Editor-Manish Mathur
जयपुर 24 अप्रैल 2021 – पीएफसी और आरईसी द्वारा डिस्कॉम लिक्विडिटी पैकेज के तहत दूसरी किश्त के वितरण के बाद मार्च 2021 में बिजली वितरण कंपनियों के ओवरड्यूज में काफी कमी आई है। पीआरएएपीटीआई पोर्टल पर अब तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पिछले महीने की तुलना में मार्च 2021 में अखिल भारतीय स्तर पर केंद्रीय और निजी क्षेत्र के ऊर्जा उत्पादकों की ओवरड्यू राशि 9,500 करोड़ रुपए की कमी के साथ 79,300 करोड़ रुपए रह गई। पीआरएएपीटीआई पोर्टल ने यह जानकारी ऊर्जा उत्पादकों द्वारा पोर्टल पर अपलोड किए गए मासिक इनवॉइसिंग डेटा के आधार पर दी है।
औसत मासिक बिलिंग के आधार पर ओवरड्यू राशि में भी उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है- फरवरी में यह राशि 5.1 गुना थी, जो मार्च में 4.6 गुना रह गई। अलग-अलग राज्यों की बात करें, तो उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार और मणिपुर ने फरवरी, 2021 की तुलना में अपनी ओवरड्यू राशि में सुधार किया है।
गौरतलब है कि डिस्कॉम्स की ओर से सीपीएसयू जेनकॉस, ट्रांसकोस, आईपीपी और आरई जेनरेटरों को 30 जून, 2020 तक देय राशि में कमी लाने के लिए आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत एक लिक्विडिटी इनफ्यूजन स्कीम की घोषणा की गई थी। इस पैकेज के तहत पीएफसी और आरईसी पहले ही 1,35,500 करोड़ रुपए मंजूर कर चुके हैं और अब तक 78,855 करोड़ रुपए वितरित किए जा चुके हैं।