जयपुर। योगापीस सन्स्थान के योगाचार्य ढाकाराम सापकोटा ने स्व. मकरे सापकोटा की 104 वीं जयंती पर आयोजित रक्तदान शिविर में कहा कि “मुस्कुराते हुए रक्तदान का विशेष महत्व होता है, यह रक्त एक विशेष सकारात्मक ऊर्जा को भी प्रवाहित करता है”।
रक्तदान शिविर के संयोजक योगी मनीष भाई विजयवर्गीय एवं सह संयोजक आशीष कोठारी ने बताया कि योगा पीस संस्थान तथा एकम योगा केंद्र में अभिभावक एकता संघ राजस्थान, भारतीय जैन संघटना पिंक सिटी, स्वर्गीय श्री विजय राज कोठारी चैरिटेबल ट्रस्ट एवं देने का सुख परिवार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित रक्तदान शिविर में 96 रक्तदाताओं ने योग गुरु ढाकाराम की प्रेरणा से मुस्कुराते हुए रक्तदान किया। जिसे भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल ब्लड बैंक एवं जीवन दाता ब्लड बैंक की टीम ने संग्रहित किया।
शिविर का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा जयपुर मैराथन के आयोजक वरिष्ठ समाजसेवी पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है योग गुरु योगाचार्य ढाकाराम एवं उनके सहयोगियों द्वारा मुस्कुराते हुए रक्तदान करना सभी के लिए प्रेरणादायक है।
अभिभावक एकता संघ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष आध्यात्मिक वक्ता एवं लेखक योगी मनीष भाई ने रक्तदान करते हुए कहा की सेवा का यह अवसर एक विशेष सुकून भरी अनुभूति है। ईश्वर ने हमारे शरीर में रक्त कणिकाएं पुनः निर्मित होने की शक्ति दी है अतः प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह नर सेवा नारायण सेवा के भाव से रक्तदान कर पुण्य समय-समय पर अर्जित करता रहे।
शिविर का शुभारंभ राधिका सापकोटा, वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र सिंह, योग निदेशक योगी मनीष भाई, जयपुर योगा लीग के सचिव अभिनव जोशी, आचार्य मुनींद्र, आचार्य विशाल, योगी ईश्वर सापकोटा, योगी कुकू खंडेलवाल, योगी महेंद्र कुमार शर्मा, योगी अरविंद सेजवान एवं आचार्य भावेश ने दीप प्रज्वलन के साथ किया।
अतिथियों के स्वागत एवं रक्त दाताओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान करने में योगिनी भावना मोरदानी, योगिनी भावना मारू, योगी सोनू, योगिनी अनीता सापकोटा, सत्यम भाई, दिनेश मेहता, अभिभावक एकता संघ के कोऑर्डिनेटर विकास अग्रवाल, विपुल गर्ग एवं हेमंत विजयवर्गीय ने सहयोग प्रदान किया इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार वी.बी. जैन, अखिल भारतीय जैन बैंकर्स फोरम के अध्यक्ष भागचन्द जैन मित्रपुरा, श्रावक सेवा संस्था के संस्थापक अध्यक्ष पंडित महावीर मनु जैन भी सम्मिलित हुए।