जयपुर, 2 मार्च 2023। हाल ही में राजस्थान के बजट में प्रत्येक क्षेत्र को पर्याप्त रूप से बढ़ावा दिया गया है। व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाया गया है। एमएसएमई, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना आदि जैसी नीतियों को विभिन्न प्रोत्साहन दिए गए हैं। राजस्थान ऐसा पहला राज्य है जिसने एमएसएमई को 3 साल तक बिना किसी मंजूरी के कारोबार शुरू करने की अनुमति दी थी। इसी तरफ एक कदम आगे बढ़ते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि उन्हें 5 साल तक मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। यह बात राजस्थान सरकार की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने आज कही। वे सीआईआई राजस्थान एनुअल सेशन और ‘फ्यूचर अनफोल्डिंग’ पर कॉन्फ्रेंस में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं।
मंत्री शकुंतला रावत ने आगे कहा कि एमएसएमई के लिए 25 लाख रुपये तक की ऋण राशि पर 8% की ब्याज सब्सिडी, 25 लाख से 5 करोड़ तक की ऋण राशि पर 6% और 5 करोड़ से 10 करोड़ तक की ऋण राशि पर 5% की ब्याज सब्सिडी भी दी गई है। इसके अतिरिक्त, महीने के पहले गुरुवार को आयोजित होने वाले वन स्टॉप शॉप से कई लंबित समस्याओं का समाधान हुआ है और इस प्रकार उद्योगपतियों के लिए समय और लागत कम हो रही है और राज्य में व्यापार करने में आसानी हो रही है।
राजस्थान सरकार की मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा ने विशेष संबोधन देते हुए कहा कि विभिन्न भौगोलिक बाधाओं के बावजूद राजस्थान ने सकारात्मकता के साथ लंबी दूरी तय की है। वास्तव में, सीमाएं बड़ी क्षमता प्रदान करती हैं और इसे निवेश के बड़े अवसरों में बदला है। इसका अंदाजा राज्य में सौर और पवन ऊर्जा के व्यापक उपयोग से लगाया जा सकता है। राज्य में पहले से ही 7 एयरपोर्ट्स हैं और जयपुर और उदयपुर में एयर कार्गो विकसित किया जा रहा है। पर्यटन नीति, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना, राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति, हैंडीक्राफ्ट्स पॉलिसी, नई राजस्थान स्टार्टअप पॉलिसी 2022 आदि नीतियों ने निवेश के लिए एक उपयोगी और दूरदर्शी वातावरण तैयार किया है।
राजस्थान राज्य विद्युत प्रसार निगम लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक और राजस्थान सरकार के आरआरईसीएल के चेयरमैन श्री आशुतोष एटी पेडनेकर ने कहा कि राजस्थान देश की दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। जहां तक उद्योग का संबंध है, ऊर्जा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि यह एक बड़ी ‘कॉस्ट इनपुट’ है। राजस्थान देश के उन राज्यों की सूची में सबसे ऊपर है जहां किसान और कृषि क्षेत्र बड़े पैमाने पर ऊर्जा के सौर और नवीकरणीय स्रोतों का उपयोग कर रहे हैं। इन्वेस्ट राजस्थान में नवीकरणीय ऊर्जा में 10.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, राजस्थान सरकार के चेयरपर्सन श्री नवीन महाजन ने पर्यावरण अनुपालन सुनिश्चित करने में एक ‘रेगुलेटर’ की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उद्योग और ‘रेगुलेटर’ के बीच के अंतर को मिटाने के लिए स्वैच्छिक अनुपालन की भूमिका काम आती है। उन्होंने विभिन्न पर्यावरणीय कानूनों के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए स्वैच्छिक प्रतिबद्धताओं की मांग करने के लिए इंडक्शन फर्नेस और रीहीटिंग फर्नेस के लिए बोर्ड की नई अवॉर्ड स्कीम के बारे में भी बताया। महाजन ने जीवन जीने के तरीके के रूप में सस्टेनेबिलिटी को अपनाने और रीसाइक्लिंग जैसी पर्यावरण के अनुकूल प्रैक्टिसिस को बढ़ावा देने के बारे में भी बात की।
इससे पहले अपने स्वागत भाषण में सीआईआई राजस्थान स्टेट काउंसिल के चेयरमैन श्री गौरव रूंगटा ने कॉन्फ्रेंस की थीम पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, ड्रोन, इंडस्ट्री 4.0, सस्टेनेबिलिटी आदि जैसी फ्यूचरिस्टिक प्रैक्टेसिस को अपनाकर उद्योग को भविष्य के लिए तैयार करना है।
इस दौरान सीआईआई राजस्थान स्टेट काउंसिल के वाईस चेयरमैन, श्री अभिनव बांठिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशक, सीआईआई उत्तरी क्षेत्र, श्री प्रशांत एएन और वरिष्ठ निदेशक एवं प्रमुख, राजस्थान सीआईआई, श्री नितिन गुप्ता भी उपस्थित थे।
इसके बाद ‘फ्यूचर ऑफ इंडस्ट्री: मोबिलिटी, इंडस्ट्री 4.0, ईवी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फिनटेक’ पर प्लैनेरी सेशन भी आयोजित किया गया था। मैकेंसी, सीनियर पार्टनर, श्री रॉबर्ट मैथिस; जिंगो ईवी मोबिलिटी प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर और सीईओ, श्री प्रतीक राव; पीडब्ल्यूसी, पार्टनर, श्री नितिन जैन; ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया, प्रेसिडेंट, श्री स्मित शाह ने सेशंस को संबोधित किया।