मुंबई, 14 जुलाई, 2022: एसीसी लिमिटेड, जो भारत के सबसे नवीन और टिकाऊ सीमेंट निर्माताओं में से एक हैं, लगातार विभिन्न पहलों और आउटरीच कार्यक्रमों के माध्यम से समाज और समुदाय में योगदान देते रहे हैं। दिशा, अनेक समुदायों के लोगों को मोटर वाहन तकनीशियन, इलेक्ट्रीशियन, जीवन कौशल, सिलाई मशीन ऑपरेटर और पिकर एवं पैकर्स का प्रशिक्षण देकर बेरोजगारी उन्मूलन हेतु प्रयासरत है।
डेवलपमेंट इनिशियेटिव ऑन स्किल्स फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट या दिशा का उद्देश्य विभिन्न कौशल और उद्योगों में लोगों को रोजगार योग्य बनाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करना है। झारखंड के चाईबासा में कंपनी के विनिर्माण संयंत्र के आसपास के 8 आदिवासी गांवों में, यह पहल स्थानीय युवाओं विशेषकर बीच में ही पढ़ाई छोड़ देने वाले बच्चों की बेरोजगारी को दूर करके ग्रामीण समुदायों के विकास को गति दे रही है।
दिशा ने हाल ही में कौशल विकास प्रशिक्षण पूरा किया और बेंगलुरु के मदर एंड संस सुमी, ग्रोफर्स, बिग बास्केट, वेलस्पन और शाही एक्सपोर्ट्स जैसे प्रमुख संगठनों में अभ्यर्थियों को सफलतापूर्वक रोजगार दिलवाये। अब तक 200 से अधिक अभ्यर्थी दिशा परियोजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
जब समस्या समाधान की बात आती है, तो दिशा समुदायों के सहभागितापूर्ण ग्रामीण मूल्यांकन का अध्ययन करती है और उसके बाद घरेलू आँकड़ों का संग्रह करती है जिससे सूक्ष्मतापूर्वक योजना बनाने में मदद मिलती है। परामर्श सुविधाएं, सॉफ्ट स्किल्स और डिजिटल कौशल विकास भी इस प्रोग्राम के अंग हैं। इसके अलावा, इस पहल के जरिए स्थानीय पंचायत सदस्यों को भी जोड़ा जाता है जो गाँवों के प्रमुख हितधारक हैं। वंचितों के लिए इसके कुछ अन्य आउटरीच कार्यक्रम डिजिटल और वित्तीय साक्षरता, सॉफ्ट कौशल, व्यक्तित्व और सर्वांगीण विकास पर केंद्रित हैं।
एसीसी लिमिटेड, चाईबासा ने अपना प्रयास लगातार जारी रखा है और इसने नये बैच ट्रेड्स का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पश्चिमी सिंहभूम के जिला कलेक्टर, श्री अनन्य मित्तल (आईएएस) के साथ-साथ चाईबासा सीमेंट वर्क्स के प्लांट डाइरेक्टर, श्री राज गुरुंग भी मौजूद रहे। इन नये बैच ट्रेड्स में 70 अभ्यर्थियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिला आयुक्त ने प्रसन्नतापूर्वक बताया कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए “आकांक्षी जिलों का रूपांतरण” (ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ एस्पायरिंग डिस्ट्रिक्ट्स) प्रोग्राम के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिला तेजी से प्रगति कर रहा है। उक्त प्रोग्राम का उद्देश्य देश के कुछ सबसे अविकसित जिलों में शीघ्र और प्रभावी रूप से बदलाव लाना है। जिला आयुक्त ने इस संबंध में एसीसी लिमिटेड के योगदान की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि युवाओं की सहभागिता आदिवासी क्षेत्र के अन्य लोगों को भी आगे आने के लिए प्रेरित करेगी।
एसीसी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्रीधर बालाकृष्णन ने कहा, “एसीसी में, हमारा लक्ष्य हमेशा स्पष्ट रहा है: जीवन में बदलाव लाना और बेहतर दुनिया का निर्माण। हम हाशिए पर मौजूद परिवारों को लाभकारी स्वरोजगार हासिल करने, युवा विकास के लिए अवसर पैदा करने और सभी व्यक्तियों, समूहों एवं समुदायों की भागीदारी व समावेश के माध्यम से समानता को बढ़ावा देने में सहायता करके इसे प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।”
आउटरीच कार्यक्रम कई सरकारों और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे श्रम कार्ड और ज़ीरो-बैलेंस जन धन बैंक खाता के साथ रोजगार पैदा करने में भी मदद करता है।