अयोध्या, 30 जून, 2023 : इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) चार्जिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में देश की अग्रणी कंपनियों में से एक, टाटा पावर ने अयोध्या विकास प्राधिकरण के साथ सहयोग किया है। इस सहयोग के अंतर्गत, शहर के विभिन्न सार्वजनिक पार्किंग स्थानों पर ईवी चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित किये जायेंगे। इस रणनीतिक साझेदारी का उद्देश्य अयोध्या जैसे पावन शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी लाना और परिवहन के स्थायी समाधानों को प्रोत्साहित करना है।
इससे सम्बंधित आधिकारिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर अयोध्या में हस्ताक्षर किये गए। इस अवसर पर अयोध्या के प्रमंडल आयुक्त श्री गौरव दयाल, श्री नीतिश कुमार – जिलाधिकारी अयोध्या ,अयोध्या विकास प्राधिकरण के वाइस-चेयरमैन श्री विशाल सिंह, और टाटा पावर के हेड-बिजनेस डेवलपमेंट (ईवी चार्जिंग) श्री वीरेंद्र गोयल सहित कई सम्मानित अधिकारी उपस्थित थे। स्थायी परिवहन को बढ़ावा देने पर मजबूत फोकस के साथ टाटा पावर और अयोध्या विकास प्राधिकरण का ध्यान इस शहर में स्वच्छ ऊर्जा विकल्पों को अपनाने में तेजी लाने पर केन्द्रित है।
इस सहयोग के तहत, टाटा पावर ने आम लोगों के लिए उपलब्ध प्रमुख स्थानों में ईवी चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित करने का प्रस्ताव किया है। इन स्थानों में पार्किंग सूर्य कुंड, गुप्तार घाट, जलकल विभाग के सामने अमानीगंज बहुस्तरीय पार्किंग (एमएलसीपी), अयोध्या रेलवे स्टेशन के निकट कौशेष कुंज एमएलसीपी पार्किंग, अयोध्या के पूर्वी और पश्चिमी किनारों पर टेढ़ी बाज़ार एमएलसीपी पार्किंग, और अयोध्या में कलक्टरेट ऑफिस पार्किंग शामिल हैं। इन स्थानों को रणनीतिक रूप से चुना गया है, ताकि ईवी का प्रयोग करने वालों के लिए सुविधाजनक और सुगम चार्जिंग सुविधायें प्रदान की जा सकें। इससे पूरे शहर में लोगों को ईवी चार्जिंग का निर्बाध अनुभव प्राप्त होगा।
अयोध्या अपने पावन तीर्थ के लिए प्रसिद्ध है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जहाँ दुनिया भर से बड़ी संख्या में दर्शनार्थी और पर्यटक आते हैं। इस दृष्टिकोण से ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण के साथ इस साझेदारी का अपना अलग महत्व है। यह साझेदारी शहर के निवासियों, तीर्थयात्रियों, और पर्यटकों के लिए परिवहन के स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल साधनों का रुख करने के महत्व के बारे में एक प्रभावशाली सन्देश है। इससे इस पावन शहर की पवित्रता को संरक्षित करते हुए एक ज्यादा स्थायी तथा पर्यावरण को लेकर सजग समाज के निर्माण में मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश का नया इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण और गतिशीलता नीति -2022 एक अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने, निवेश को आकर्षित करने और सतत विकास में योगदान करने के लिए तैयार है। इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने, बैटरी निर्माण लागत को कम करने, चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने और रोजगार के अवसर पैदा करने को बढ़ावा देकर, नीति निजी क्षेत्र के निवेश और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में प्रगति के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश को तैनात करती है ।
यह नीति इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी ।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के वाइस-चेयरमैन ने इस सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि, “टाटा पावर और अयोध्या विकास प्राधिकरण के बीच यह साझेदारी हमारी तीर्थ नगरी में परिवहन के स्थायी समाधानों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। सार्वजनिक पार्किंग स्थलों में ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना के द्वारा हम न केवल इलेक्ट्रिक वाहन का प्रयोग करने वालों के लिए सुविधाजनक चार्जिंग की सुलभता प्रदान कर रहे हैं, बल्कि अत्यंत धार्मिक महत्व के इस शहर में पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी वचनबद्धता को भी निभा रहे हैं। टाटा पावर के साथ सहयोग करना अयोध्या शहर को स्वच्छ और हरित स्थान बनाने की हमारी दूरदृष्टि का हिस्सा है। इससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए एक स्थायी भविष्य सुनिश्चित होगा तथा ईवी अपनाने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने की दिशा में राज्य के सर्वांगीण प्रयास को बल मिलेगा।”
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को अपनाने को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। ईवी की खरीद को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार तीन वर्षों के लिए टैक्स तथा रजिस्ट्रेशन शुल्कों में छूट देती है। इसके अलावा, राज्य के भीतर निर्मित ईवी को पाँच वर्षों तक छूट मिलती है, जिससे स्थानीय ईवी विनिर्माताओं के विकास और राज्य की अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलता है। इन कदमों का लक्ष्य उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए ईवी को ज्यादा सस्ता और सुलभ बनाना और ज्यादा स्वच्छ एवं ज्यादा स्थायी परिवहन का रुख करने में तेजी लाना है। ईवी चार्जिंग सुविधाओं की स्थापना करके और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए अनुकूल इकोसिस्टम तैयार करके अयोध्या शहर ईवी को अपनाने में तेजी लाने के उत्तर प्रदेश सरकार के दृष्टिकोण में सक्रिय रूप से योगदान कर रहा है।
टाटा पावर के हेड-बिजनेस डेवलपमेंट (ईवी चार्जिंग), श्री वीरेंद्र गोयल ने कहा कि, “हमारे दृष्टिकोण में बुनियादी सुविधाओं का विकास, तकनीकी नवाचार, और रणनीतिक सहयोग पर व्यापक फोकस शामिल है। हमें अयोध्या जैसे अत्यंत सांस्कृतिक महत्व वाले शहर में अपने प्रयासों का विस्तार करके खुशी हो रही है। अयोध्या विकास प्राधिकरण के साथ अपनी साझेदारी के माध्यम से हम अयोध्या में इलेक्ट्रिक वाहन के उपभोक्ताओं के लिए परेशानीरहित और आसानी से सुलभ चार्जिंग इकोसिस्टम स्थापित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हम अत्याधुनिक तकनीकों में अपने व्यापक अनुभव तथा विशेषज्ञता का लाभ उठाकर शहर के स्थायी परिवहन उद्देश्यों में सहयोग करने और इस शहर एवं राष्ट्र के लिए ज्यादा स्वच्छ और पर्यावरण हितैषी भविष्य की दिशा में रुख करने की गति तेज करने के लिए समर्पित हैं।”
टाटा पावर उत्तर प्रदेश में अभी तक कुल 110 सार्जनिक, अर्द्ध-सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशंस स्थापित कर चुका है। देश में लगभग 60% मार्केट शेयर के साथ सबसे बड़े ईवी चार्जिंग पॉइंट ऑपरेटर के रूप में, टाटा पावर ने ने 40,000 से अधिक होम चार्जर, 4000 से अधिक सार्वजनिक और अर्द्ध-सार्वजनिक चार्जिंग पॉइंट्स, और 250 बस चार्जिंग पॉइंट्स स्थापित किये हैं। कंपनी ने 350 शहरों में चार्जर को ऊर्जा प्रदान की है और देश भर में लगातार अपनी चार्जिंग सेवाओं का विस्तार कर रही है।