जयपुर, 19 मार्च, 2019ः महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स लिमिटेड (एमएलडीएल) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (आआईआईसीओ) के बीच एक संयुक्त उद्यम महिंद्रा वर्ल्ड सिटी जयपुर लिमिटेड (एमडब्ल्यूसी जयपुर) ने अपने मल्टी प्रोडक्ट स्पेशल इकोनाॅमिक जोन के भीतर साइकिल शेयरिंग सेवा शुरू की है। एमडब्ल्यूसी जयपुर में कर्मचारियों और आगंतुकों के साझा उपयोग के लिए 50 साइकिलों का एक बेड़ा अब सुविधाजनक रूप से स्थित डॉकिंग स्टेशनों पर उपलब्ध है।
इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए महिंद्रा वर्ल्ड सिटी जयपुर के बिजनैस हैड और आरिजिन्स, अहमदाबाद के डायरेक्टर श्री संजय श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘महिंद्रा वल्र्ड सिटी जयपुर में विभिन्न जोन के तहत 85 से अधिक कंपनियां कार्यरत हैं और यहां प्रतिदिन करीब 25 से 30 हजार लोगों का आवागमन होता है। महिंद्रा वर्ल्ड सिटी में विश्व स्तरीय स्थायी शहर के विकास की हमारी यात्रा में एक और मील के पत्थर के रूप में साइकिल शेयरिंग सेवा शुरू करने की हमें खुशी है। यह सेवा क्षेत्र में साफ-सुथरा और सुरक्षित परिवहन विकल्प सुनिश्चित करते हुए सहज इंट्रा-सिटी, अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी और कम कार्बन उत्सर्जन के साथ उपयोगकर्ताओं के लिए सभी कल्याणपरक लाभों की पेशकश करेगी।‘‘
पिंक पैडल की फाउंडर तथा जयपुर की बाइसाइकल मेयर सुश्री पूजा विजय कहती हैं, ‘‘महिंद्रा वर्ल्ड सिटी जयपुर के साथ साझेदारी करते हुए हमें प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। शहरी साइक्लिंग के सामाजिक, पर्यावरणीय और स्वास्थ्य संबंधी फायदे आज सार्वभौमिक रूप से स्थापित हैं। सार्वजनिक साइकिल शेयरिंग को लागू करने के बाद एमडब्ल्यूसी जयपुर दुनिया भर के उन चुनिंदा शहरों के समूह में शामिल हो जाता है, जो साइकिल शेयरिंग के फायदों का आनंद लेते हैं और स्वस्थ सड़कों और कार्यस्थल के वातावरण की पेशकश करते हैं।”
जयपुर में पिंक पैडल साइकिल सुरक्षा और आराम के लिहाज से डिजाइन की गई हैं। सुविधाओं में यूनिवर्सल डिजाइन शामिल है, यानी सभी प्रकार के परिधानों के साथ इसे चलाया जा सकता है, साथ ही बास्केट, मडगार्ड और रात की सवारी के लिए रिफ्लेक्टर और एलईडी लाइट्स भी इसमें लगी हैं। एमडब्ल्यूसी जयपुर में साइकिल शेयरिंग प्रोजेक्ट का प्रारंभिक चरण उपयोगकर्ताओं के लिए ‘ऐप-फ्री-राइडिंग’ को सक्षम करेगा, जिसमें साइकिल सवारों की सहायता के लिए डॉकिंग स्टेशनों पर पिंक पेडल के कर्मचारी उपलब्ध होंगे। इसके बाद चरणों में चक्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी और एक एकीकृत ऐप-आधारित साझा प्रणाली को आगे की आवश्यकताओं और मांग के आधार पर रोल आउट किया जाएगा।
2006 में स्थापित महिंद्रा वर्ल्ड सिटी जयपुर ‘लाइवलीहुड, लिविंग एंड लाइफ’ के दर्शन का प्रतीक है और इसमें एक मल्टी प्रोडक्ट विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड), एक घरेलू टैरिफ क्षेत्र (डीटीए) और नियोजित सामाजिक और आवासीय बुनियादी ढाँचा शामिल हैं। एमडब्ल्यूसी जयपुर में मल्टी प्रोडक्ट विशेष आर्थिक क्षेत्र उत्तर भारत का सबसे बड़ा और राजस्थान का पहला परिचालन एसईजेड है। जिन कंपनियों ने एमडब्ल्यूसी जयपुर में पहले ही साइन अप कर लिया है, वे छोटे और मध्यम आकार के उद्यमी संचालित व्यवसायों से लेकर बड़े वैश्विक और भारतीय निगमों तक हैं। इनमें बॉल कॉर्पोरेशन, डॉयचे बैंक, ग्रेविटा, इंफोसिस, जयपुर क्राफ्ट्स, जेसीबी, निटप्रो इंटरनेशनल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मेटलाइफ, पर्टो, पॉली मेडिक्योर, टीटीके हेल्थकेयर और यासेन लाइटिंग शामिल हैं।
