Editor- Manish Mathur
जयपुर 15 मार्च 2021 – महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संघटक प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय में इंजीनियरिंग में नवीनतम चुनौतियों और अवसरों विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस अधिवेशन में विभिन्न देशों के विषय विशेषज्ञों ने भाग लिया। उद्घाटन एवम् समापन सत्रों के अलावा सात तकनीकी सत्रों में 65 से अधिक शोध पत्रों का वाचन किया गया साथ ही हरेक सत्र में एक एक की:नोट लेक्चर हुआ । उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि डॉ. नरेंद्र सिंह राठौड़, कुलपति, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने कहा कि आज के युग में आने वाली सभी चुनोतियो का समाधान करने की क्षमता भी प्रोद्योगिकी में समाहित है I
प्रथम तकनीकी सत्र में आई. ओ. टी. डिजिटल सुरक्षा और वर्तमान डिजिटल वातावरण में गोपनीयता में चुनौतियों पर एक ज्ञानपूर्ण भाषण, अमेरिका से डॉ. हीना राठौर द्वारा दिया गया I अन्य सत्रों के मुख्य वक्ताओ के रूप में हाइड्रो-क्यूबैक कनाडा से डॉ. रेड्डी, कंकोर्डिया यूनिवर्सिटी कनाडा से डॉ. अक्षय राठोड और एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, थाईलैंड से डॉ. जय गोविन्द सिंह ने प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन किया
समापन सत्र में आयोजन सचिव डॉ. नवीन जैन ने कॉन्फ्रेंस के विभिन्न सत्रों की अनुशंसाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस अंतर्राष्ट्रीय अधिवेशन में दुनियाभर से विभिन्न देशों के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस अधिवेशन के समापन सत्र में डॉ. अजय कुमार शर्मा, अधिष्ठाता, अभियांत्रिकी एवम् प्रौद्योगिकी महाविद्यालय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि अभियांत्रिकी विभाग के वैज्ञानिकों ने अपनी कड़ी मेहनत से इस अधिवेशन को सफल बनाया है और महाविद्यालय और विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है।इस अवसर पर विभिन्न सत्रों में प्रस्तुत शोध पत्रों में से उतम शोध पत्रों की घोषणा की गयी I इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. आर. आर. जोशी, महाविद्यालय TEQIP समन्वयक डॉ. महेश कोठारी, आयोजन सचिव डॉ. नवीन जैन एवम् डॉ. जय कुमार, कांफ्रेंस समन्वयक डॉ. नवनीत अग्रवाल एवम् त्रिलोक गुप्ता तथा विदेशी मुख्य वक्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में कांफ्रेंस समन्वयक डॉ. नवनीत अग्रवाल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया I