जयपुर। राजस्थान प्रदेश में निर्मित वस्तुएं बेहद उच्च क्वालिटी कि हैं, मगर निर्माताओं को इसके निर्यात की समुचित जानकारी नहीं होने के कारण वे इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। इसके लिए अब राजस्थान सरकार अपनी औद्योगिक विकास नीति के माध्यम से निर्यातकों को अधिकाधिक लाभाविंत करने की दिशा में प्रयासरत है। यह बात राजस्थान लघु उद्योग विकास निगम व राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन कांउसिल के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने वीकेआई स्थित वर्क्स फॉर आर्टिस्ट फाउण्ड्री में चल रही सात दिवसीय नेशनल सिम्पोजियम के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही।
राजीव अरोड़ा ने कहा कि राजस्थान की औद्योगिक विकास नीति देश की सबसे अच्छी पॉलिसी है। इसके तहत प्रदेश से वस्तुओं के निर्यात के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राजस्थान के एक लाख 35 हजार निर्यातक हैं। खास बात ये है कि पिछले एक साल में 10 हजार नए निर्यातक जुड़े हैं। अरोड़ा ने कहा कि अन्य राज्यों के व्यापारी राजस्थान से वस्तुओं का निर्यातकर मोटा मुनाफा कमा रहे है, यह मुनाफा यहां के उद्योगपतियों को मिले इसके लिए वस्तुओं के स्टोरेज के लिए जयपुर में कंटेनर डिपो बनाया जा रहा है।
राजीव अरोड़ा ने कहा कि जयपुर अपनी स्थापत्थ्य कला के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है, यही कारण है कि मेटल से निर्मित होने वाली कलाकृतियों के बारे में नवोदित कलाकारों को मॉटिवेट करने के लिए देशभर के आर्टिस्ट यहां एकत्रित हुए हैं। इस दौरान वीकेआई इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश सोमानी ने वीकेआई रोड नं.-18 के आकेड़ा डूंगर इलाके की समस्याओं के सबंध में अवगत कराया, जिस पर राजीव अरोड़ा ने आश्वस्त किया कि संबंधित विभागों से उनका प्राथमिकता पर निस्तारण करवाया जाएगा। उद्योग विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर पीआर शर्मा, पदमश्री राजेंद्र टिक्कु व कार्यक्रम संयोजक राजकुमार पंडित ने भी अपने विचार रखे। मंच संचालन ऋषिराज सक्सेना ने किया।