जयपुर, 03 मई, 2019ः भारत के निजी क्षेत्र के सबसे भरोसेमंद जीवन बीमाकर्ताओं में से एक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने अपनी काॅर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी पहल के तहत हेल्पिंग हैंड्स जयपुर सोसाइटी को 50 सीटर एक बस दानस्वरूप दी। यह बस भानक्रोता, जयपुर में दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले महत्वाकांक्षी छात्रों को उनके घरों से ले जाना ले आने की सुविधा प्रदान करेगी।
शोध से पता चलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को भौगोलिक रूप से कटे होने के चलते, उनकी सामाजिक व आर्थिक स्थितियों के कारणवश, और सामान्य रूप से निम्न स्तर की परिवहन सुविधाओं के परिणामस्वरूप आवागमन संबंधी गंभीर बाध्यताओं का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के हल के लिए, एसबीआई लाइफ की पहल का उद्देश्य सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों के लिए अंतिम बिंदु तक आवागमन सेवाएं उपलब्ध कराना है। सुदूरवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों के लिए हर रोज स्कूल पहुंचना और अपनी पढ़ाई-लिखाई जारी रख पाना बेहद कठिन हो जाता है।
इस मौके पर मौजूद श्री असीम मिश्रा, क्षेत्रीय निदेशक – जयपुर क्षेत्र, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने हेल्पिंग हैंड्स जयपुर सोसाइटी के निदेशकों, बाॅब और जैनी मैन को गाड़ी की चाबियां सौंपी। इस अवसर पर श्री सत्यनारायण प्रतुरी, क्षेत्रीय प्रबंधक – बैंकेश्योरेंस, एसबीआई लाइफ; श्री शिवाजी वी, क्षेत्रीय प्रबंधक – रिटेल एजेंसी, एसबीआई लाइफ; श्री यजुवेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय एचआर – जयपुर, एसबीआई लाइफ के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
पहल के बारे में बोलते हुए, श्री रवि कृष्णमूर्ति, प्रेसिडेंट – जोन 1, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने कहा, ‘‘एसबीआई लाइफ में, हमारा दृढ़ विश्वास है कि किसी भी समुदाय और दरअसल बृहत्तर समुदाय के विकास में शिक्षा पहला चरण है। शिक्षित युवक न केवल अपनी व्यक्तिगत जिंदगी की गुणवत्ता में बल्कि व्यापक रूप से समाज में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में सक्षम होता है। हमें हेल्पिंग हैंड्स जयपुर सोसायटी द्वारा सहायता का अवसर दिये जाने और उनके साथ इस नेक कार्य में हाथ बंटाने की बेहद खुशी है। उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराकर, इससे न केवल छात्रों को स्वयं के लिए बेहतर भविष्य के निर्माण में मदद मिलेगी, बल्कि वे अपने
आसपास के क्षेत्रों में भी आवश्यक बदलाव लाने में सक्षम हो सकेंगे।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि हमारे प्रयासों से इन छात्रों को लाभ मिलेगा और वे स्कूल में पूरे मन से पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित होंगे।’’
वर्ष 2004 में स्थापित, हेल्पिंग हैंड्स जयपुर सोसायटी विभिन्न समुदायों, विकासात्मक परियोजनाओं से जुड़े पहलुओं जैसे शिक्षा, व्यावसायिक एवं कौशल प्रशिक्षण, वित्तीय साक्षरता एवं अन्य हेतु कार्य करता है। यह स्कूल वर्ष 2005 में स्थापित किया गया और यह लंबी दूरी तय कर चुका है। वर्ष 2018 में इस विद्यालय में 27 बच्चों से लेकर 400 पंजीकरण थे। यह एनजीओ ‘स्लम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट’ और ‘फ्री एजुकेशन प्रोजेक्ट’ चला रहा है।