गुरुग्राम, 03 अक्टूबर 2024- एयर इंडिया समूह ने एयर इंडिया एक्सप्रेस लिमिटेड और एआईएक्स कनेक्ट प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में एयर एशिया इंडिया) के ऑपरेशनल इंटीग्रेशन और कानूनी विलय की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है। इस विलय के साथ ही देश में भविष्य में एयरलाइन एकीकरण की दिशा में एक नया मानक स्थापित हो गया है। नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने विलय के लिए अपेक्षित विनियामक अनुमोदन प्रदान कर दिया है।
विलय की गई इकाई ‘एयर इंडिया एक्सप्रेस’ नाम और एक यूनिफाइड एयरलाइन कोड आईएक्स के तहत काम करेगी। इस कदम को एयर इंडिया समूह की परिवर्तन यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो चार एयरलाइनों को दो में विलय कर रहा है। समूह दूसरी तरफ विस्तारा को एयर इंडिया में विलय करने की प्रक्रिया में है, ताकि विश्व स्तरीय वैश्विक एयरलाइन स्थापित की जा सके।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के लिए विलय प्रक्रिया एयरलाइन के नए ब्रांड की लॉन्चिंग के बाद एक साल से भी कम समय में पूरी हो गई है। इसके एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (एओसी) के तहत पंजीकृत विमान अब एयर इंडिया एक्सप्रेस के एओसी में ट्रांसफर हो जाएंगे। इस विलय के बाद, एआईएक्स कनेक्ट के सभी विमान एयर इंडिया एक्सप्रेस के कोड ‘आईएक्स’ के तहत संचालित होंगे।
इस तरह के विलय की जटिलता को देखते हुए, इसके लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता थी, जिसने पूरी प्रक्रिया का समर्थन और निगरानी की। इस विलय को नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए), नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) और अन्य प्रमुख स्टेकहोल्डर्स का भी समर्थन प्राप्त हुआ।
मंगलवार को, डीजीसीए के महानिदेशक विक्रम देव दत्त ने नई दिल्ली में डीजीसीए मुख्यालय में एयर इंडिया के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर और एयर इंडिया एक्सप्रेस के चेयरमैन कैंपबेल विल्सन की उपस्थिति में एयर इंडिया एक्सप्रेस के मैनेजिंग डायरेक्टर आलोक सिंह को अपडेटेड एओसी सौंपा।
डीजीसीए के महानिदेशक विक्रम देवदत्त ने इस अवसर पर कहा, ‘‘एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ एआईएक्स कनेक्ट का सफल एकीकरण और विलय सराहनीय कदम है और एयरलाइन विलय के लिहाज से यह एक बेंचमार्क के रूप में कार्य करता है। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े विमानन बाजार के रूप में भारत के तेजी से उभरने के साथ ही सभी विनियामक शर्तों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। इसमें शामिल जटिलताओं को देखते हुए इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करना, डीजीसीए और ऑपरेटर दोनों की टीमों द्वारा किए गए प्रयासों का प्रमाण है।’’
डीजीसीए के उड़ान मानक निदेशालय द्वारा सामंजस्य प्रक्रिया की प्रगति की निरंतर निगरानी के लिए एक समर्पित टीम के साथ बनाया गया एक लाइव ट्रैकर समयबद्ध तरीके से चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करने में सहायक रहा है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस के मैनेजिंग डायरेक्टर आलोक सिंह ने कहा, ‘‘लगभग एक साल पहले, हमने एआईएक्स कनेक्ट और एयर इंडिया एक्सप्रेस का एकीकरण शुरू किया, जिससे दोनों संगठन एक आम ब्रांड के पीछे एक साथ आ गए। साथ ही, हमने इंटीग्रेशन के इस जटिल प्रयास पर काम किया, जिसका समापन आज दोनों संगठनों के परिचालन और कानूनी विलय में हुआ। डीजीसीए (DGCA), बीसीएएस (BCAS) और एमओसीए (MoCA), एआईएक्स (AIX) और समूह नेतृत्व टीमों और कई अन्य सहयोगियों के बीच घनिष्ठ सहयोग इस प्रक्रिया की सफलता में सहायक रहा।’’
एयर इंडिया के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर और एयर इंडिया एक्सप्रेस के चेयरमैन कैंपबेल विल्सन ने कहा, ‘‘एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ एआईएक्स कनेक्ट का एकीकरण एयर इंडिया की विहान.एआई परिवर्तन यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। विलय की गई इकाई भारत और इस क्षेत्र में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करेगी, खासकर देश के महत्वाकांक्षी युवाओं के बीच जो नए और अधिक आकर्षक मूल्य उत्पादों की तलाश में हैं। इस विलय के बाद 12 नवंबर को विस्तारा का एयर इंडिया में विलय होगा। हम इसे आसान और सहज तरीके से पूरा करने के लिए डीजीसीए के मार्गदर्शन में काम करने के लिए तत्पर हैं।’’
विलय पूरा होने के साथ, एयर इंडिया एक्सप्रेस भविष्य के विकास और परिवर्तन एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करेगी। एयरलाइन के फ्लीट का आकार पहले ही 88 विमानों तक बढ़ चुका है, जिसमें हर महीने लगभग चार नए विमान शामिल होते रहते हैं। चालू वित्त वर्ष के अंत तक बेड़े में विमानों की संख्या 100 को पार करने की उम्मीद है। यह नेटवर्क भारत, खाड़ी और दक्षिण पूर्व एशिया में फैला हुआ है।
2022 की शुरुआत में टाटा समूह द्वारा एयर इंडिया के अधिग्रहण के बाद से एआईएक्स द्वारा संचालित मार्गों की संख्या 74 से बढ़कर 171 हो गई है, और यात्री परिवहन में 400 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
अक्टूबर 2023 में, एयरलाइन ने एकीकृत ब्रांड ‘एयर इंडिया एक्सप्रेस’ को लॉन्च किया था। तब से, एआईएक्स कनेक्ट द्वारा संचालित उड़ानों की मार्केटिंग भी आवश्यक विनियामक अनुमोदन के साथ ‘एयर इंडिया एक्सप्रेस’ ब्रांड के तहत की जाती है।