Editor – Dinesh Bharadwaj
जयपुर। 2 अगस्त – पिछले 4 – 5 दिन से प्रदेश में मानसून सक्रिय होने से सावन की झड़ी लगी है जिस से तापमान में कमी होने से मौसम भी सुहाना हुआ है। कोरोना के कारण लंबे समय से मंदिर, पर्यटक स्थल औऱ पिकनिक स्पॉट बंद होने से लोग घरों में ही बंद रहे या फिर अपने काम से घर औऱ घर से कार्यस्थल आने जाने में ही लोगो की दिन चर्या बनी रही। वेक्सिनेसन औऱ जन जागरूकता से कोरोना के केस आना कम हुए तो लोग अब बारिस के मौसम का लुत्फ उठाने के लिये घर से बाहर निकलमे लगे है। सहरों में लोग पर्यटक स्थलो पर नज़र आने लगे है। सावन मे बारिस की फुहारों के बीच युवाओं को नाहरगढ़, हवा महल, मंतर, अल्बर्ट हॉल औऱ जल महल की पाल पर मौज मस्ती करते देखा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पहाड़ी इलाको में पहाड़ियों से कल कल करते झरने बहने लगे है जिस से सहर के लोग भी ग्रामिण क्षेत्र में इन झरनों में स्नान करने का आनंद लेने पहुंच रहे है।
सामोद वैसे तो हमेशा पर्यटकों का पसंदीदा रहा है लेकिन अब बारिस के मौसम में सामोद की अरावली की पहाड़ियों से बहते झरने लोगो को दूर से ही अपनी औऱ आकर्षित कर रहे है। इस पहाड़ी की तलहटी में बसे गांव सामोद, महार कला में स्थित महा मालेश्वर महादेव मंदिर, महार खुर्द औऱ बरवाड़ा गाँव में बहते झरने इस समय देशी पर्यटकों के पसंदीदा1 स्थल बने हुए है। मौसम का आनंद लेते समय लोगो को कोरोना से बचाव के लिए कोरोना गाइड लाइन का भी पालन करना आवश्यक है जिस से हम प्रदेश की जनता को कोरोना से बचा सकें। कोरोना गाइड लाइन के प्रति जागरूक रह कर इस मौसम में भी सभी अपनी जिम्मेदारी निभा कर एक अछे नागरिक की भूमिका निभा सकते है।