Editor-Manish Mathur
जयपुर 04 मार्च 2021 – कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज लिमिटेड (”कंपनी” या ”किम्स हॉस्पिटल”), जो उपचार किये गये मरीजों की संख्या और प्रदत्त उपचारों की दृष्टि से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के सबसे बड़े कॉर्पोरेट हेल्थकेयर ग्रुप्स में से एक है, ने अपने प्रस्तावित आईपीओ के लिए सेबी के यहां अपना डीआरएचपी दाखिल किया।
कंपनी, टियर 2-3 शहरों में प्राइमरी, सेकंडरी एवं टर्शियरी स्वास्थ्य सेवा और टियर 1 शहरों में प्राइमरी, सेकंडरी, टर्शियरी व क्वाटर्नरी स्वास्थ्य सेवा पर जोर देते हुए मल्टी-डिसिप्लिनरी एकीकृत स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराती है। यह ”किम्स हॉस्पिटल” ब्रांड के नाम से 9 मल्टी-स्पेशियाल्टी अस्पतालों का परिचालन करता है, जिनकी बेड क्षमता 31 दिसंबर, 2020 के आंकड़ों के अनुसार 3,064 है जिनमें 2,500 से अधिक ऑपरेशनल बेड्स शामिल हैं; क्रिसिल रिपोर्ट के अनुसार, यह बेड संख्या आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के दूसरे सबसे बड़े स्वास्थ्य चिकित्सा प्रदाता की तुलना में 2.2 गुना अधिक है। किम्स हॉस्पिटल्स, कार्डियक साइंसेज, ऑन्कोलॉजी, न्यूरोसाइंसेज, गैस्ट्रिक साइंसेज, ऑर्थोपेडिक्स, अंत प्रत्यारोपण, रीनल साइंसेज और मां-शिशु देखभाल सहित 25 से अधिक स्पेशियाल्टीज और सुपरस्पेशियाल्टीज में व्यापक रूप से श्रृंखलाबद्ध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराते हैं।
इस आईपीओ में कुल ₹ 2,000.00 मिलियन के फ्रेश इश्यू (”फ्रेश इश्यू”) और 21,340,931 इक्विटी शेयर्स तक का ऑफर फॉर सेल (”ऑफर फॉर सेल”) शामिल हैं, जिसमें जनरल अटलांटिक सिंगापुर केएच प्राइवेट लिमिटेड (”निवेशक विक्रेता शेयरधारक”) के 13,977,991 इक्विटी शेयर्स, डॉ. भास्कर राव बोल्लिनेनी के 775,993 इक्विटी शेयर्स, राज्यश्री बोल्लिनेनी के 1,163,899 इक्विटी शेयर्स, बोल्लिनेनी रमणैय्या मेमोरियल हॉस्पिटल्स प्राइवेट लिमिटेड (”सामूहिक रूप से, ”प्रवर्तक विक्रेता शेयरधारक”) के 387,966 इक्विटी शेयर्स, परिशिष्ट A में उल्लेखित व्यक्तियों (”अन्य विक्रेता शेयरधारक” के रूप में उल्लेखित, निवेशक विक्रेता शेयरधारक एवं प्रवर्तक विक्रेता शेयरधारक को साथ मिलाकर, ”विक्रेता शेयरधारक”, और इस तरह के इक्विटी शेयर्स, ”पेशकश किये गये शेयर्स”) के 5,035,142 इक्विटी शेयर्स हैं। इस ऑफर में पात्र कर्मचारियों (”कर्मचारी आरक्षण हिस्सा”) द्वारा सब्सक्रिप्शन के लिए आरक्षण शामिल हैं।
ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स, कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, क्रेडिट स्युइस सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड और आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड हैं।
ये इक्विटी शेयर्स, बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध किये जाने हेतु प्रस्तावित हैं।
कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज लिमिटेड के विषय में
कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज लिमिटेड (“कंपनी” या “किम्स हॉस्पिटल्स”) इसके संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक, डॉ. भास्कर राव बोल्लिनेनी और डॉ. अभिनय बोल्लिनेनी, कार्यकारी निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी के नेतृत्व में ऑर्गेनिक ग्रोथ एवं रणनीतिक अधिग्रहण के माध्यम से केवल एक अस्पताल से बढ़कर मल्टी-स्पेशियाल्टी हॉस्पिटल्स की चेन का आकार ले चुका है। कंपनी के नेटवर्क में शामिल पहले अस्पताल की स्थापना वर्ष 2000 में नेल्लोर में की गयी थी और उस समय इसकी क्षमता लगभग 200 बिस्तरों की थी। क्रिसिल रिपोर्ट के अनुसार, सिकंदराबाद स्थित उनका प्रमुख अस्पताल, सिंगल लोकेशन में (मेडिकल कॉलेजों को छोड़कर) भारत के सबसे बड़े निजी अस्पतालों में से एक है और इसकी क्षमता 1,000 बेड्स की है। किम्स हॉस्पिटल्स ने हाल के वर्षों में वित्त वर्ष 2017 में ओंगोल में, वित्त वर्ष 2019 में वाइजैग एवं अनंतपुर में और वित्त वर्ष 2020 में कुर्नूल में अस्पतालों के अधिग्रहण के माध्यम से अपने अस्पतालों के नेटवर्क का काफी विस्तार कर लिया है। उनके 3,064 में से लगभग एक-तिहाई बेड्स पिछले चार वर्षों में लाये गये।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2019 और 2020 में विशाखापत्तनम (वाइजैग), अनंतपुर और कुरनूल के अपने अस्पतालों में कुल 880 से अधिक बेड्स शामिल किये, और उसी अवधि में इन अस्पतालों का संपूर्ण बेड ऑक्यूपेंसी रेट 71.83% से बढ़कर 80.43% हो गया। किम्स अस्पताल अधिक से अधिक रोगियों को गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करने का प्रयास करते हैं, और उनका मानना है कि अभी और अधिक रोगियों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान किये जाने और अधिभोग दर में वृद्धि की पर्याप्त संभावना मौजूद है। कंपनी, प्रमुख रूप से दक्षिण भारत के स्वास्थ्य सेवा बाजार पर जोर देती है, जहां की क्षेत्रीय बारीकियों, ग्राहक व्यवहार और चिकित्सा पेशेवरों की मनोस्थिति की अच्छी समझ है और जहां गुणवत्ता और सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं की महत्वपूर्ण रूप से अधिक आवश्यकता है। उनके प्रत्येक अस्पताल में रोगियों के लिए एकीकृत नैदानिक सेवाएँ और फ़ार्मेसीज़ उपलब्ध हैं।