मुंबई, 13 नवंबर 2024: बैंक ऑफ इंडिया ने वित्तीय वर्ष’25 की दूसरी तिमाही के लिए अपने परिणामों की घोषणा की, जिसमें तिमाही के लिए निवल लाभ, वर्ष-दर-वर्ष 63% सुधरा तथा वित्तीय वर्ष’25 तिमाही 2 में रु. 2,374 करोड़ रहा जो वित्तीय वर्ष’24 तिमाही 2 में रु. 1,458 करोड़ था।
आस्ति गुणवत्ता पर, निवल एनपीए में वर्ष-दर-वर्ष 29% की कमी आई तथा यह सितंबर’23 के रु. 7,978 करोड़ से घटकर सितंबर’24 में रु. 5,649 करोड़ रहा। प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) सितंबर’24 में 92.22% रहा। वैश्विक कारोबार, वर्ष-दर-वर्ष 12.05% की वृद्धि के साथ सितंबर’ 23 में रु. 12, 46,879 करोड़ से बढ़कर सितंबर’24 में रु. 13,97,100 करोड़ हो गया।
बैंक के कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) में 100 बीपीएस का सुधार हुआ तथा यह 30.09.2023 के 15.63% के विरुद्ध 30.09.2024 को 16.63% रहा। आरएएम अग्रिम, वर्ष-दर-वर्ष 19.74% की वृद्धि के साथ सितंबर’ 24 में रु. 3,00,412 करोड़ हो गए, जो सितंबर’ 24 के अग्रिमों का 57.70% है।
रिटेल ऋण, वर्ष-दर-वर्ष 21.61% की वृद्धि के साथ सितंबर’ 24 में रु.1,21,517 करोड़ हो गए। कृषि ऋण, वर्ष-दर-वर्ष 21.46% की वृद्धि के साथ सितंबर’24 में रु. 93,798 करोड़ हो गए। एमएसएमई ऋण, वर्ष-दर-वर्ष 15.42% की वृद्धि के साथ सितंबर’24 में रु. 85,097 करोड़ हो गए। घरेलू कासा जमाराशियों में वर्ष-दर-वर्ष 7.26% की वृद्धि हुई तथा सितंबर’23 में रु.2,56,956 करोड़ से बढ़कर सितंबर’24 में रु.2,75,618 करोड़ हो गईं तथा कासा प्रतिशत 41.18% रहा।
बैंक ने वित्त वर्ष’25 के दूसरी तिमाही के दौरान 5.77 लाख नए पी.एम.जे.डी.वाई खाते और वित्त वर्ष’25 के छमाही 1 के दौरान 9.55 लाख नए खाते खोले हैं। कुल लेनदेन में डिजिटल लेनदेन की हिस्सेदारी सितंबर 2023 में 92% से बढ़कर सितंबर 2024 में 95% हो गई।
यथा 30 सितंबर 2024 तक, बैंक की 5191 घरेलू शाखाएँ हैं।