महिंद्रा वर्ल्ड सिटी जयपुर ने स्थायी शहरी विकास में वैश्विक मानदंड स्थापित किए हैं और यह स्थानीय समुदायों और पर्यावरण को शामिल करते हुए समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करती है। महिंद्रा वल्र्ड सिटी जयपुर में प्रचलित सतत शहरी प्रथाओं में ऊर्जा-कुशल हरित इमारतें, एलईडी स्ट्रीट लाइटिंग, सौलर पीवी छत, एलईडी रेट्रोफिटिंग, ई-रिक्शा, शहरी वृक्षारोपण अभियान, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और लैंडस्केपिंग के लिए उपचारित पानी और लो फ्लो फिक्स्चर और फिटिंग शामिल हैं। एमडब्ल्यूसी जयपुर दुनिया की सबसे बड़ी परियोजना है, जिसने भविष्य के टिकाऊ, कार्बन सकारात्मक शहर बनाने के लिए एक वैश्विक बेंचमार्क ‘सी40 सिटीज‘ से ‘सी40 सीपीडीपी स्टेज टू सर्टिफिकेशन‘ हासिल किया है।
महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स लिमिटेड के बारे में
1994 में स्थापित, महिंद्रा लाइफस्पेसेज डेवलपर्स लिमिटेड, 20.7 बिलियन अमरीकी डालर के महिंद्रा ग्रुप की रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट बिजनेस ब्रांच है, वहीं भारत में टिकाऊ शहरीकरण की एक अग्रणी खिलाड़ी है। कंपनी ‘महिंद्रा लाइफस्पेसेज’ और ‘हैप्पीनेस्ट’ ब्रांड के अंर्तगत अपने आवासीय डवलपमेंट के माध्यम से भारत के शहरी परिदृश्य को बदलने के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं ‘महिन्द्रा वल्र्ड सिटी’ और ‘ओरिजिन्स बाई महिंद्रा वर्ल्ड सिटी‘ ब्रांड के तहत इंटीग्रेटेड सिटी टाउनशिप और औद्योगिक क्लस्टर पर फोकस कर रही है।
विश्वास और पारदर्शिता की परम्परा को समेटे महिंद्रा लाइफस्पेसेज के नवाचार ग्राहक केंद्रित समाधान प्रदान करते हैं। कंपनी की निर्माण जगहों में सात भारतीय शहरों में 24.5 मिलियन वर्ग फुट (2.3 मिलियन वर्ग मीटर) पर काम पूरा हो चुका है, चल रहा है या आगामी आवासीय परियोजनाएं के तहत प्रस्तावित हैं, वहीं और चार शहरों में इंटीग्रेटेड डवलपमेंट के तौर पर निर्माण / प्रबंधन के तहत 5000 एकड़ से अधिक की जगह पर परियोजनाएं चल रही है या आने वाली है।
भारत में ग्रीन होम अभियान की एक अग्रणी कंपनी महिंद्रा लाइफस्पेसेज को ‘2017 जीआरएसबी रियल एस्टेट ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और प्रशासन) आकलन’ में अपनी श्रेणी में एशिया में चैथे स्थान पर रखा गया है। ‘ग्रेट प्लेसेज टू वर्क इंस्टीट्यूट’ द्वारा भारत में ‘ग्रेट मिड-साइज वर्क प्लेसेज इन इंडिया -2018’ में भी यह शीर्ष 50 की रैकिंग में शुमार है।
महिंद्रा लाइफस्पेसेज के बारे में अधिक जानें- महिंद्रा ग्रुप, 20.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कंपनियों का फेडरेशन है जो लोगों को आवागमन के नए समाधान, ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा, शहरी जीवन के विस्तार, नए व्यवसायों का पोषण करने और समुदायों को बढ़ावा देने में सक्षम बनाता है। उपयोगी वाहनों, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय सेवाओं और वैकेशन के मामले में इसकी स्थिति एक नेतृत्वकारी की रही है और उत्पादों की संख्या के आधार पर यह दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी है। महिंद्रा, कृषि व्यवसाय, खाद, वाणिज्यिक वाहनों, परामर्श सेवाओं, ऊर्जा, औद्योगिक उपकरण, रसद, रियल एस्टेट, स्टील, एयरोस्पेस, डिफेंस और टू-व्हीलर में अपनी मजबूत उपस्थिति का भी आनंद उठाता है। भारत में मुख्यालय वाला महिंद्रा 100 देशों में 2,40,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है।