Editor-Ravi Mudgal
जयपुर, 15 फरवरी 2021 – हस्तशिल्प मेलों और हाट व्यवसाय की राजस्थान में कोविड सुरक्षा उपायों के साथ वापसी हो रही है। इस तरह के पारंपरिक कार्यक्रम स्थानीय कला व शिल्प की मार्केटिंग के प्रमुख मंच होते हैं, जिन्हें कोविड-19 महामारी के सुरक्षा कारणों के तहत वर्ष 2020 के अधिकांश समय के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था। राजस्थान सरकार अपने उद्योग विभाग के माध्यम से राज्य के हजारों शिल्पकारों के लिए बाजारों तक पहुंच बनाने हेतु अपने समर्थन को निरंतर बढ़ावा दे रही है।
2021 के प्रथम माह में राज्य की राजधानी जयपुर में दो ऐसे हस्तशिल्प मेले आयोजित किए गए थे। फरवरी में राजस्थान उद्योग विभाग के उद्यम प्रोत्साहन संस्थान द्वारा शहर में स्पेशल हैंडलूम एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है, ऐसे आयोजन राज्य के अन्य शहरों में भी किए जा रहे हैं।
राजस्थान सरकार की उद्योग आयुक्त अर्चना सिंह ने कहा कि ‘यह एक सकारात्मक विकास है, इनके आयोजकों को सभी आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित किया गया है और उनके द्वारा कोविड की रोकथाम हेतु सभी सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है। इन आयोजनों में शिल्पकारों व खरीदार भी सुरक्षित व्यापार सुनिश्चित करने में अपना पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। उद्योग विभाग इस तरह की गतिविधियों का समर्थन आगे भी जारी रखेगा।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री, श्री अशोक गहलोत पहले ही राज्य के कारीगरों व शिल्पकारों के परिवारों पर महामारी के प्रभाव पर चिंता व्यक्त कर चुके हैं। उनकी इस सोच के अनुसार उद्योग विभाग द्वारा कारीगरों हेतु मार्केटिंग के अवसरों को आसान बनाने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। विभाग की ओर से लॉकडाउन का पालन करते हुए उपहार में हस्तशिल्प उत्पाद दिए जाने को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाया गया था। हालांकि अब मेलों व हाट की वापसी के साथ हस्तशिल्प कलाकार सामान्य स्थिति की ओर तेजी से वापसी के प्रति आशान्वित हैं।
हस्तशिल्पियों ने भी अपने आप को न्यू नॉरमल के लिए तैयार कर लिया है। उन्होंने न सिर्फ सुरक्षा आदतों को अपनाया है, बल्कि उनके द्वारा प्रदर्शित किए जाने वाले अधिकांश उत्पाद स्थानीय निवासियों के साथ घरेलू पर्यटकों को आकर्षित करने में भी सक्षम हैं।
बॉक्स – विशेष रूप से अप्रेल तक इस तरह के लगभग चार आयोजन होने हैं। राजस्थान सरकार 19 फरवरी से 4 मार्च तक स्पेशल हैंडलूम एक्सपो की मेजबानी करने के लिए तैयार है। इसके बाद 5 मार्च से 14 मार्च और फिर 15 मार्च से 24 मार्च तक क्राफ्ट बाजार आयोजित किया जाएगा। 25 मार्च से 3 अप्रेल तक अंतिम आयोजन होना भी तय हो चुका है। इन व्यस्त दो महीनों के बाद राज्य में संपूर्ण वर्षभर इस तरह के अन्य एक्सपो एवं बाजारों का आयोजन होने की पूरी संभावना है। इस प्रकार के आयोजनों से कोविड के बाद कारीगरों व हस्तशिल्पियों को अच्छी आय होने की आशा है और सरकार द्वारा ऐसी पहल से लगभग चार लाख कारीगरों को लाभ होगा।