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यूटीआई मिड कैप फंड – मार्केट की संभावित बेहतर स्थितियों से लाभ

Editor-Rashmi Sharma 

जयपुर 24 अप्रैल 2021  – जैविक जीवन चक्र के विपरीत, कंपनियां विकास और परिपूर्णता की अवधि से गुजरती हैं। मिड कैप कंपनियों ने विशिष्ट व्यावसायिक जीवन चक्र में एक खास अवधि में अपनी पहचान बनाई है, जिसमें कंपनियों ने सफलतापूर्वक प्रारंभिक पूंजी जुटाने, शुरुआती विकास चुनौतियों का प्रबंधन करने जैसी छोटी कंपनियों के लिए निहित चरण को सफलतापूर्वक नेविगेट किया है। हालांकि इन कंपनियों के नेतृत्व को बनाए रखने की संभावना है, और ये सोच-समझकर कदम उठाती हैं। ये कंपनियां इतनी बड़ी भी नहीं हैं कि तेजी से बढ़ने की उनकी क्षमता असंगत हो। इसलिए, मिड-कैप कंपनियां तेजी से बढ़ते छोटे व्यवसायों और अच्छी तरह से स्थापित बड़ी कंपनियों के बीच एक बेहतर स्थान की पेशकश कर सकती हैं।

मिडकैप स्टॉक लार्ज कैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स के बीच आते हैं और आमतौर पर कंपनियों के बाजार पूंजीकरण के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं। जैसा कि सेबी द्वारा परिभाषित किया गया है, पूर्ण बाजार पूंजीकरण द्वारा 101 से लेकर 250 वीं कंपनी तक मिडकैप शेयरों के अनुकूल है। मिडकैप फंड मुख्य रूप से मिड कैप शेयरों में निवेश करते हंै, जिसमें फंड के कॉर्पस का न्यूनतम 65 प्रतिशत फंड इक्विटी और इक्विटी संबंधित मिड कैप कंपनियों का होता है।

मिडकैप कंपनियों में निवेश करने वाले फंड निवेशक को पोर्टफोलियो विविधीकरण में मदद करने के लिए व्यापक बाजार पूंजीकरण को कवर करने का अवसर प्रदान करते हैं और इस तरह निवेशक को मध्यम आकार के व्यवसायों की विकास यात्रा में भाग लेने का अवसर मिलता है। हालांकि निवेशकों को जोखिम और प्रतिफल दोनों के रूप में अपने निहित जोखिमों को समझना चाहिए। मिडकैप फंड्स की क्षमता अच्छी तरह से डायवर्सिफाइड ग्रोथ फंड्स की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक है।

यूटीआई मिड कैप फंड मुख्य रूप से मिड कैप कंपनियों में निवेश करने वाली एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है। फंड की रणनीति स्केलेबल बिजनेस मॉडल और लॉन्ग ग्रोथ रनवे के साथ कंपनियों में निवेश करने पर केंद्रित है, फंड उन अच्छी कंपनियों में भी निवेश करने के लिए खुला है, जिनका कारोबार कमजोरी के क्षणिक दौर से गुजर रहा है या परिवर्तनकारी बदलाव के दौर से गुजर रहा है। यह फंड बेहतर आर्थिक स्थिति और अच्छी संभावनाओं वाले कारोबारों का चुनाव करने के दौरान प्योर बाॅटम-अप स्टाॅक सलेक्शन रणनीति का पालन करता है। यह फंड विभिन्न क्षेत्रों और उद्योगों को कवर करने वाले लगभग 69 स्टॉक के साथ एक अच्छी तरह से विविध पोर्टफोलियो भी है।

फंड की शुरुआत 7 अप्रैल, 2004 को हुई थी और इसमें 31 मार्च, 2021 तक यूनिट होल्डर के 3.60 लाख से अधिक खातों के साथ 5,000 करोड़ रुपए से अधिक का एयूएम है। फंड एक लेबल उत्पाद के लिए सही है, इसलिए पूरे समय में मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों में 85-90 प्रतिशत की सीमा में आवंटन किया जाता है। फंड ने 31 मार्च, 2021 तक मिडकैप कंपनियों में लगभग 70 फीसदी और स्माल कैप कंपनियों में 16 फीसदी और बाकी राशि लार्ज कैप कंपनियों में निवेश की है। स्कीम की शीर्ष होल्डिंग्स में चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, एसआरएफ लिमिटेड, जुबेरेंट फूडवक्र्स लिमिटेड, पीआई इंडस्ट्रीज लिमिटेड, ट्यूब इनवेस्टमेंट्स ऑफ इंडिया लिमिटेड, एमफैसिस लिमिटेड, क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, गुजरात गैस लिमिटेड, एस्ट्राल पॉलीटेक्निक लिमिटेड और भारत फोर्ज लिमिटेड शामिल हैं, जिनके पास पोर्टफोलियो होल्डिंग्स का लगभग 27 फीसदी हिस्सा है।

अपने विविध प्रदर्शन के साथ फंड का उद्देश्य पोर्टफोलियो में कंपनियों के प्रति एक धैर्यशील       दृष्टिकोण और रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉइड (आरओसीई) और कैश फ्लो प्रोफाइल के साथ कंपनियों के सही मिश्रण से रिस्क और रिवार्ड के बीच संतुलन बनाना है। इससे पोर्टफोलियो के तेज रिटर्न डाइवर्जेंस और अस्थिरता को कम करने में मदद मिलेगी।

रिसर्च और फंड मैनेजमेंट में यूटीआई का समृद्ध अनुभव, मिड और स्मॉल कैप सेगमेंट में कंपनियों के बड़े क्रॉस सेक्शन के कवरेज से मिलकर फंड को गुणवत्ता वाले शेयरों को चुनने में मदद करेगा और कमजोर शेयरों से भी बचना होगा।

यूटीआई मिड कैप फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो मुख्य रूप से मिड कैप कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं और अपनी अंतर्निहित विकास क्षमता के साथ अपने मुख्य इक्विटी पोर्टफोलियो के पूरक के लिए निवेश कर रहे हैं।

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