20 सितंबर 2021: राजस्थान के जयपुर जिले के हरमाड़ा के 18 वर्षीय छात्र सचिन शेखावत ने आईआईटी जेईई मेन्स परीक्षा में 99.95 परसेंटाइल प्राप्त किए हैं। तीन सालों की कठोर मेहनत के बाद आईआईटी जेईई मेन्स में सफलता हासिल करने वाला सचिन, इतनी ऊंची बुलंदी को छूने वाला अपने गांव का एकमात्र व्यक्ति बना है।
सचिन शेखावत एक बहुत ही सीदे सादे, मध्यम वर्गीय परिवार से है, उन्होंने 11वीं कक्षा तक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के बारे में सुना भी नहीं था। लेकिन अपनी कक्षा के एक वरिष्ठ के साथ मुलाकात करने का मौका मिला, जिसने उनके दृष्टिकोण और करियर की आकांक्षाओं को बदल दिया। उन्होंने भारत की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक, आईआईटी जेईई की तैयारी अनअकैडमी प्लेटफॉर्म पर शुरू कर दी।
सचिन ने बताया, “मुझे यूट्यूब पर अनअकैडमी मिला और मैंने देखा कि उनकी सामग्री औरों की तुलना में बहुत ही बेहतर है। इसलिए मैंने अनअकैडमी ज्वाइन किया और इससे मुझे अपनी तैयारी को कई तरीकों से आगे बढ़ाने में मदद मिली, खासकर जब परीक्षा नज़दीक आयी तब यह बहुत उपयुक्त साबित हुआ। प्रत्येक विषय के टेस्ट सीरीज़ और अभ्यास पाठ्यक्रम से काफी मदद मिली।”
अनअकैडमी में पढ़ाई ने सचिन को सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों और गुणवत्तापूर्ण संसाधनों के साथ, ऑफ़लाइन संस्थानों की तुलना में काफी कम लागत में आईआईटी जेईई की तैयारी करने में सक्षम बनाया। खासकर, परिवार की आर्थिक तंगी के रहते सचिन के लिए यह बहुत बड़ा वरदान साबित हुआ। सचिन के पिता आईटी विभाग में सरकारी नौकरी करते है।
आईआईटी जेईई मेन्स में सफलता पाने के लिए सचिन ने निरंतरता और कड़ी मेहनत की रणनीति अपनायी। उन्होंने बताया, “मैं हर रोज 8-9 घंटे पढ़ता था और बीच में ज़्यादा ब्रेक नहीं लेता था। विचार गति को बनाए रखने और ध्यान न खोने मैंने ज़ोर दिया। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खुद पर विश्वास होना चाहिए और किसी भी कदम पर निराश नहीं होना चाहिए।”
सचिन शेखावत आईआईटी से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी पढ़ाई करना चाहते है और एक उद्यमी बनना उनकी महत्वाकांक्षा है। लेकिन अभी के लिए, तत्काल लक्ष्य आईआईटी जेईई एडवांस परीक्षा में सफल होना है, जो उन्हें आईआईटी में पढ़ने के अपने सपने के और भी करीब ले जाएगा।