Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 10 अप्रैल 2021 : टाटा पावर सोलर सिस्टम्स लिमिटेड, जो भारत की सबसे बड़ी एकीकृत सौर कंपनी और टाटा पावर की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, ने आज बेंगलुरु में अपनी अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधा के महत्वपूर्ण विस्तार की घोषणा की। इस विस्तार के साथ कंपनी के सेल्स एवं मॉड्युल्स की कुल उत्पादन क्षमता बढ़कर 1,100 मेगावाट हो गयी है। कंपनी के सोलर मॉड्युल्स की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि और साथ ही भारत सरकार द्वारा ‘आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण हेतु हाल ही में घोषित सहायक नीतिगत कदमों के कारण अपेक्षित वृद्धि को देखते हुए यह विस्तार किया गया है।
31 साल के लंबे परिचालन इतिहास के साथ, टाटा पावर सोलर, वैश्विक स्तर की चुनिंदा कंपनियों में से एक है। सौर मॉड्यूल्स पर दी जाने वाली 25 साल की वारंटी का सम्मान करने की कंपनी की क्षमता का यह एक दमदार सबूत है। टाटा पावर सोलर के उत्पादों की मांग में वृद्धि हुई है, जो कंपनी के उत्पादों की गुणवत्ता के प्रति ग्राहकों के भरोसे की पुनर्पुष्टि करता है। यह विस्तार ऐसे समय में हुआ है जब भारत सरकार ने देश को विनिर्माण केंद्र बनाने और सोलर्स सेल्स एवं मॉड्युल्स के आयात की दृष्टि से दूसरे देशों पर भारत की निर्भरता घटाने हेतु अपना सकारात्मक इरादा प्रदर्शित किया है।
इस विस्तार के बारे में बताते हुए, टाटा पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, डॉ. प्रवीर सिन्हा ने कहा, “हम अपने उत्पादों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने को लेकर खुश हैं। नई तकनीक में निरंतर भागीदारी के साथ उच्च गुणवत्ता वाले सौर उत्पाद प्रदान करने के हमारे 31 वर्षों के मजबूत अनुभव ने हमें सौर विनिर्माण और ईपीसी सेवाओं दोनों में अग्रणी स्थिति बनाए रखने में मदद की है।”
टाटा पावर सोलर का बेंगलुरु स्थित विनिर्माण संयंत्र भारत का प्रमुख एकीकृत सेल और मॉड्यूल विनिर्माण संयंत्र है जो उच्चतम उद्योग मानकों को पूरा करता है। 25 वर्षों से भी अधिक समय के उत्पादन अनुभव वाला यह संयंत्र आईएसओ 9001: 2015, आईएसओ 45001: 2018 और आईएसओ 14001: 2015 प्रमाणित है।
दुनिया में अग्रणी सौर निर्माताओं में से एक होने के अलावा, टाटा पावर सोलर भारत की सबसे बड़ी विशेष ईपीसी कंपनी है। टाटा पावर सोलर ने कई बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरे किये हैं, जैसे कि अनंतपुर में 150 मेगावाट अयाना, केरल में 50 मेगावाट का कासरगोड, 56 मेगावाट ग्रीनको, ओडिशा के लपंगा में 30 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट, कायमकुलम में 105 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर। टाटा पावर सोलर का राजस्व तीसरी तिमाही के अंकेक्षित वित्तीय परिणामों में 2,353 करोड़ रु. था और 1 अप्रैल, 21 को इसके पास 10,000 करोड़ रु. का पेंडिंग ऑर्डर बुक है।