Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 23 मार्च 2021 – वेदांता द्वारा स्थायी और उत्तरदायी उद्योग के अपने मूल सिद्धांत के अनुरूप विगत चार वर्षों में 282.65 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी रिसायकल किया गया है। जल संसाधनों का सरंक्षण, सतत विकास के लिए वेदांता की प्रतिबद्धता का एक अभिन्न अंग है जिसके तहत् कंपनी ने सचांलन में पानी की खपत को कम करने के लिए जल सरंक्षण हेतु 19 परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया हैं।
वेदांता प्राकृतिक संसाधनों का सावधानी और समझदारी से उपयोग करने में विश्वास करता है एवं जल संरक्षण हेतु नवीनतम तकनीकों और प्रणालियों में निवेश कर रहा है।जिरो लिक्विड डिस्चार्ज के लिए औद्योगिक अपशिष्ट जल का पुनर्चक्रण और उपचार महत्वपूर्ण है। कंपनी ने अपने संपूर्ण संचालन में जल प्रबंणन का आंकलन कर कुशल जल उपयोग पद्धतियों, अत्याधुनिक अपशिष्ट उपचार संयंत्रों को शामिल किया है। कंपनी ने अपने संचालन में वर्षा जल संचयन के साथ 3आर पद्धतियों रिड्यूस, रियूज़ रीसायकल को शामिल किया है।
वेदांता द्वारा पेयजल और स्वच्छता कार्यक्रम से स्थानीय समुदायों को पेयजल और स्वच्छ प्रणाली प्रदान करना है, और इसने सुरक्षित और स्वस्थ आदतों को विकसित करने के लिए वाॅश पहल को लागू किया है। वेदांता किसानों को ड्रिप-सिंचाई, ट्रेडल पंप, सौर ऊर्जा संचालित वाॅटर पंप और रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग में सहायता कर रहा है, जिससे सिंचाई क्षमता को बढ़ावा मिल सके और फसल के लिए मानसून पर निर्भरता कम हो सके। कंपनी द्वारा नलकूप, बोरवेल, तालाब, टैंक आदि का निर्माण करा घरों और सिंचाई के लिए पानी का उपयोग करने में सहायता की जा रह है।
वेदांता समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुनील दुग्गल के अनुसार “पानी राष्ट्र के सामाजिक आर्थिक विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और गति से सीमित और कीमती संसाधन बन गया है। जल प्रबंधन के लिए हमारा दृष्टिकोण सभी हितधारकों के लिए पानी के उपयोग के अधिकारों का सम्मान करता है। हमारे पास जल प्रबंधन के लिए एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण है जिसका उद्देश्य बेहतर प्र्रदर्शन, जल सरंक्षण और स्थायी जल प्रबंधन में योगदान करना है। हम पानी की खपत को बढ़ाने, ऊर्जा उत्पादकता को बढ़ाने और जैव विविधता की सुरक्षा के लिए हमारी सभी परियोजनओं में प्रौद्योगिकियों और प्रणालियों को नियमित रूप से क्रियान्वित करते हैं। वेदांता में जल प्रबंधन नीति और जल प्रबंधन मानक दोनों हैं जो वर्तमान में संचालित और नवीन परियोजनाओं में जल प्रबंधन को सुनिश्चित करते हुए सभी आवश्यक उपायों के साथ संचालित किये जा रहे है। साथ ही, हम जिरो लिक्विड डिस्चार्ज के मानदंडो का पालन करतंे हुए यह भी सुनिश्चित करते है कि हमारे संचालन से भूजल प्रभावित न हो।”
हिंदुस्तान जिंक में, जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है यहां शुद्ध जल के उपयोग को कम करने, पानी की गुणवत्ता को बनाए रखने और समुदायों के साथ मिलकर खनन में साझा जल संसाधन का प्रबंधन किया जाता है। तृतीय-पक्ष संगठन द्वारा किए गए आंकलन के आधार पर हिंदुस्तान जिंक को वाटर पॉजिटिव कंपनी घोषित किया गया है। 2.41 के इस अनुपात के साथ, हिंदुस्तान जिंक शीर्ष जल संरक्षण कंपनियों में प्रमाणित है।
वेदांता एल्युमीनियम एंड पावर बिजनेस ने वित्त वर्ष 2015 में शुद्ध जल की खपत में 3.6 मिलियन क्यूबिक मीटर की कमी की है। इकाई ने पिछले वित्त वर्ष में शुद्ध जल की खपत में 4 प्रतिशत की कमी की है, साथ ही इसी अवधि में पानी का रिसायकल 16 प्रतिशत तक बढ़ाया है।
केयर्न ऑयल एंड गैस ने ग्रामीण समुदायों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न पहल की हैं। यहां शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जीवन अमृत परियोजना की शुरुआत की गयी। स्थानीय समुदायों की जल आवश्यकता को पूरा करते हुए सामुदायिक जल निकायों और पानी की टंकियों के निर्माण का कार्य शुरू किया है।
ईएसएल में, ईटीपी याानि एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट से उपचारित जल के पुनर्चक्रण का प्रतिशत वित्त वर्ष 20-21 में वित्त वर्ष 2017-18 में 12 प्रतिशत से बढ़कर 26 प्रतिशत हो गया है, जबकि उत्पन्न अपशिष्ट जल का 100 प्रतिशत ट्रीटमेंट के बाद सिस्टम में पुनः आ जाता है। यहां स्थानीय समुदायों को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रोजेक्ट स्वजल के तहत कई उपाय किए हैं।
नंद घर ने विश्व जल दिवस आयोजित कर हजारों बच्चों, माताओं और समुदाय के सदस्यों के जीवन में पानी के महत्व को रेखांकित किया है जहां जल संकट है और शुद्ध पेयजल दुर्लभ है। वलर््ड वाटर डे देश में पानी, स्वच्छता सुविधाओं और स्वच्छता तक पहुंच के लिए आवश्यक सुधार पर भी प्रकाश डालता है। नंद घर ने अपने लाभार्थियों को स्वच्छ पानी और स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच प्रदान की है और सकारात्मक परिवर्तन लाया है।