राष्ट्रीय, 26 जनवरी 2022: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, बीवीजी इंडिया लिमिटेड जो आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवाओं की पेशकश करने वाली एक प्रमुख कंपनी है, ने जम्मू और कश्मीर के जेकेईएमएस 108/102 आपातकालीन चिकित्सा सेवा बेड़े में 34 और एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस शामिल किए हैं। इन एम्बुलेंसेज के शामिल किए जाने के साथ, बीवीजी जम्मू और कश्मीर एवं लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 511-मजबूत एम्बुलेंस बेड़े के साथ सेवा कर रहा है, इस बेड़े में डायल -108 के लिए 211 एम्बुलेंस और डायल -102 सेवा के लिए 300 एम्बुलेंस शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के माननीय उपराज्यपाल, श्री मनोज सिन्हा जी ने इन अतिरिक्त 34 एम्बुलेंसों को झंडी दिखाकर रवाना किया। श्री एच.आर. गायकवाड़, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, बीवीजी इंडिया ने बीवीजी टीम के साथ श्री मनोज सिन्हा के इस भाव के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
जम्मू और कश्मीर इमर्जेंसी मेडिकल सर्विसेज 108/102, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख सरकार और बीवीजी इंडिया लिमिटेड के बीच एक सार्वजनिक निजी भागीदारी उद्यम है। इस पहल की शुरुआत 24 मार्च 2020 को 416 एंबुलेंस से की गई थी। 2 साल से भी कम समय में, बीवीजी ने 95 और एम्बुलेंस शामिल किए और यह 15 जनवरी 2022 तक 1.23 लाख से अधिक रोगियों (108 – 98,397 और 102 – 24,960) की सेवा प्रदान कर चुकी है। जम्मू-कश्मीर 108 के अंतर्गत, बीवीजी इंडिया टीम 6.96 लाख कॉल्स को हैंडल कर चुकी है और जम्मू-कश्मीर 102 के अंतर्गत 10.73 लाख कॉल्स को हैंडल कर चुकी है।
बीवीजी इंडिया, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, जम्मू और कश्मीर की सेवा करता रहा है, और जेके इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज (जेकेईएमएस) की महत्वाकांक्षी पहल ने आज घोषणा की है कि इसकी विश्व स्तरीय आपातकालीन प्रतिक्रिया सेवाओं और जेकेईएमएस एम्बुलेंस सेवाओं ने अब तक जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के एक करोड़ से अधिक लोगों को लाभ पहुँचाया है।
बीवीजी एम्बुलेंस सेवा भारत की पहली परियोजना है जहां एक योग्य डॉक्टर दवाओं और आपातकालीन जीवन रक्षक उपकरणों के साथ एम्बुलेंस में रोगी की देखभाल करता है, जबकि पूरे भारत में गैर-बीवीजी एम्बुलेंस में सिर्फ एक पैरामेडिक होता है। एम्बुलेंस में डॉक्टर्स द्वारा मरीजों की देखभाल के महत्व का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 24 मार्च 2020 से 15 जनवरी 2022 तक बीवीजी जेकेईएमएस कुल 1.23 लाख आपातकालीन मामलों में सेवा प्रदान कर चुका है। इसमें एम्बुलेंस में लगभग 400 बच्चों का जन्म, लगभग 12,000 कोविड रोगियों और 750 वेंटिलेटेड रोगियों की देखभाल शामिल है। इस प्रतिबद्ध और गुणवत्तापूर्ण सेवा के कारण, जम्मू और कश्मीर राज्य सरकार ने बीवीजी को ‘सहुलियत कश्मीर‘ पुरस्कार से भी सम्मानित किया है जो राज्य में कोविड-19 राहत प्रयासों में उनके योगदान के लिए दिया गया है।
लोकप्रिय 102-108 एम्बुलेंस सेवाओं के जरिए अनंतनाग, बांदीपोरा, बारामूला, बडगाम, डोडा, गांदरबल, लेह, जम्मू, कारगिल, कठुआ, किश्तवाड़, कुलगाम, कुपवाड़ा, फुलवामा, पुंछ, राजौरी, रामबन, रियासी, सांबा, शोपियां, श्रीनगर और उधमपुर सहित 22 जिलों में फैले 1.25 करोड़ से अधिक की आबादी को सेवा प्रदान की जाती है। जम्मू और कश्मीर ईएमएस 24 मार्च 2020 को शुरू होने के बाद से, ग्रामीण, पहाड़ी और आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल सुविधा प्रदान करने में जबरदस्त वृद्धि हुई है।
