर अपने विचार रखें है। संतो ने कहा की आध्यात्मिक से जुड़कर ही व्यक्ति ईश्वर की प्राप्ति कर सकते है।
कार्यक्रम यहां स्वामीनारायण मंदिर के पवित्र प्रांगण लगभग 35 पूज्य संतों व समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत प्रबुद्ध जन व्यापार मंडल के प्रमुख लोग उनके महामंत्रियों की उपस्थिति रही। हिन्दू समाज हमेशा से ही जीवन के अंदर एक प्रेरणा देने वाला समाज रहा है। यह सभी संगठन जो आज इस कार्यक्रम में आएं हैं उन्होंने हिंदू आध्यात्मिक सेवा मेले में सक्रिय भूमिका निभाने और सामाजिक कार्य करने का संकल्प लिया है। सभी प्रकार के संगठन हिंदू के नाते सेवा कार्यों में सहयोग करेंगे और भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए सब मिलकर सहयोग करेंगे।
बालमुकुंद आचार्य जी हाथोज धाम और विधायक ने कहा की हिंदू समाज को अलग-अलग धर्म में अलग-अलग संगठनों में या अलग-अलग जातियों में बांटने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम सब हिंदू है और हिन्दुत्व अपने आप में ही एक पूरा का पूरा समाज है हम एकजुट होकर हर समस्या का समाधान निकाल सकते हैं हमें हमारे बच्चों को बचपन से ही आध्यात्मिक और पौराणिक कथाओं का वर्णन और ज्ञान देना चाहिए जिससे हमारे समाज में व्याप्त बुराइयों को हम मिटा सके। हिंदुत्व की बदौलत ही हम विश्व गुरु कहलाते हैं और हमारा संपूर्ण संसार में डंका बजता है
कार्यक्रम में स्वामी सर्वदर्शन जी महाराज, स्वामी वेदांती हरिशंकर दास जी महाराज, स्वामी बसंतानंद जी महाराज, स्वामी राधेप्रिय प्रभु, स्वामी तिलकाचार्य हरिदास जी, जैन मुनि डॉ संयमरत्न विजय जी, श्री बालकृष्ण आर्य जी
श्री वेलांती धवलेश्वर कासा जी
स्वामी वंशलाल जी महाराज
स्वामी सर्वदर्शन जी महाराज (धर्मगुरु स्वामी नारायण मंदिर)
स्वामी श्रीचिप गुरु (अध्यक्ष) (संघालचीर धरिकास जी)
डॉ. शंकरलाल विजय जी
स्वामी श्री लवकृष्ण जी महाराज – राष्ट्रीय संत, प्रेम मंदिर (रामपुरहाट)
स्वामी श्री गोपाल जी महाराज
महामंडलेश्वर महेन्द्रा दास जी
पं. श्री गिर्जेश तिवारी जी महाराज
पं. श्री ब्रज धाम वासनजी, राष्ट्रीय अध्यक्ष
महामंडलेश्वर गोसांईजी (टोगाजी) झांझरा
पं. श्री रमणीकदासजी (देवलसुरा)
पं. श्री तारचन्द शर्मा जी महाराज – धर्म जागरण मंच (देवलसुरा)
श्री ब्राह्मण पंचायत राजकीय द्वारा गोठ (खतूधाम)
पं. श्री महेन्द्र पाल शर्मा जी
पं. श्री किशन मुरारी आसलपुर (देव)
पं. श्री विष्णुगोपाल शर्मा जी (सत्तारामधाम)श्री गिर्जेश तिवारी जी महाराज
पं. श्री ब्रज धाम वासनजी
पं. श्री रमणीकदासजी एवं विभिन्न धार्मिक स्थलों के संत मौजूद रहे ।
एचएसएस फाउंडेशन की और से राष्ट्रीय संयोजक गुणवंत सिंह जी कोठारी, चेयर पर्सन किशोर जी रुंगटा, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बापना, कोषाध्यक्ष दिनेश पितलिया कार्यक्रम संयोजक हरिहर पारीक ने भी अपने-अपने विचार रखें ।