मुंबई, 8 जुलाई, 2021: विशिष्ट रसायन बनाने वाली कंपनी क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है कि वह अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से पहले एंकर निवेशकों से 464 करोड़ रुपये जुटाने में सफल रही है। कंपनी का आईपीओ बुधवार से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है।
कंपनी ने 900 रुपये प्रति शेयर में एंकर निवेशकों को 51,55,404 शेयरों का आवंटित करने का फैसला लिया है, जो कि आईपीओ के लिए तय किए गए प्राइस बैंड का अपर प्राइस एंड यानी अधिकतम कीमत है। बीएसई वेबसाइट पर दिए गए सर्कुलर के मुताबिक इससे कंपनी को कुल 464 करोड़ रुपये मिले हैं।
शेयरों की नीलामी में भाग लेने वाले एंकर निवेशकों में सिंगापुर सरकार, ब्लैकरॉक, गोल्डमैन सैक्स इंडिया, अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी एबीएस बीएनबी पारिबास आर्बिट्रेज – ओडीआई शामिल थे।
इसके अलावा, ऐक्सिस म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड, एचडीएफसी एमएफ, एसबीआई एमएफ, कोटक एमएफ, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और आदित्य बिरला सन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी समेत अन्य कंपनियों ने भी इसमें हिस्सा लिया।
कंपनी की तरफ से लाया जा रहा 1,546.62 करोड़ रुपये का आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) है, जिसके तहत प्रोमोटर्स और अन्य शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं।
इस ओएफएस के तहत अनंतरुप फाइनैंशियल एडवाइजरी सर्विसेज, अशोक रामनारायण बूब, कृष्णकुमार रामनारायण बूब, सिद्धार्थ अशोक सीकची और पार्थ अशोक माहेश्वरी अपनी हिस्सेदारी को बेच रहे हैं।
आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 880-900 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है और यह सब्सक्रिप्शन के लिए 7 जुलाई को खुलकर 9 जुलाई को बंद होगा।
इस निर्गम के तहत बेचे जाने वाले शेयरों का आधा हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए, जबकि 35 फीसदी तक की हिस्सेदारी खुदरा निवेशकों और शेष 15 फीसदी हिस्सा गैर संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित रखा गया है।
क्लीन साइंस टेक्नोलॉजी परफॉरमेंस केमिकल्स, फार्मास्युटिकल इंटरमीडिएट और एफएमसीजी रसायनों जैसे महत्वपूर्ण क्रियाशील रसायनों का निर्माण करती है। कंपनी के उत्पादों का इस्तेमाल मुख्य रूप से प्रारंभिक स्तर की सामग्री के रूप में, अवरोधकों के रूप में, या ग्राहकों द्वारा, उत्पादों के लिए एडिटिव्स या योजक के रूप में किया जाता है।
क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी मुख्य स्पेशियलिटी रसायन उत्पादों, विविधिकृत ग्राहक आधार और वैसे उत्पादों के प्रयोगों के मामले में बेहतर बाजार स्थिति और वर्चस्व आधारित मौजूदगी के लिए जाना जाता है, जिसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर उन उद्योगों में होता है, जो कोविड-19 के प्रभावों को सीमित करने वाले उत्पादों का निर्माण करते हैं।
कंपनी के पास कुरकुंभ, एमआईडीसी महाराष्ट्र में कई विनिर्माण केंद्र हैं जो उच्च स्तर की सटीकता और दक्षता बनाए रखने के लिए स्वचालित प्रक्रिया संपन्न हैं।
पुणे स्थित कंपनी के ग्राहकों में भारत में निर्माताओं और वितरकों के साथ-साथ चीन, यूरोप, संयुक्त राज्य अमेरिका, ताइवान, कोरिया और जापान सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय बाजार शामिल हैं। कंपनी के राजस्व का लगभग दो-तिहाई हिस्सा निर्यात से आता है।
आईपीओ के लिए ऐक्सिस कैपिटल, जेएम फाइनैंशियल और कोटक महिंद्रा कैपिटल मर्चेंट बैंकर के रूप में काम कर रहे हैं। कंपनी के शेयर एनएसई और बीएसई में सूचीबद्ध होंगे।