नई दिल्ली, 7 दिसंबर, 2022- भारत की अग्रणी एयरलाइन और स्टार अलायंस की सदस्य एयर इंडिया ने आज अपने मौजूदा बेड़े को और बढ़ाने के लिए छह एयरबस ए320 नियो नैरो बॉडी एयरक्राफ्ट और छह बोइंग बी777-300 ईआर वाइडबॉडी एयरक्राफ्ट को लीज पर देने की घोषणा की। इन विमानों के 2023 की पहली छमाही में शामिल होने की उम्मीद है और इन्हें एयर इंडिया के लघु, मध्यम और लंबी दूरी के अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर तैनात किया जाएगा। एयर इंडिया ने इस साल की शुरुआत में 30 विमान पट्टे पर लिए थे और अब 12 और विमानों को पट्टे पर लेने का निर्णय किया गया है। पूर्व में जो 30 विमान हासिल किए गए, उनमें 21 एयरबस ए320, 4 एयरबस ए321 और 5 बोइंग बी777-200एलआर वाइडबॉडी विमान शामिल हैं।
एयरबर ए320 नियो को एयरलाइन के घरेलू और लघु-से-मध्यम दूरी के अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर संचालित किया जाएगा। एयर इंडिया के बी777-300 ईआर में फर्स्ट, बिजनेस, प्रीमियम इकोनॉमी और इकोनॉमी का चार वर्ग का कॉन्फिगरेशन होगा और इस विमान का इस्तेमाल भारतीय मेट्रो शहरों को और भी अधिक अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों से जोड़ने के लिए किया जाएगा।
एयरलाइन की आक्रामक विस्तार योजना के तहत हाल ही में 19 ऐसे विमानों को फिर से आसमान की ऊंचाइयों को नापने के लिए उड़ाया गया है, जो लंबे समय से जमीन पर ही खड़े थे। हालांकि एयरलाइन ने नैरो और वाइड बॉडी विमानों को पट्टे पर लेने का निर्णय किया है, फिर भी इसी क्रम में जल्द ही ऐसे 9 और विमानों को उड़ान के लिए भेजा जाएगा, जो लंबे समय से ग्राउंडेड हैं। विस्तार योजना के तहत ही एयर इंडिया ने घरेलू क्षेत्र के प्रमुख शहरों के बीच उड़ानों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई है और भारतीय शहरों और दोहा, सैन फ्रांसिस्को, वैंकूवर और बर्मिंघम जैसे प्रमुख वैश्विक गंतव्यों के बीच सीधी उड़ानों की भी घोषणा की है। इसके अलावा, एयर इंडिया दिल्ली से मिलान, वियना और कोपेनहेगन जैसे प्रमुख यूरोपीय शहरों और मुंबई से न्यूयॉर्क, पेरिस और फ्रैंकफर्ट के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने के लिए तैयार है।
एयर इंडिया के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री कैंपबेल विल्सन ने नए विमानों के पट्टे पर लेने के बारे में जानकारी देते हुए कहा, ”हमारा नेटवर्क बढ़ाना एयर इंडिया की विहान.एआई परिवर्तनकारी यात्रा का एक अनिवार्य हिस्सा है और हम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कनेक्टिविटी और उड़ानों की फ्रीक्वेंसी दोनों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक तरफ हम अपने दीर्घकालिक बेड़े को और विकसित करने की योजना पर काम कर रहे हैं और दूसरी तरफ अतिरिक्त विमानों को पट्टे पर लेने से हमे निकट अवधि की ग्रोथ प्लानिंग करने में आसानी रहेगी।”