चौधरी मोहम्मद यासीन, आईएएस; मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, जम्मू–कश्मीर, ने भारत विकास समूह, इंडिया, लिमिटेड जेकेईएमएस टीम को जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित राज्य में सभी चिकित्सा आपात स्थितियों / कोविड संदिग्धों / पॉजिटिव रोगियों की स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए आभार प्रकट किया।
यासीन ने विशेष रूप से स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग जम्मू-कश्मीर और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, जम्मू-कश्मीर की ओर से जेके इमर्जेंसी मेडिकल सर्विसेज के सफल कार्यान्वयन और संचालन के लिए भारत विकास समूह, जेकेईएमएस पेशेवरों की पूरी टीम द्वारा पहुँचाई गयी त्वरित सेवाओं की भी सराहना की।
प्रतिक्रिया की गई आपात स्थितियों में शामिल हैं: प्रसव / गर्भावस्था – 35%, चिकित्सा – 38%, कोविड -19 – 16%, आघात (वाहन) – 3%, आघात (गैर वाहन) – 3%। संस्थागत प्रसव में वृद्धि और शिशु और मातृ मृत्यु दर में कमी के संदर्भ में उच्च गुणवत्ता वाली पूर्व-अस्पताल देखभाल प्रदान की गई।
बीवीजी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी), श्री हनमंतराव रामदास गायकवाड़ ने कहा, “नए परिवर्धन के साथ, बीवीजी इंडिया के पास अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों में 511 एम्बुलेंस का एक मजबूत बेड़ा है। इसमें डायल 108 के तहत 145 एडवांस लाइफ सपोर्ट और 66 बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस और डायल -102 सेवा के तहत 300 एम्बुलेंस शामिल हैं।” उन्होंने आगे कहा, “बीवीजी की अग्रणी पहल जैसे डिफाइब्रिलेटर, वेंटिलेटर, ब्लड प्रेशर मॉनिटरिंग उपकरण, पल्स ऑक्सीमेट्री और सभी जीवन रक्षक दवाओं के साथ मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन डिलीवरी सिस्टम से लैस एम्बुलेंस और भारत में डॉक्टरों को एम्बुलेंस उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जब करोड़ लोगों को गंभीर चिकित्सा सहायता की आवश्यकता थी।”
इसके अलावा, एम्बुलेंसों को 108 केंद्रीकृत कॉल सेंटर के साथ एकीकृत किया गया है। इसके अलावा कई परिवहन एम्बुलेंसों को वाहन ट्रैकिंग मैनेजमेंट सिस्टम (वीटीएमएस) के साथ जेएसएसके योजना के तहत मुफ्त परिवहन प्रदान करने के लिए 102 कॉल सेंटर के साथ एकीकृत किया गया है जिसमें स्वास्थ्य संस्थानों से घर तक और घर से स्वास्थ्य संस्थाओं तक का आवागमन शामिल है।
जम्मू-कश्मीर ईएमएस टीम द्वारा लगभग हर 10 मिनट में 1 आपातकालीन केस संभाला जाता है। यह प्रणाली 24X7 आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के साथ एकीकृत है।
इस परियोजना में सेवा देने के लिए 1,200 से अधिक पेशेवरों को प्रशिक्षित किया गया है जिसमें ईएमटी (आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन), पायलट (एम्बुलेंस चालक) और ईआरओ (आपातकालीन प्रतिक्रिया कार्यालय) शामिल हैं।
800 से अधिक चिकित्सा आपातकालीन पेशेवर जैसे डॉक्टर पैरा मेडिकोज और फाइल्ड प्रशासनिक कर्मचारी, ड्राइवर, भारत विकास समूह (बीवीजी इंडिया) के तहत जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में एंबुलेंस सेवाएं प्रदान करने के लिए सेवा कर रहे हैं।