Editor- Rashmi Sharma
जयपुर 08 अप्रैल 2021 कृषि अर्थशास्त्र एंव प्रबन्धन विभाग, राजस्थान कृषि महाविघालय, महाराणा प्रताप कृषि एंव प्रोद्योगिक विष्वविद्याालय, उदयपुर द्वारा प्रमेन्दर को ’’दक्षिणी राजस्थान में जिला केन्द्रिय सहकारी बैकों का प्रदर्षन’’ विशय पर पीएचडी की उपाधि प्रदान की गयी।
परमेन्दर ने यह शोध कार्य कृशि अर्थशास्त्र एंव प्रबन्धन विभाग के वरिश्ठ आचार्य प्रौ.एस.एस. बुरड़क के निर्देषन में पुर्ण किया। दक्षिणी क्षेत्र में डीसीसीबी का प्रदर्षन विभिन्न संकेतको जैसे कार्यषील पुंजी, निवेष, जमा, ओवरड्युज, कुल लागत प्रबन्धन आदि के लिए सन्तोशजनक पाया गया । लघु एवम् मध्यम अवधि के ऋण प्रवाह में अन्तर जिला असमान्ता पायी गयी। यह बैंक ऋण संवितरण एवम् वसूली की समस्या का सामना कर रहे है।