21 मार्च 2023ः बीएसई पर सूचीबद्ध एनबीएफसी मनीबाॅक्स फाइनैंस लिमिटेड (मनीबाॅक्स) जो छोटे शहरों में लघु उद्यमियों को व्यवसाय के लिए ऋण उपलब्ध कराती है, ने 40 वर्ष पुराने ग्लोबल डेवलपमेन्ट फाइनैंस संस्थान, ओइकोक्रेडिट की भारतीय सब्सिडरी मानवीय डेवलपमेन्ट एण्ड फाइनैंस प्राइवेट लिमिटेड (मानवीय) से रु 20 करोड़ का टर्म लोन जुटाया है। यह संस्थान उन कारोबारों को अपनी सेवाएं प्रदान करता है जो ज़रूरतमंद एवं वंचित लोगों के लिए नौकरियों एवं आय के अवसर उत्पन्न करने में योगदान देते हैं। कंपनी इस धनराशि का उपयोग लघु उद्यमियों को ऋण प्रदान करने के लिए करेगी।
मनीबाॅक्स को 24 ऋणदाताओं का सहयोग प्राप्त है, जिसमें अग्रणी बैंक (स्टेट बैंक आॅफ इंडिया, आईडीएफसी फस्र्ट बैंक, डीसीबी बैंक, एयू एसएफबी) और एनबीएफसी शामिल हैं। कंपनी अब तक तकरीबन रु 400 करोड़ का समग्र ऋण जुटा चुकी है। योजना के साथ इक्विटी जुटाते हुए और ऋण दाताओं एवं को-लेंडिंग साझेदारों से लगातार सहयोग प्राप्त करते हुए कंपनी देश के लघु उद्यमियों के जीवन में बदलाव लाना चाहती है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 24 तक एयूएम को रु 1000 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, जो फरवरी 2023 में रु 290 करोड़ है। कंपनी ने अपनी मौजूदा 56 शाखाओं के नेटवर्क को बढ़ाकर वित्तीय वर्ष 24 तक 100 तक पहुंचाने की योजना भी बनाई है।
दीपक अग्रवाल, सह-संस्थापक, मनीबाॅक्स ने कहा, ‘‘हम मानवीय के प्रति आभारी हैं जिन्होंने हमारे बेहदसफल एवं अनूठे फिजिटल बिज़नेस माॅडल में भरोसा दिखाया। हम न सिर्फ लघु उद्यमियों को पूंजी उपलब्ध कराते हैं बल्कि ऋण सुविधाओं के दायरे से बाहर जाकर उनके विकास को बढ़ावा देने के लिए पूरा सहयोग प्रदान करते हैं। मानवीय से प्राप्त की गई इस ऋण राशि का उपयोग हम वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए करेंगे, इससे हमें 1-10 लाख छोटे बिज़नेस लोन सेगमेन्ट की ऋण संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी। पूरी तरह से डिजिटल प्रक्रिया एवं जोखिम विश्लेषण क्षमता तथा सशक्त एवं बड़े पैमाने के बिज़नेस माॅडल के साथ हम छोटे नगरों में लघु व्यवसायों पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए तैयार हैं।’’
मनीबाॅक्स तीसरे स्तर के शहरों एवं छोटे शहरों में लघु उद्यमियों की ऋण संबंधी ज़रूरतों को पूरा कर वित्तीय समावेशन को बढ़ाव दे रही है। फरवरी 2023 तक रु 471 करोड़ से अधिक के समग्र ऋण वितरण के साथ यह 28,300 से अधिक ऋण लेने वालों के जीवन में बदलाव ला चुकी है, जिनमें से 53 फीसदी महिलाएं और 35 फीसदी नए ऋण लेनेे वाले लोग हैं। कंपनी अपने विभिन्न प्रयासों के माध्यम से ऋण लेने वालों के जीवन में स्थायी एवं सकारात्मक बदलाव लेकर आई है जैसे मवेशियों के लिए ऋण लेने वालों को फ्री वेट कन्सलटेशन सर्विस, इसी तरह जिन किसानों के पास ज़मीनें हैं, उन्हें फल वाले पेड़ उगाने में मदद करना, ताकि उन्हें आय के अतिरिक्त साधन मिल सकें।