मुंबई, 07 जुलाई, 2021- दुनिया में जितने भी वाहन हैं, भारत में उनका सिर्फ 1 फीसदी है, जबकि सड़क दुर्घटनाओं में हुई वैश्विक मौतों में भारत का हिस्सा 11 फीसदी है। ऐसे में होल्सिम समूह की भारतीय कंपनियों – अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड और एसीसी लिमिटेड ने स्वास्थ्य और सुरक्षा सुधार योजना ‘हेल्थ एंड सेफ्टी इम्प्रूवमेंट प्लान’ (एचएसआईपी) लागू की है। लक्ष्य ‘हर दिन सभी की सुरक्षित घर वापसी’ है।
‘हेल्थ एंड सेफ्टी इम्प्रूवमेंट प्लान’ (एचएसआईपी) को वर्ष 2020 में एचएंडएस की लीडरशिप भागीदारी में शुरू किया गया था। स्वास्थ्य प्रबंधन, जोखिम प्रबंधन, लॉक आउट टैग आउट एंड ट्राई आउट (एलओटीओटीओ) और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट उपाय लागू किए गए थे।
एचएसआईपी के तहत, एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स ने कौशल विकास और ड्राइविंग व्यवहार प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करते हुए सड़क सुरक्षा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। सड़क सुरक्षा प्रबंधन को मानकीकृत करने के लिए, एसीसी और अंबुजा ने अपने ट्रांसपोर्ट एनालिटिक सेंटर (टीएसी) के माध्यम से एक डेटा संग्रह और विश्लेषण अपनाया, जो डैशबोर्ड पर ड्राइवरों की क्षमताओं का आकलन करने के लिए प्रौद्योगिकी और डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करता है और उनके सुरक्षित ड्राइविंग कौशल को और बेहतर बनाने के लिए उन्हें अनुरूप कोचिंग प्रदान करता है।
टीएसी और आईवीएमएस प्लेटफॉर्म से डेटा का उपयोग करके कोच और परामर्शदाताओं को प्रशिक्षित संसाधन प्रदान करने के लिए सभी संयंत्रों में डीएमसी (चालक प्रबंधन केंद्र) स्थापित किए गए थे। एसीसी और अंबुजा सीमेंट ने कर्मचारियों को इन-कैब प्रशिक्षण और मूल्यांकन कार्यक्रम को पूरा करने में भी सक्षम बनाया, जहां वे कक्षा प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और उसके बाद ऑन-रोड प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं, जिसका मूल्यांकन मास्टर प्रशिक्षकों द्वारा भी किया जाता है।
मुख्य सफलताएं
ऽ सुरक्षित किमी प्रतिशत में 70 फीसदी अधिक की उपलब्धि, घटनाओं और चोटों की संख्या में 70 फीसदी की कमी को दर्शाता है
ऽ सड़क दुर्घटना और वेयरहाउस दुर्घटना शून्य की स्थिति हासिल की।
ऽ अंबुजा ने सड़क दुर्घटनाओं में 56.5 फीसदी कमी हासिल की, जबकि एसीसी ने 2019 के मुकाबले ऑफसाइट घटनाओं में 60 फीसदी की गिरावट हासिल की।
ऽ ड्राइवरों को पार्किंग यार्ड, विश्राम गृह, सुविधा केंद्र, कैंटीन, मनोरंजन केंद्र जैसी सुविधाओं तक पहुंच प्रदान की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जब वे अपनी अगली यात्रा पर निकले तो खुश, प्रेरित और आरामदायक महसूस करें।
ऽ 2020 के अंत तक 7,700$ व्हीकल माॅनिटरिंग सिस्टम आइवीएमएस डिवाइस इंस्टॉल किए गए और 20,000 से अधिक डिवाइस को ठीक किया गया।
ऽ ड्राइवरों को रीयल-टाइम अलर्ट देने के लिए सभी वाहनों में वॉयस-बॉक्स स्थापित किया गया था, जिससे उन्हें चलते-फिरते अपने ड्राइविंग व्यवहार में सुधार करने में मदद मिली। वॉयसओवर हिंदी, कन्नड़, तमिल और मलयालम जैसी कई भाषाओं में उपलब्ध है। हमारे प्रयासों के परिणामस्वरूप लापरवाह ड्राइविंग में 3 फीसदी, तेज एक्सीलेटर में 18 फीसदी और हाईस्पीड में 2 फीसदी की कमी हुई।
ऽ नियर फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी) टैग और टैबलेट के माध्यम से कैप्चरिंग को सक्षम करने के लिए ई-पासपोर्ट दस्तावेज जारी किए गए थे। इस दस्तावेज़ में ड्राइवर के सभी विवरण (प्रशिक्षण और लाइसेंस आदि) और वाहन का विवरण (कानूनी आवश्यकताएं और वाहन चैकियां जैसे अंडर-रन सुरक्षा, दृश्यता, सीट बेल्ट, अन्य) शामिल हैं। माल की सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए इन सबकी जांच होती है जब भी ट्रक चालक या वाहन हमारे संयंत्र में प्रवेश करता है
ऽ संयंत्रों में कच्चे माल और तैयार माल की आवाजाही के लिए कुल किलोमीटर की संख्या का 23 फीसदी होल्सिम ग्रुप स्किलिंग प्रोग्राम के तहत योग्य ड्राइवरों द्वारा संचालित किया गया था। पारगमन के दौरान जोखिम की स्थितियों से बचने में उनकी मदद करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण उपाय है
ऽ माल की आवाजाही के लिए कुल किलोमीटर की संख्या का 53 फीसदी एक सक्रिय आईवीएमएस के साथ संचालित होता है जो ड्राइविंग व्यवहार की निगरानी करता है। इस निगरानी उपकरण के तहत दूरी के आधार पर हमारे लिए हस्तक्षेप करना औरयात्राओं को सुरक्षित बनाना संभव हो जाता है। हालांकि, हमने खुद अपने लिए निर्धारित लक्ष्यों को पार कर लिया है, फिर भी हम भविष्य में 80 फीसदी के लक्ष्य को पार करने का प्रयास कर रहे हैं।
इंडिया होल्सिम के सीईओ और अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ नीरज अखौरी ने कहा, ’सड़क सुरक्षा हमारे देश में सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। चूंकि हमारे पास उत्पादों की डिलीवरी करने वाले ट्रांसपोर्टर हैं, इसलिए हम सड़क पर कोई दुर्घटना नहीं होने देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एसीसी और अंबुजा में, स्वास्थ्य और सुरक्षा (एचएंडएस) हमारे प्रमुख मूल्यों में से एक है, और सड़क सुरक्षा हमारे एचएंडएस कार्यक्रम का केंद्र है।’