मुंबई, 27 अगस्त, 2021- यस बैंक, मूडीज ईएसजी सॉल्यूशंस के हिस्से वी.ई. द्वारा मूल्यांकन किए गए 100 सर्वश्रेष्ठ इमर्जिंग मार्केट परफॉर्मर्स में से एक है। जुलाई 2021 की रैंकिंग में विकासशील बाजारों में सूचीबद्ध शीर्ष 100 ऐसी कंपनियों को शामिल किया गया है, जो सामाजिक जिम्मेदारी, मानवाधिकार, रोजगार संबंधी प्रथाओं, पर्यावरण संरक्षण, कॉर्पाेरेट प्रशासन और व्यावसायिक नैतिकता जैसे क्षेत्रों में सबसे उन्नत स्कोर अर्जित करती हैं। साथ ही, जो अपने संचालन वाले क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान करती हैं।
यस बैंक रैंकिंग में एकमात्र भारतीय बैंक बना हुआ है। इसे पहली बार दिसंबर 2017-जून 2019 की अवधि में वीई रैंकिंग में शामिल किया गया था।
शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियां वी.ई के इक्विटिक्स इमर्जिंग मार्केट्स यूनिवर्स पर आधारित हैं, जिसमें 31 देशों की 843 कंपनियां शामिल हैं। समीक्षा के लिए शॉर्टलिस्ट की गई कंपनियां 17 देशों में सूचीबद्ध हैं और 22 क्षेत्रों को कवर करती हैं। वीई इक्विटिक्स पद्धति के अनुसार कंपनियों के प्रदर्शन का आकलन करता है, जो 38 ईएसजी संबंधी मानदंडों पर आधारित है। रैंकिंग के लिए लगभग 330 संकेतकों को व्यापक रूप से पर्यावरण, मानवाधिकार, मानव संसाधन, सामुदायिक भागीदारी, व्यावसायिक व्यवहार और कॉर्पाेरेट प्रशासन के छह प्रमुख क्षेत्रों के तहत वर्गीकृत किया गया है। इस रैंकिंग की संरचना वीई द्वारा हर साल जुलाई में अपडेट की जाती है।
इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, यस बैंक के चीफ फाइनैंशियल ऑफिसर निरंजन बानोदकर ने कहा, ‘‘हमें वीई की प्रतिष्ठित ‘बेस्ट इमर्जिंग मार्केट परफॉर्मर्स’ रैंकिंग में अपनी पोजीशन को फिर से हासिल करने की खुशी है। यह बैंक द्वारा अपने गवर्नेंस फ्रेमवर्क को मजबूत करने, जलवायु, पर्यावरण और सामाजिक आर्थिक प्रदर्शन पर अपना ध्यान केंद्रित करने और सभी के लिए स्थायी और दीर्घकालिक मूल्य बनाने के उद्देश्य से काम करने का एक प्रमाण है। यह साबित करता है कि किस तरह बैंक अपने हितधारकों के हितों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने पर अपना ध्यान केंद्रित करता है।’’
येस बैंक ने अपनी कारोबारी रणनीति में ईएसजी विचारों को एकीकृत करने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। बैंक ने अपनी उधार संबंधी गतिविधियों से जुड़े संभावित पर्यावरण और सामाजिक जोखिमों को दूर करने के लिए स्वेच्छा से एक पर्यावरण और सामाजिक नीति अपनाई है। इसने अपने संचालन के प्रभाव को दूर करने के लिए एक आईएसओ 14001- 2015 प्रमाणित एन्वायर्नमेंटल मैनेजमेंट सिस्टम की स्थापना की है, साथ ही इसकी आपूर्ति श्रृंखला में सस्टेनबिलिटी को एकीकृत करने के लिए एक ईएसजी-लिंक्ड आपूर्तिकर्ता आचार संहिता को भी अपनाया है।
जलवायु लक्ष्यों के लिए प्रतिबद्ध यस बैंक ने अपने वित्तपोषित उत्सर्जन को मापने और अपने इलेक्ट्रिसिटी पोर्टफोलियो को वैश्विक डीकार्बाेनाइजेशन पाथवे के साथ जोड़ने की दिशा में निश्चित कार्रवाई की है और पिछले वर्ष की तुलना में वित्त वर्ष 2011 में अपने संचालन की कार्बन उत्सर्जन तीव्रता में 5 प्रतिशत की कमी हासिल की है। इसे 2020 के जलवायु परिवर्तन के खुलासे के लिए सीडीपी द्वारा ‘ए-’ (लीडरशिप बैंड) का दर्जा दिया गया था।
वित्त वर्ष 2021 में बैंक के समावेशी और सामाजिक बैंकिंग और माइक्रोफाइनेंस बैंकिंग डिवीजनों ने ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में 9.8 लाख महिला ग्राहकों को वित्त तक पहुंच प्रदान करने के अपने प्रयास जारी रखे। वित्त वर्ष 2021 में इसकी कॉर्पाेरेट सामाजिक जिम्मेदारी पहल ने किसानों को उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया और सुरक्षित और स्वच्छ पेयजल तक पहुंच सुनिश्चित की।
यस बैंक पहले ग्लोबल फ्रेमवर्क- पिं्रसिपल्स ऑफ रेस्पॉन्सिबल बैंकिंग के सिद्धांतों के लिए एकमात्र भारतीय संस्थापक हस्ताक्षरकर्ता बना हुआ है। यह एक ऐसा फ्रेमवर्क है, जो बैंकों को संयुक्त राष्ट्र द्वारा अपनाए गए सतत विकास लक्ष्यों और जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के उद्देश्यों के लिए अपने व्यवसाय को संरेखित करने में सक्षम बनाता है।