भरतपुर 09 नवंबर, गुरुवार: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) 19 नवंबर को भरतपुर में एक मेगा जॉब फेयर, कौशल महोत्सव का आयोजन कर रहा है। भरतपुर के विधायक श्री सुभाष गर्ग ने गुरुवार को रोजगार मेले पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह युवाओं को अपने संबंधित क्षेत्र में करियर बनाने का अवसर है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान घोषणा करते हुए, श्री सुभाष गर्ग ने कहा, “कौशल और उद्यमिता पर, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का फोकस रहा है क्योंकि भारत जैसे बड़े देश में, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय एकमात्र ऐसा मंत्रालय है जो बढ़ते भारत की जरूरतों को पूरा कर सकता है। कौशल महोत्सव का मुख्य फोकस नियोक्ताओं और रोजगार के लिए तैयार युवाओं के बीच की खाई को पाटना है, ताकि उन्हें आज के तेज गति वाले उद्योगों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक सॉफ्ट स्किल सीखने का अवसर मिल सके। एनएसडीसी ने इतिहास में पहली बार ग्राम पंचायत के साथ भी काम किया है, जो भरतपुर कौशल महोत्सव को एक पायलट प्रोजेक्ट और ग्रामीण भारत को सहायता प्रदान करने की अपनी तरह की अनूठी पहल बनाता है।”
इस अवसर पर उपस्थित राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री वेद मणि तिवारी ने कहा, “हमारी सरकार का ध्यान हमेशा युवाओं को नौकरी की सुरक्षा प्रदान करने पर रहा है। पूरे भारत में कई कौशल महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं, जहाँ युवाओं को नियोक्ताओं से मिलने और नौकरी के बाजार में प्रवेश करने के अवसर दिए जा रहे हैं। एनएसडीसी युवाओं को आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए इस अद्भुत अवसर के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए देश के कोने-कोने तक पहुँच रहा है, जिससे उन्हें रोजगार पाने में मदद मिलेगी। भरतपुर के युवाओं को रोजगार देने की इच्छुक कंपनियों ने विभिन्न जॉब रोल्स के लिए 11,000 से अधिक वैकेंसी रखी हैं, जो भरतपुर के स्थानीय युवाओं की मदद करेंगी।”
यह ऐतिहासिक कार्यक्रम एक महीने तक चलने वाले जॉब रेडीनेस प्रोग्राम का समापन है, जिसका उद्देश्य भरतपुर और आस-पास के जिलों के युवाओं को सफल करियर के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है। 40 घंटे तक चलने वाला पांच दिवसीय गहन रोजगार योग्यता प्रशिक्षण कार्यक्रम अभी भी भरतपुर में 15 प्रशिक्षण केंद्रों पर चल रहा है, जिसमें सॉफ्ट स्किल्स (इफेक्टिव कम्युनिकेशन, इंटरव्यू की तैयारी,प्रॉब्लम सॉल्विंग, टाइम मैनेजमैन्ट, आदि) पर मॉड्यूल शामिल हैं।
इस कार्यक्रम में प्रशिक्षित विशेषज्ञों द्वारा ऑटोमोटिव, लॉजिस्टिक्स, टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी जैसे क्षेत्रों में डोमेन स्किल्स पर ओरिएन्टेशन शामिल है। ये प्रशिक्षण सत्र भरतपुर और आस-पास के क्षेत्रों में 15 केंद्रों पर आयोजित किए जाएंगे। इच्छुक उम्मीदवार NSDC जॉबएक्स
https://nsdcjobx.com/jobseeker/QuickRegKM?UtmSource=Bharatpur&UtmID=13
पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन खुला है और 14 नवंबर, 2024 तक खुला रहेगा।
माननीय मंत्री श्री जयन्त चौधरी के मार्गदर्शन में, कई प्रतिभागियों ने सीवी राइटिंग, इंटरव्यू की तैयारी और कम्युनिकेशन स्किल पर केंद्रित गहन 40 घंटे के प्रशिक्षण मॉड्यूल को पूरा कर लिया है और कई प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, जिससे व्यावसायिक विकास के लिए एक मजबूत आधार स्थापित हो रहा है।
कौशल महोत्सव में एक डायनामिक जॉब फेयर आयोजित किया जाएगा, जिसमें हजारों प्रतिभागियों को आईटी, हॉस्पिटैलिटी, हेल्थकेयर और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों से ऑफर लेटर प्राप्त होंगे। यह पहल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के विज़न का समर्थन करती है, जिसमें भारत के युवाओं और कार्यबल के लिए कौशल विकास, अपस्किलिंग और रीस्किलिंग को प्राथमिकता दी गई है।
भरतपुर एक प्रमुख इन्डस्ट्रियल हब के रूप में, विशेष रूप से अपनी 554 पंजीकृत सरसों तेल मिलों और कृषि आधारित उद्योगों में 10,000 से अधिक सूक्ष्म और लघु उद्यमों में कुशल कार्यबल की आवश्यकता का उदाहरण है। कौशल महोत्सव जैसी पहल यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि स्थानीय कार्यबल इन विविध क्षेत्रों में विकास को बनाए रखने और आगे बढ़ाने के लिए तैयार है।
अब तक, NSDC ने 6 नवंबर 2022 से ढेंकनाल (ओडिशा), बूंदी (राजस्थान), कोडरमा (झारखंड), लखनऊ 2023 (उत्तर प्रदेश), सिकंदराबाद (तेलंगाना), संबलपुर (ओडिशा), लखनऊ 2024, बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में कुल आठ कौशल महोत्सव आयोजित किए हैं। इन आयोजनों में लगभग 657 कम्पनियों ने भाग लिया, 45,000 से अधिक उम्मीदवारों को 26,431 रोजगार के अवसर मिले।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के बारे में
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) देश में स्किल ईकोसिस्टम का प्रमुख वास्तुकार है। यह भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत काम करने वाला एक अनूठा सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) उद्यम है। एनएसडीसी की स्थापना निजी क्षेत्र की भागीदारी के लिए स्किलिंग ईकोसिस्टम को बढ़ावा देने और कुशल व्यावसायिक प्रशिक्षण पहलों का निर्माण करने, भारत के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए कौशल भारत मिशन के लिए रणनीतिक कार्यान्वयन और ज्ञान भागीदार बनने के लिए की गई थी। एनएसडीसी उन उद्यमों, स्टार्ट-अप्स, कंपनियों और संगठनों को सहायता प्रदान करता है जो संभावित कार्यबल को भविष्य के कौशल में अवसरों की दुनिया की पेशकश करके प्रभाव पैदा कर रहे हैं। संगठन पात्र संस्थाओं को वित्तीय सहायता, उम्मीदवारों को रियायती लोन और अन्य नवीन वित्तीय उत्पादों की पेशकश करके और रणनीतिक साझेदारी का निर्माण करके कौशल में निजी क्षेत्र की पहल को बढ़ाने, समर्थन और समन्वय करने के लिए उपयुक्त मॉडल विकसित करता है।