Editor-Manish Mathur
जयपुर 26 मार्च 2021 – महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर में आईसीएआर द्वारा प्रायोजित अनुसूचित जाति उप-योजना के तहत कृषि में उत्पादकता बढ़ाने के लिए उन्नत तकनीकें पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण का समापन 25 मार्च, 2021 को अनुसंधान निदेशालय में किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उदयपुर संभाग केमदार गांव के 35 किसानों ने भाग लिया।
उद्घाटन सत्र कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाॅ. एस. के. शर्मा, निदेशक अनुसंधान, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने बताया कि हमारा देश खाद्य सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बन चुका है लेकिन खाद्य गुणवŸाा की दृष्टि से हम काफी पीछे हैं। कृषि के साथ- साथ मुर्गीपालन एवं पशुपालन की भी बाजार में मांग बढ़ रही है। साथ ही उन्होंने बताया कि कृषि में सफलता के लिए उन्नत तकनीकें, बाजार तथा विपणन की जानकारी की आवश्यकता होती हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वास्थ्यवर्धक खाद्यों एवं मृदा उत्पादकता को टिकाऊ बनाने वाले उपाय, जैविक खेती में काम आने वाले जैविक उत्पाद, उत्पादन एवं उनकी गुणवत्ता की प्रायौगिक जानकारी, फल, सब्जी की उन्नत तकनीकें आदि पर व्याख्यान दिये गए साथ ही समन्वित कृषि पद्वति माॅडल को किसानों द्वारा अपनाने पर बल दिया गया। कार्यक्रम में किसानों को स्प्रे मशीन व प्रशस्तिि पत्र का वितरण किए गए।
कार्यक्रम में डाॅ. हरि सिंह, प्रशिक्षण प्रभारी ने कृषि विपणन एवं बाजार के आधुनिक जानकारियों के बारे में अपने विचारों से प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। डाॅ. रोशन चौधरी, प्रशिक्षण सह-प्रभारी ने कार्यक्रम का संचालन तथा अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित दिया।