जयपुर, 08 नवम्बर, 2021ः भारत में वर्तमान में चल रहे 5ळ ट्रायल के तहत वोडाफ़ोन आइडिया लिमिटेड और एरिकसन 3.5 GHz ने देश के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्रान्तिकारी बदलाव लाने में 5G की क्षमता दर्शाने के लिए एक दूसरे के साथ साझेदारी की है, जो दर्शाती है कि किस तरह 5G कनेक्टिविटी देश के दूर-दराज के इलाकों में स्वास्थ्यसेवाओं को ज़्यादा सुलभ बना सकती है।
पुणे में सरकार द्वारा आवंटित 3.5 GHz मिड बैण्ड और 26 GHz mm वेव बैण्ड पर वी द्वारा स्थापित 5ळ ट्रायल नेटवर्क के साथ क्लाउड नेटिव टेक्नोलॉजी पर आधारित एरिकसन रेडियो और एरिकसन ड्यूल मोड कोर तैनात किए गए हैं, जिनमें 5G SA, 5G NSA। और LTE पैकेट कोर फंक्शन्स शामिल हैं।
5G की हाई डेटा स्पीड, लो लेटेन्सी एवं विश्वसनीयता के चलते शहरी केन्द्र में मौजूद एक डॉक्टर गांव में मौजूद मरीज़ का अल्ट्रासाउण्ड स्कैन कर सकता है। जिसका ट्रायल वी के द्वारा एरिकसन के 5G इन्फ्रास्ट्रक्चर की मदद से किया जा रहा है जो देश के दूर-दराज के इलाकों में स्वास्थ्यसेवाओं की पहुंच बढ़ाने में 5G की क्षमता को दर्शाता है।
इस अवसर पर जगबीर सिंह, सीटीओ, वी ने कहा, ‘‘वी ने 5G रैडी नेटवर्क का विकास किया है जिसे व्वासं द्वारा भारत का सबसे तेज़ वी गीगानेट नेटवर्क बताया गया है। हमारे 5G ट्रायल के साथ हम देश के दूर-दराज के इलाकों में स्वास्थ्यसेवाओं के क्षेत्र में 5G की क्षमता का लाभ उठाने के लिए काम कर रहे हैं, जिसमें उद्यमों एवं उपभोक्ताओं के लिए अन्य यूज़ केसेज़ भी शामिल हैं। 5G सेवाओं के लिए स्पीड और लेटेन्सी बहुत महत्वपूर्ण है और इसीलिए हम 5G यूज़ केसेज़ का उपयोग आने वाले कल के डिजिटल भारत के लिए करना चाहते हैं।’’
वर्तमान में चल रहे डेमोन्स्ट्रेशन के तहत वी और एरिकसन ने 5G के साथ एन्हान्स्ड मोबाइल ब्रॉडबैण्ड (eMBB) फिक्स्ड वायरलैस एक्सेस (FWA), ऐप्लीकेशन का प्रदर्शन भी किया है।
‘‘उम्मीद है कि एन्हान्स्ड मोबाइल ब्रॉडबैण्ड और फिक्स्ड वायरलैस एक्सेस भारत में 5G के लिए शुरूआती यूज़ केसेज़ होंगे। समय के साथ हमें उम्मीद है कि स्वास्थ्यसेवा, निर्माण एवं शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी संख्या में उद्यम 5ळ के फायदों का उपयोग करेंगे। एरिकसन द्वारा पुणे में वी के साथ स्थापित किया गया प्रत्यास्थ ड्यूल मोड कोर मौजूदा ट्रायल के दौरान उद्यमों को रिमोट वीडियो मॉनिटरिंग, टेलीमेडिसिन, डिजिटल ट्विन, एआर/वीआर आदि में मदद कर रहा है।’’ अमरजीत सिंह, वाईस प्रेज़ीडेन्ट, एरिकसन ने कहा।
5G के लॉन्च के साथ भारत में उद्यमों के डिजिटल रूपान्तरण को बढ़ावा दिया जा सकेगा। उपभोक्ताओं के दायरे से बाहर जाकर सेवा प्रदाताओं के लिए भी नए राजस्व के अवसर उपलब्ध कराता है। एरिकसन की 5G बिज़नेस कम्पास रिपोर्ट के मुताबिक 2030 तक 10 उद्योगों में भारतीय ऑपरेटरों के लिए बी2बी अवसर 17 बिलियन डॉलर के आंकड़े तक पहुंच जाएंगे। मुख्य उद्योग जो अपने डिजिटलीकरण के लिए 5G की क्षमता का उपयोग करेंगे, उनमें शामिल हैं- स्वास्थ्यसेवा, निर्माण, एनर्जी एवं युटिलिटीज़, ऑटोमोटिव एवं सार्वजनिक सुरक्षा।