उदयपुर, 28 फरवरी, 2025: दोपहिया एवं तिपहिया सेगमेन्ट में अग्रणी विश्वस्तरीय ऑटोनिर्माता टीवीएस मोटर कंपनी ने ‘व्हील्स ऑफ एम्पावरमेन्ट’ इनीशिएटिव के लॉन्च के लिए सेल्फ-एम्प्लॉयड वुमेन्स एसोसिएशन (सेवा), स्मॉल इंडस्ट्रीज़ डेवलपमेन्ट बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी), एएमयू लीज़िंग एण्ड नैचुरल रिसोर्सेज़ डीफेंस काउन्सिल (एनआरडीसी) के साथ साझेदारी की है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को उद्यमिता के माध्यम से आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना है। इसके तहत उन्हें इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग के द्वारा आय सृजन और उद्यमिता में सक्षम बनाया जाएगा।
‘व्हील्स ऑफ एम्पावरमेन्ट’ के तहत टीवीएस मोटर कंपनी के समावेशी मोबिलिटी दृष्टिकोण के अनुरूप सस्टेनेबल एवं अफॉर्डेबल इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन उपलब्ध कराकर ग्रामीण भारत में मोबिलिटी के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। वर्तमान में 26 टीवीएस आईक्यूब इलेक्ट्रिक स्कूटरों को तैनात किया जा चुका है, अगली तिमाही में 100 और स्कूटर उपलब्ध कराने की योजना है। इस प्रोग्राम के तहत अगले तीन सालों में 10,000 ईवी उपलब्ध कराए जाएंगे। सेवा और एनआरडीसी, सेवा सदस्यों के साथ मिलकर भारत के 21 राज्यों में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कार्यरत हैं। इस प्रोग्राम के तहत सरकार के सहयोग से ग्रामीण ई-मोबिलिटी का अडॉप्शन बढ़ाने के प्रयास भी किए जाएंगे।
इस पहल पर बात करते हुए मनु सक्सेना, सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट, ईवी बिज़नेस, टीवीएस मोटर कंपनी ने कहा, ‘‘5,00,000 से अधिक उपभोक्ताओं की कम्युनिटी के साथ टीवीएस आईक्यूब ने भारत के अग्रणी इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन के रूप में अपने आप को मजबूती से स्थापित कर लिया है। ‘व्हील्स ऑफ एम्पावरमेन्ट’ पहल का उद्देश्य आय सृजन के द्वारा नई संभावनाओं और साथ ही सस्टेनेबल मोबिलिटी को बढ़ावा देना है। सेवा, सिडबी एवं एनआरडीसी के साथ साझेदारी इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो आर्थिक आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करेगी।’
‘व्हील्स ऑफ एम्पावरमेन्ट’ ईवी टेक्नोलॉजी में टीवीएस मोटर कंपनी की दक्षता, सेवा के 3.2 मिलियन सदस्यों के नेटवर्क, सिडबी की आर्थिक विशेषज्ञता, लीजिंग में एएमयू की संचालन क्षमता और एनआरडीसी के आधुनिक दृष्टिकोण के साथ परिवहन के स्थायी समाधानों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। टीवीएस मोटर कंपनी के इलेक्ट्रिक वाहनों को अधिक किफ़ायती बनाने के लिए सिडबी, एनआरडीसी और एएमयू ने कंसेशनल फाइनैंसिंग एवं रिक्स-शेयरिंग मॉडल्स पेश किए हैं। जो इलेक्ट्रिक एवं इंटरनल कम्बशन इंजन वाहनों के बीच कीमत के अंतर को दूर करने में कारगर हैं।
‘स्वच्छ परिवहन को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को किफ़ायती एवं सुलभ बनाना ज़रूरी है। एनआरडीसी, बुनियादी संगठनों, डेवलपमेन्ट बैंकों, ओईएम एवं अन्य हितधारकों को एक साथ जोड़कर ऐसे आधुनिक फाइनैंशियल मॉडल विकसित करती है, जो खासतौर पर ग्रामीण समुदायों की महिलाओं के लिए ईवी की खरीद को सुगम बनाते हैं। यह पहल सिर्फ वाहनों के दायरे से कहीं बढ़कर है- जो महिला सशक्तीकरण के माध्यम से आजीविका को बढ़ावा देती है और सभी के लिए स्वच्छ परिवहन को सुलभ बनाने में मुख्य भूमिका निभाती है।’ दीपा सिंह बगाई, कंट्री हैड, एनआरडीसी इंडिया ने कहा।
आने वाले समय में भी टीवीएस मोटर कंपनी प्रोडक्ट डेमो एवं टेकनिकल प्रशिक्षण कैम्पों का आयोजन करती रहेगी, साथ ही सेवा सदस्यों को ज़रूरी ट्रबलशूटिंग कौशल प्रदान करती रहेगी। दोपहिया वाहनों के लिए एक्सटेंडेड वारंटी एवं महीने में दो बार आयोजित ग्रामीण सर्विस कैम्प वाहनों की खरीद एवं इनके रखरखाव को आसान बना देंगे। ग्रामीण क्षेत्र देश भर में दोपहिया वाहनों की बिक्री का 55 फीसदी हिस्सा बनाते हैं, इसके बावजूद इन क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को उतनी गति नहीं मिली है। इन वाहनों को अपनाने वालों का कहना है कि उनकी ईंधन की लागत कम हुई है, सुविधा बढ़ी है और साथ ही आजीविका के अवसरों में भी सुधार हुआ है। ऐसे में वे अपने समुदायों में ई-मोबिलिटी को समर्थन प्रदान करते हैं।