भारत – 08 जुलाई, 2021- दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) के सहयोग से नेशनल पेमेंट्स काॅर्पोरेशन आॅफ इंडिया (एनपीसीआई) ने आज कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर भारत के पहले फास्टैग/यूपीआई आधारित 100 फीसदी स्मार्ट और कैशलेस पार्किंग का उद्घाटन किया। कैशलेस पार्किंग सुविधा कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर डॉ. मंगू सिंह, एमडी, डीएमआरसी द्वारा डीएमआरसी और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में शुरू की गई। मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन (एमएमआई) पहल के हिस्से के रूप में, स्टेशन पर ऑटो, टैक्सी और ई-रिक्शा के लिए समर्पित इंटरमीडिएट पब्लिक ट्रांसपोर्ट (आईपीटी) लेन का भी उद्घाटन किया गया।
यह इस तरह का पहला मेट्रो स्टेशन पार्किंग इंस्टालेशन है और इसी तरह की और पार्किंग के लिए एनपीसीआई पहले से ही अन्य मेट्रो अधिकारियों के संपर्क में हैं। चूंकि अधिकांश यात्री एनसीएमसी कार्ड का उपयोग करेंगे, ऐसे में यह समावेशी समाधान न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा बल्कि महामारी के दौरान एक सुरक्षित भुगतान विकल्प भी प्रदान करेगा।
एनपीसीआई मुंबई, दिल्ली, बेंगलूरु, चेन्नई और त्रिवेंद्रम सहित अन्य शहरों में संपर्क रहित कार पार्किंग सुविधा का विस्तार करने के लिए तैयार है। इसके अलावा नागपुर और पुणे मेट्रो स्टेशनों में एनईटीसी फास्टैग के साथ कई स्टेशनों को 100 फीसदी संपर्क रहित पार्किंग समाधान देने के लिए महा मेट्रो के साथ चर्चा चल रही है। एनईटीसी फास्टैग संचालित संपर्क रहित कार पार्किंग समाधानों के लिए देश के प्रमुख मॉल, हवाई अड्डों, बंदरगाहों, रेलवे स्टेशनों, मेट्रो स्टेशनों, अस्पतालों और अन्य निजी पार्किंग स्थलों के साथ चर्चाएं चल रही हैं। भारत सरकार द्वारा घोषित 100 फीसदी एनईटीसी फास्टैग जनादेश के बाद से कंपनी को प्रमुख बैंकों से पार्किंग परियोजनाओं का नेतृत्व करने के प्रस्ताव मिल रहे हैं।
कश्मीरी गेट स्टेशन के गेट नंबर 6 पर स्थित यह विशेष रूप से कैशलेस पार्किंग सुविधा 55 चैपहिया और 174 दोपहिया वाहनों को समायोजित कर सकती है। एनईटीसी फास्टैग के माध्यम से चैपहिया वाहनों का प्रवेश/निकास और भुगतान किया जा सकता है। फास्टैग के माध्यम से पार्किंग शुल्क काटा जाएगा, जिससे प्रवेश और भुगतान के लिए समय की बर्बादी खत्म होगी। सिस्टम पार्किंग स्थल के प्रवेश और निकास पर कतारों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा जिससे ग्राहकों को सुविधाजनक और सुरक्षित पार्किंग भुगतान का अनुभव मिलेगा।
डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. मंगू सिंह ने कहा, ‘कैशलेस पार्किंग परियोजना सरकार की ’डिजिटल इंडिया’ पहल के हिस्से के रूप में एक बड़ा कदम है। हमने इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लिया है। प्रतिक्रिया देखने के बाद, हम अपने स्टेशनों पर अधिक पार्किंग सुविधाओं पर इसी तरह की व्यवस्था की योजना बनाएंगे। वास्तव में जहां भी गुंजाइश होगी, हम डिजिटल होने के और अधिक अवसर तलाशेंगे। यह न केवल हमें सुविधाओं के आधुनिकीकरण में मदद करेगा, बल्कि यात्रियों को अपना समय बचाने और प्रक्रिया की आसानी में मदद करेगा। एमएमआई के तहत, हमारे पास कई अन्य परियोजनाएं हैं, जिन्हें श्रेणीबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।’
