Editor-Dinesh Bhardwaj
जयपुर 12 फरवरी 2021 – राजस्थान शिक्षा विभाग कोविड-19 महामारी के दौरान छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहा है। अब जैसे ही स्कूल पुनः शुरू हुए हैं, विभाग लड़कियों को व्यावसायिक और जीवन कौशल शिक्षा जारी रखने के लिए एक और बड़ी पहल करने जा रहा है।
राजस्थान शिक्षा विभाग ने एक बहुआयामी कार्यक्रम मंजिल के लिए आईपीई ग्लोबल के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए। सीआईएफएफ, यूके द्वारा वित्त पोषित मंजिल परियोजना का मूल उद्देश्य स्कूलों में किशोरी बालिकाओं की शिक्षा, उनकी भागीदारी को बढ़ाना एवं व्यवस्था को बेहतर बनाना है। साथ ही साथ बालिकाओं को स्कूली शिक्षा से आगे की पढ़ाई और उसके उपरान्त रोजगार प्राप्ति के मार्ग को प्रभावी रूप से सुगम बनाना है।
अधिकांशतया लड़कियां स्कूल की पढाई बीच में ही छोड़ देती हैं और कम उम्र में ही उनकी शादी कर दी जाती है। आज भी जानकारी और समझ की कमी के कारण व्यावसायिक व आर्थिक अवसरों तक लड़कियों की पहुंच बेहद सीमित है। मंजिल कार्यक्रम स्कूलों में लड़कियों की काउंसलिंग व समुदाय में माता-पिता से परामर्श करने का काम करेगा ताकि वे एक सुविचारित तरीके से व्यावसायिक शिक्षा के साथ स्कूली शिक्षा पूर्ण कर सकें। परियोजना जीवन कौशल पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
रोजगार कौशल के क्षेत्र में आने वाली किशोरियों के कम उम्र में विवाह होने की संभावना में लगभग 23 प्रतिशत की कमी आती है। मंजिल एक उदाहरण स्थापित करने की उम्मीद करती है जिसमें व्यावसायिक शिक्षा में लड़कियां सक्रिय रूप से भाग लें और विभिन्न काम के अवसरों को समझने के लिए एक्सपोजर विजिट और इंटर्नशिप के लिए स्थानीय नियोक्ताओं के साथ जुड़ें ताकि वो उपलब्ध विकल्पों में से बेहतर का चुनाव कर अपने भविष्य को बेहतर बना सकें।
डॉ भंवरलाल, आयुक्त सामग्र शिक्षा अभियान ने कहा, “नई शिक्षा नीति ने व्यावसायिक शिक्षा पर जोर दिया है। यह एक अच्छी शुरुआत होगी। जबकि विभाग व्यावसायिक भाग पर कुछ काम कर रहा है। आईपीई ग्लोबल जैसे विशेषज्ञ संगठन का होना खुशी की बात होगी। हम नई ऊंचाइयों को हासिल करने के लिए तत्पर हैं।“
पद्म कुमार, सीओओ आईपीई ग्लोबल ने संगठन की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए और कहा, “हम इस अवसर के बारे में उत्साहित हैं। यह एक अनूठी पहल है जिसका उद्देश्य रोजगार कौशल के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल के तहत लड़कियों के लिए इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप को बढ़ावा देना है। हम शिक्षा विभाग के साथ काम करने के लिए उत्साहित है।
मंजिल, डूंगरपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, टोंक और जयपुर के 6 जिलों में काम करेगी।