Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 9 मार्च 2021 – वेदांता में महिलाएं सूत्रधार हैं जिन्होंने एक लाख वेदांता परिवारों को मजबूती से एक साथ रखा हुआ है। यह बात चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कर्मचारियों और उनके परिवारों को वर्चुअल टाउन हॉल बैठक को संबोधित करते हुए कही।
अग्रवाल ने महिलाओं से खुद पर विश्वास करने का आव्हान करते हुए कहा, कि यदि महिला किसी कार्य को करने की ठान ले तो वह उसमें दृढ़ता से कार्य कर शत प्रतिशत परिणाम देती है। उन्होंने महिलाओं से कहा कि उन्हें किसी कार्य को करने के लिए कहा गया है इसलिए उसे करना है के बजाय किसी विचार को स्वयं चुनने और आश्वस्त हो कर उसमें दिल और दिमाग से करे।
अग्रवाल ने महिलाओं को समाज में योगदान हेतु दैनिक जीवन के अलावा भी पूर्णकालिक या अंशकालिक कार्य के लिए प्रोत्साहित किया। ऐसा कोई कार्य नही है जो एक महिला नहीं कर सकती। आपको केवल इसे हांसिल करने की मानसिकता विकसित करनी है। उन्होंने कहा कि भारत में लगभग दो करोड़ महिलाएँ हैं जो समाज में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं, बशर्ते उन्हें सही अवसर मिले।
कंपनी बोर्ड में निदेशक प्रिया अग्रवाल हेब्बर ने श्री अग्रवाल के साथ महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में महिलाओं के सामने सबसे बड़ी चुनौती उनकी मानसिकता विकसित करने की है। उन्होंने यह भी महसूस किया कि महिलाओं को उन मूल्यों को अपनाने की जरूरत है जो वे अपने बच्चों में विकसित करने के लिए निर्धारित करती हैं। उन्होंने श्री अनिल अग्रवाल की बात विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाएं किस तरह परंपरा और अपनी नई, वर्तमान समय के अनुरूप प्रोफेशनल भूमिकाओं के बीच एक अच्छा संतुलन बना सकती हैं।
वेदांता विश्व की शीर्ष कंपनियों में शामिल है जहां महिलाएं कार्य करने में सहज महसूस करती हैं और कंपनी इस पर बहुत गर्व महसूस करती है, श्री अग्रवाल ने कहा कि कंपनी वर्तमान में परिचालन भूमिकाओं में महिलाओं के 22 प्रतिशत प्रतिनिधित्व को 50 प्रतिशत तक बढ़ाएगी।
वेदांता की विविध व्यावसायिक इकाइयों में महिलाओं के कुशल योगदान की सराहना करते हुए,उन्होंने वेदांता परिवार की उन महिलाओं को भी धन्यवाद दिया जो हमेशा अपने पति के साथ खड़ी रही हैं और उन्हें सहयोग दिया है ताकि वे अपने कार्य पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें।
चर्चा के उपरांत प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में उन्होने सभी सवालो का रोचक जवाब दिया। एक प्रश्न के उत्तर में, उन्होंने वेदांता के कर्मचारियों की पत्नियों को प्रोत्साहित किया कि वे अपनी ऊर्जा और उद्यमशीलता की भावना को सार्थक तरीके से वेदांता में योगदान के लिए प्रोत्साहित करें जो कि प्रौद्योगिकी सक्षमता या सेवाओं के माध्यम से हो।