सुश्री प्रवीणा राय, सीओओ, एनपीसीआई ने कहा, ‘हमें कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर एनईटीसी फास्टैग कॉन्टैक्ट-लेस कार पार्किंग समाधान के साथ देश का पहला 100 फीसदी डिजिटल पार्किंग प्लाजा पेश करने के लिए डीएमआरसी के साथ साझेदारी करते हुए खुशी हो रही है। पार्किंग प्लाजा चैपहिया वाहनों के लिए एनईटीसी फास्टैग और सभी दोपहिया वाहनों के लिए यूपीआई भुगतान स्वीकार करेगा। एनईटीसी फास्टैग के साथ हम निर्बाध, कैशलेस और स्वचालित टोल और पार्किंग भुगतान समाधान प्रदान करने के निरंतर प्रयास कर रहे हैं।’
श्री अजय मिश्रा, सीओओ, आईएचएमसीएल ने कहा, ‘एनईटीसी फास्टैग ने टोल प्लाजा पर नॉन-स्टॉप वाहनों की आवाजाही के साथ देश भर के राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को सहज अनुभव प्रदान किया है। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर सफल कार्यान्वयन के बाद अगला तार्किक विस्तार इसे पार्किंग भुगतान और अन्य उपयोग के मामलों में विस्तारित करना है। हमें खुशी है कि एनईटीसी फास्टैग कार्यक्रम सरकार के डिजिटल इंडिया विजन में योगदान दे रहा है।’
संपर्क रहित कार पार्किंग सुविधा यात्रियों और आगंतुकों को अपनी खिड़कियों का शीशा गिराने की आवश्यकता के बिना पार्किंग के लिए भुगतान करने की सुविधा देती है। देश भर में पार्किंग स्थल को डिजिटल भुगतान समाधान के साथ सक्षम किया जा रहा है, ऐसे में केवल एनईटीसी फास्टैग ही 100 फीसदी संपर्क रहित समाधान प्रदान कर सकता है। इससे देश भर के सभी पार्किंग प्रदाताओं को एनईटीसी फास्टैग समाधान को लागू करके एक सुरक्षित और संपर्क रहित भुगतान समाधान अपनाने का अवसर मिलता है। पार्किंग प्लाजा में स्थापित एप्लिकेशन एक्वायरिंग बैंकों द्वारा प्रदान किए गए एनईटीसी फास्टैग एपीआई मॉडल के साथ समेकित रूप से इंटीग्रेट हो सकती है, जिससे एक इंटरऑपरेबल इको-सिस्टम का लाभ मिलता है।
यह समाधान कैसे काम करता हैः
ग्राहक एनईटीसी फास्टैग को 29 जारीकर्ता बैंकों में से किसी से भी खरीद सकते हैं। टैग रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) तकनीक से युक्त है, जिसे वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपकाने की आवश्यकता होती है। एनईटीसी फास्टैग को प्रीपेड खाते या सीएएसए खाते से जोड़ा जा सकता है। ग्राहक बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के पार्किंग का उपयोग कर सकता है, जैसे कि प्रवेश पर पार्किंग रसीद की प्रतीक्षा करना या बाहर निकलने पर नकद/क्रेडिट कार्ड से भुगतान करना। पार्किंग शुल्क के संबंध में ग्राहकों के लिए कोई अतिरिक्त लागत नहीं है। किसी को केवल एक बार का टैग खरीदना होता है जो प्रवेश और निकास पर प्रतीक्षा समय को घटाता है।
समर्पित एनईटीसी फास्टैग लेन मौजूद हैं। जब कोई उपयोगकर्ता इस लेन से होकर आता है, तो वहां मौजूद आरएफआईडी रीडर टाइमस्टैम्प के साथ टैग को कैप्चर करते हुए विवरण को स्थानीय डेटा बेस में संग्रहीत करेगा। बाहर निकलते समय शुल्क योग्य पार्किंग शुल्क स्वचालित रूप से काट लिया जाएगा, जिससे यात्रियों को कुछ ही समय में पार्किंग से निकलने की अनुमति मिल जाएगी। प्रत्येक लेनदेन के पूरा होने के बाद, उपयोगकर्ता को कटौती की गई राशि का एसएमएस प्राप्त होगा।