यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है जिसका मुख्य उद्देश्य अपने संबंधित क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ (competitive advantage) रखने वाली लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करना है। यह स्टॉक चुनने के लिए उचित मूल्य पर ग्रोथ (जीएआरपी) की इनवेस्टमेंट स्टाइल को फॉलो करता है। इसका मतलब यह है कि किसी कंपनी की कमाई में अंतर्निहित वृद्धि (underlying growth) को देखते हुए उस स्टॉक को पोर्टफोलियो में खरीदने के लिए उचित मूल्य का भुगतान किया जाना है।
इस फंड का उद्देश्य उन कंपनियों में निवेश करना है जो नियंत्रित उधार (controlled borrowings), लगातार रेवेन्यू में वृद्धि, लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करने (focus on profitability), पूंजी की लागत से पूंजी पर उच्च रिटर्न और लगातार ऑपरेटिंग कैश-फ्लो के साथ बुनियादी रूप से मजबूत होती हैं। ऐसी कंपनियां भविष्य के विस्तार के लिए फ्री कैश फ़्लो जनरेट कर सकती हैं और मौजूदा शेयरों को कमजोर करने से बच सकती हैं।
जीएआरपी प्लस कम्पेटिटिव फ्रेंचाइजी के मिले जुले अप्रोच के कारण , यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट योजना उन कंपनियों में निवेश कर सकती है जहां….
1) मार्केट लंबी अवधि में विकास को बनाए रखने की कंपनियों की क्षमता या मूल्य निर्धारण शक्ति (pricing power) के लाभों को कम करके आंक रहा है।
2) अनुकूल मांग चक्र (favourable demand cycle), कन्सॉलिडेशन, रेगुलेटरी बाधाओं की मंजूरी या लागत प्रतिस्पर्धा (cost competitiveness) और विवेकपूर्ण क्षमता विस्तार (prudent capacity expansion) जैसे कंपनी को प्रभावित करने वाले कारणों के माध्यम से उद्योग की व्यापक घटनाओं में सुधार हो रहा है।
3) बिजनेस में पूंजी तो लगता है लेकिन कंपनियां विवेक से फैसला करती हैं और उसे पर कुशलता से टिकी रहती हैं
4) जिन कंपनियों के पास नियोजित पूंजी पर उच्च रिटर्न (आरओसीई) पर नकदी प्रवाह को पुनर्निवेश करने का अवसर है।
5) सेक्टर के भीतर सापेक्ष मूल्यांकन (relative valuation) आकर्षक है।
यह निवेशकों को क्वालिटी कंपनियों के पोर्टफोलियो के मालिक होने के साथ-साथ लॉंग टर्म में संपत्ति बनाने का अवसर प्रदान करता है।
यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम, जिसे लार्ज कैप फंड के रूप में वर्गीकृत किया जा रहा है, में आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, इंफोसिस लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, भारती एयरटेल लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, एचडीएफसी लिमिटेड, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड, लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड, एक्सिस बैंक लिमिटेड और कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड जैसी प्रमुख कंपनियों का पोर्टफोलियो है और टॉप 10 शेयरों में पोर्टफोलियो का लगभग 47% हिस्सा है। यह स्कीम वर्तमान में 31 जुलाई, 2022 तक ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स, हेल्थकेयर, कंज्यूमर सर्विसेज, टेलीकम्युनिकेशन और कैपिटल गुड्स में ज्यादा निवेशित है जबकि तेल, गैस और ईंधन, एफएमसीजी, मेटल और खनन, बिजली और वित्तीय सेवाओं में कम है।
इस फंड में 10,136 करोड़ रुपये से अधिक का कार्पस है और 31 जुलाई, 2022 तक 7.38 लाख से अधिक निवेशकों का इसमें अकाउंट रहा है। इस फंड का उद्देश्य लंबी अवधि में पूंजी में बढ़ोत्तरी (capital appreciation) या इनकम डिस्ट्रब्यूशन प्राप्त करना है। इसके अलावा यह ऊपर बताए अनुसार निवेश करने के लिए एक अनुशासित दृष्टिकोण (disciplined approach) का पालन करता है और इसकी स्थापना के बाद से हर साल वार्षिक लाभांश बनाए रखता है। यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट योजना ने 4,200 करोड़ रुपये से अधिक का कुल लाभांश दिया है।
इस योजना में पोर्टफोलियो में कम हेर फेर होता है। यूटीआई मास्टरशेयर यूनिट स्कीम ने 31 जुलाई, 2022 को अपनी स्थापना के बाद से बेंचमार्क एस एंड पी बीएसई 100 टीआरआई द्वारा 14.26% के रिटर्न के मुकाबले 15.60% का रिटर्न (सीएजीआर) दिया है। इसके अलावा, जिस किसी ने भी इसकी स्थापना के समय फंड में किए गए 10 लाख रुपये किया था उनकी निवेश राशि बढ़कर 17.99 करोड़ रुपये हो गई जबकि इसी अवधि के दौरान बेंचमार्क एस एंड पी बीएसई 100 टीआरआई के अनुसार यह 11.83 करोड़ रुपये थे। यानी कि इसने पिछले 35 वर्षों में 180 गुना का रिटर्न दिया।