“असली जिंदगी के हीरो माता-पिता” – संत दिग्विजय रामजी

पहली बार जयपुर के बिरला मंदिर में हो रही श्रीमद भागवत कथा महोत्सव के तीसरे दिन अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय रामद्वारा चितौड़गढ़ के संत रमता राम महाराज के शिष्य कथा वाचक दिग्विजय रामजी ने श्रोताओं को कहा कि बॉलीवुड के हीरो हीरोइन छोड़ो ये अधिकांशतः बच्चों में कामना और वासना प्रसारित करते हैं, वास्तविक जीवन के हीरो हीरोइन अपने माता-पिता को पकड़ो जो अपनी ममता, प्रेम एवं समर्पण से बच्चों की पालना करते हैं।

भागवत कथा महोत्सव के श्रीमद् समन्वयक आध्यात्मिक वक्ता एवं लेखक योगी मनीष भाई विजयवर्गीय ने बताया कि कथा के तीसरे दिन का मुख्य प्रसंग जड़ भरत संवाद, ध्रुव एवं प्रहलाद चरित्र तथा नर्सिंग अवतार रहा, कथा के आयोजक अखिल भारतीय विजयवर्गीय वैश्य महासभा के मुख्य संरक्षक एवम् पूर्व महासभा अध्यक्ष राकेश कुमार मुन्नी देवी, मुकेश सपना विजयवर्गीय, योग गुरु योगाचार्य ढाकाराम, अंतर्राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा, अंतराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महामंत्री गोपाल गुप्ता, युवा विंग राजस्थान के अध्यक्ष जे.डी. माहेश्वरी, कार्यकारी अध्यक्ष योगी मनीष विजयवर्गीय, समाज सेवी दुर्गा शर्मा, वैदिक वीरांगना दल की अध्यक्षा अनामिका शर्मा सहित आयोजक थली वाला परिवार एवं सैकड़ों धर्म प्रेमियों ने 501 दीपको से भागवत भगवान की सामूहिक महाआरती की।

कंडे बीनने वाली बनी जयपुर की महारानी
कथा के दौरान संत दिग्विजय सिंह महाराज ने यह भी जानकारी दी कि मुहाना में जन्मे रामस्नेही संप्रदाय के परम हंस संत सूरतराम जी महाराज ने एक कंडे चुनने वाली महिला को जयपुर की महारानी बनने की भविष्यवाणी की जिसके 15 दिन बाद ही बह जयपुर महाराजा की जीवन संगनी के रूप में जयपुर की महारानी बनी। कथा के तीसरे दिन हजारों श्रोताओं ने कथा श्रवण का धार्मिक पुण्य अर्जित किया, कल कथा के चौथे दिन नंद उत्सव मनाया जाएगा।

About Manish Mathur