कौशल विश्वविद्यालय द्वारा कौशल के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा स्वीकृत कोर्सेस से विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध होगा-मुख्य सचिव

जयपुर 30 अप्रैल। मुख्य सचिव श्री डी.बी. गुप्ता ने मंगलवार को राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय द्वारा कौशल के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कौशल व रोजगार को बढ़ावा देने हेतु स्वीकृत कोर्सेस की समीक्षा की। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री निरंजन आर्य भी साथ थे।
मुख्य सचिव ने कौशल विश्वविद्यालय द्वारा स्वीकृत कोर्सेस को वर्तमान समय के अनुरूप बताते हुए कहा कि आने वाले समय में ये क्षेत्र बहुत विकसित होगें व इन कोर्सेस की माँग के साथ इनकी डिग्री लेने वाले विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
श्री गुप्ता ने कहा कि ‘‘ब्यूटी एण्ड वेलनेस‘‘,‘‘एग्रीकल्चर‘‘, ‘‘कम्यूनिकेशन डिजाइन‘‘, ‘‘सिक्यूरिटी एण्ड सर्वेलेंस‘‘ आदि क्षेत्रों में अभी भी रोजगार उपलब्ध है तथा इन क्षेत्रों में प्रारम्भ किये जाने वाले कोर्सेस उपयोगी साबित होंगे।
राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ललित के. पंवार ने बताया कि कौशल के क्षेत्र में स्वीकृत यह विश्वविद्यालय देश का प्रथम विश्वविद्यालय है और इसका प्रथम शैक्षणिक सतर्् जुलाई 2018 से प्रारम्भ हुआ। विश्वविद्यालय ने दिसम्बर 2018 में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित कराई जिसमें 29 सम्बद्ध शिक्षण संस्थाओं के 1048 विद्यार्थी पंजीकृत हुए। वर्तमान में 63 शिक्षण संस्थाओं ने विश्वविद्यालय से सम्बद्धता प्राप्त की है।
डॉ. पंवार ने बताया कि जुलाई 2019 से विश्वविद्यालय का दूसरा शैक्षिणक सत्र प्रारम्भ हो रहा है और इस सत्र से विश्वविद्यालय ने 30 विभिन्न कौशल के क्षेत्र में 118 कोर्सेस तैयार किये हैं जिनके लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज द्वारा पाठ्यक्रम तैयार कराये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ये कोर्सेस वर्तमान और आने वाले समय की आवश्यकता के अनुरूप है जो रोजगार उपलब्ध कराने में पूरी तरह सक्षम होंगे। ऎसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित व डिग्री धारक युवकों की अभी भी बहुत माँग है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्री आर्य ने कहा कि बाड़मेर जिले के पचपदरा कस्बे के निकट राज्य सरकार द्वारा राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय को आवंटित 30 एकड़ जमीन जो रिफाइनरी के नजदीक है को विकसित करके ऎसे कोर्सेस प्रारम्भ किये जाएँगें तो बाड़मेर क्षेत्र के युवकों को रिफाइनरी और अन्य क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध होने लगेगा। बाहर के क्षेत्र से युवकों को लाकर रोजगार देने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय के निदेशक कौशल शिक्षा. प्रो. ए.के. नगावत ने प्रेजेन्टेेशन के माध्यम से 30 मार्च, 2017 से प्रारम्भ इस विश्वविद्यालय की प्रगति यात्रा प्रस्तुत की और हर एक सेक्टर व कोर्स की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर राजस्थान आई.एल.डी. कौशल विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री देवेन्द्र शर्मा व राजस्थान इलैक्ट्रॉनिक्स इन्स्ट्रुमेंट्स लि. (REIL) के महा प्रबंधक श्री राकेश चोपड़ा ने एक एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर कर दोनों संस्थाओं के बेहतर उपयोग कौशल के क्षेत्र में करने का निश्चय किया।
बैठक में आर.एस.एल.डी.सी. के प्रबंध निदेशक एवं संयुक्त सचिव स्किल्स श्री निकया गोहिन ने भी विश्वविद्यालय के नये कोर्सेस को समय के अनुरूप बताया। बैठक में विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक श्री ललित वर्मा आर.एस.एल.डी.सी. के वित्त नियंत्रक श्री सुनील सोनी, विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक पी.एम. त्रिपाठी व डायरेक्टर एस्टेट वी.के. माथुर तथा राजस्थान इलैक्ट्रॉनिक्स इन्स्ट्रुमेन्ट्स लि. (REIL)  के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

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