Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 02 अप्रैल 2021 – भारत के अग्रणी वैल्यू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्नैपडील ने आज अपने प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं के लिए फास्ट-ट्रैक पेमेन्ट विकल्प की शुरूआत की है। ‘‘जल्दी पेमेन्ट’ के तहत विक्रेताओं को अपने शिपमेन्ट की डिलीवरी के 3 दिन के अंदर भुगतान मिल जाएगा। इससे उन्हें भुगतान मिलने की अवधि 76 फीसदी तक कम हो जाएगी और वे इस पूंजी का उपयोग अपने कारोबार के विस्तार, इन्वेंटरी निर्माण एवं कारोबार की अन्य ज़रूरतों के प्रबन्धन के लिए कर सकेंगे।
जहां एक ओर महामारी के चलते ऑनलाईन विक्रेताओं के लिए विकास के अवसर बढ़े हैं, वहीं दूसरी ओर कार्यशील पूंजी की उपलब्धता, खासतौर पर छोटे विक्रेताओं के लिए चुनौती बनी हुई है। फरवरी 2021 में स्नैपडील द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के मुताबिक ज़्यादातर विक्रेताओं के विकास के लिए फाइनैंस सुविधाओं को सुलभ और प्रत्यास्थ बनाना बेहद महत्वपूर्ण है।
सर्वेक्षण से मिले परिणामों को ध्यान में रखते हुए स्नैपडील एक सहज एवं प्रत्यास्थ योजना लेकर आया है जिसके द्वारा विक्रेता फास्ट-ट्रैक पेमेन्ट का विकल्प चुन सकते हैं और शिपमेन्ट की डिलीवरी के बाद 3/7 दिनों के भीतर भुगतान पा सकते हैं। प्रोग्राम के लॉन्च के बारे में बात करते हुए स्नैपडील के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमारे 100 फीसदी विक्रेता छोटे और मध्यम विक्रेता हैं। फाइनैंस सुविधाओं की सहज उपलब्धता उनके विकास के लिए बेहद ज़रूरी है। जिससे वे सीमित पूंजी के साथ ज़्यादा ऑर्डर पूरे कर सकते हैं और अपनी इन्वेंटरी के लिए तेज़ टर्नओवर सुनिश्चित कर सकते हैं। विक्रेताओं के द्वारा प्रत्यक्ष शिपमेन्ट से उन्हें इन्वेंटरी के बेहतर प्रबन्धन में मदद मिलती है। जल्दी भुगतान मिलने से अब वे पूंजी का बेहतर प्रबन्धन कर अपनी उत्पादकता बढ़ा सकेंगें। ‘‘जल्दी पेमेन्ट’’ प्रोग्राम की शुरूआत करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, हमारे ये प्रयास छोटे विक्रेताओं को ऑनलाईन अवसर उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त बनाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाएंगे।’
विक्रेताओं से इस सुविधा के लिए मामूली सा शुल्क लिया जाएगा। यह शुल्क उस लागत की तुलना में बहुत कम है जो उन्हें बैंक, एनबीएफसी या अन्य स्रोतों से ऋण लेने पर चुकाना पड़ता है।
स्नैपडील के ‘‘जल्दी पेमेन्ट’ प्रोग्राम का लॉन्च इसी माह किया गया और इसे विक्रेताओं ने खूब सराहा है। अब इस प्रोग्राम को अधिक से अधिक विक्रेताओं तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
विक्रेताओं द्वारा स्नैपडील को चुनने का एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि इससे वे अपनी इन्वेंटरी का बेहतर उपयोग कर सकते हैं। स्नैपडील पर विक्रेता सीधे खरीददार को शिपिंग करता है, इस श्रृंखला में में होलसेलर और रीटेलर नहीं होते, यानि उनका स्टॉक ऑनलाईन प्लेटफॉर्म के गोदाम पर अटका नहीं रहता। साथ ही जल्दी भुगतान मिलने से छोटे विक्रेता अब अपनी इन्वेंटरी का बेहतर प्रबन्धन कर सकेंगे और उनके संचालन में लिक्विडिटी बनी रहेगी।
ऑनलाईन वैल्यू मर्चेन्डाइज़ की उपलब्धता को बढ़ाने के प्रयास में स्नैपडील ने पिछले साल अपने प्लेटफॉर्म पर 5000 से अधिक निर्माताओं- विक्रेताओं को शामिल किया था। इनमें से ज़्यादातर निर्माता- विक्रेता मेरठ, लुधियाना, तिरूपुर, जयपुर, पानीपत, सूरत, राजकोट जैसे क्षेत्रों से हैं और कई लोकप्रिय प्रोडक्ट्स को कवर करते हैं जैसे ज्यूसर एवं फूड प्रोसेसर, स्टील और तांबे के बर्तन, क्रॉकरी आइटम, बैड लिनेन, फैशन एक्सेसरीज़, किड्सवियर, साड़ी और सूट, कैजुअल परिधान और फिटनैस उपकरण।
पिछले साल, स्नैपडील ने अहमदाबाद, सूरत, जयपुर, इंदौर, हैदराबाद, पानीपत, गुरूग्राम, मुंबई, बैंगलुरू, नई दिल्ली, बहादुरगढ़, यमुना नगर, राजकोट, भिवंडी, आगरा, नोएडा और मथुरा में नए सेंटर खोलकर अपने विकेन्द्रीकृत लॉजिस्टिक्स नेटवर्क का विस्तार भी किया था।
स्नैपडील के बारे मे
स्नैपडील भारत का सबसे बड़ा वैल्यू-फोकस्ड ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस है। जिसके 500,000 से अधिक पंजीकृत विक्रेता हैं और इस प्लेटफॉर्म पर और 213 मिलियन से अधिक लिस्टिंग्स हैं। स्नैपडील, खासतौर पर दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में भारत के ई-कॉमर्स सेक्टर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। स्नैपडील बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं तक उचित कीमत के उत्पाद पहुंचाने के लिए ब्राण्डेड उत्पादों एवं शहरी उपभोक्ताओं के दायरे से बाहर जाकर ई-कामर्स के विस्तार के लिए प्रयासरत है।