महिंद्रा समूह ने एजी – टेक स्टार्टअप कार्नोट में हिस्सेदारी बढ़ाकर 69 प्रतिशत की

मुंबई, 25 मार्च, 2022: ​महिंद्रा समूह ने एजी – टेक स्टार्टअप कार्नोट टेक्नोलॉजीज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर लगभग 69% कर दी है। समूह ने अपने फार्मिंग ऐज अ सर्विस वर्टिकल, कृष – ई को डिजिटल उत्पादों और समाधानों के भारत के सबसे बड़े पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में बनाने के अपने दृष्टिकोण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है। इस क्रम में, भविष्य के कर्मचारियों के लिए एक आकर्षक ईएसओपी पूल भी बनाया गया है।

निवेश के बारे में बताते हुए फार्म इक्विपमेंट स्ट्रेटेजी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट​ ​और कृष – ई के प्रमुख, रमेश रामचंद्रन ने कहा, “​यह निवेश कार्नोट के लिए हमारी रणनीतिक प्रतिबद्धता का संकेत देता है। वे भारत के लिए निर्माण करने और विशेष रूप से किसानों के लिए नवाचार करने में सबसे आगे रहे हैं। 2020 के अंत में हमारे अंतिम निवेश के बाद से, वे कृष – ई के लिए डिजिटल उत्पाद और टेक्नोलॉजी विजन को आगे बढ़ाने में हमारे भागीदार रहे हैं और केवल 18 महीनों में हमने भारत में व्यापक उपस्थिति के साथ एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया है – जिसमें 500,000 ऐप उपयोगकर्ता, 4 मिलियन रेंटल ऑवस और 4 मिलियन एकड़ खेत शामिल हैं। अब हम अपने संबंधों को गहरा बनाते हुए हमारी क्षमताओं को लगातार बढ़ा रहे हैं।”

कृष – ई ऐप, एक ऐसा बाजार-स्थल विकसित करने में महिंद्रा के डिजिटल प्रयास का हिस्सा है जो मशीनीकरण और सलाहकार आधारित सेवाओं की रेंज प्रदान करता है। यह कृषि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ते ऐप में से एक है, जिसे 3 मिलियन से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। यह ऐप 16 राज्यों में कृष – ई के 100 केंद्रों में किए गए ऑन – ग्राउंड गतिविधियों के साथ भी एकीकृत है।

कार्नोट टेक्नोलॉजीज आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्रों द्वारा स्थापित एक स्टार्टअप है जिसने अग्रणी कृषि आईओटी प्लेटफॉर्म सिम्हा (जिसकी कृषि – ई रेंटल के रूप में रीब्रांडिंग की गयी) विकसित किया है, जिसमें अब 25,000 से अधिक ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और स्प्रेयर हैं जो प्रत्येक सीजन में 3 मिलियन एकड़ से अधिक भूमि पर काम कर रहे हैं। यह प्लेटफॉर्म 5 पेटेंट द्वारा संरक्षित है और इसे सूचना प्रौद्योगिकी के लिए कैबिनेट के तत्कालीन मंत्री माननीय रविशंकर प्रसाद द्वारा $ 100K के लिए क्वालकॉम डिजाइन इन इंडिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

कार्नोट के सह-संस्थापक और सीटीओ, पुष्कर लिमये ने कहा, “टीम ने कृष – ई ऐप भी विकसित किया है जो अपने अद्वितीय ​और सहज किसान केंद्रित डिजाइन के माध्यम से किसानों को प्रति एकड़ 15,000 रुपये तक कमाने में मदद कर रहा है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के साथ हमारी साझेदारी के दौरान, हमने महसूस किया कि हमारे किसानों को समझे जाने की जरूरत थी, और इस समझ के आधार पर ऐसा उत्पाद बनाना था जो अभिनव, अत्यधिक किफायती हो और हमारे किसानों के समझ में आए। और अगर यह अगली पीढ़ी के इंजीनियर और उद्यमी नहीं हैं, तो उन्हें कौन बनाएगा? निवेश के इस दौर के साथ, हम हर फंक्शन के भीतर शानदार टीम और डेटा संचालित संस्कृति के निर्माण के लिए तीव्रतम गति से कार्य करना चाहते हैं।”

टीम का उद्देश्य अगले वर्ष में तेजी से आगे बढ़ने के लिए अपनी तकनीक और लोगों में अधिक निवेश करना है।​कार्नोट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह – संस्थापक, रोहन वडगांवकर ने कहा,​​ “हमारी तकनीक और उत्पाद सोच और ग्रामीण भारत में महिंद्रा के मजबूत ब्रांड और उपस्थिति के साथ, हम भारत के सबसे बड़े कृषि बाजार-स्थल का निर्माण करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”

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