नेशनल, 18 जुलाई 2023- होम कम्फर्ट उत्पादों (फोम-आधारित) में अग्रणी और सबसे बड़ी पॉलीयूरेथेन (पीयू) फोम निर्माता कंपनी शीला फोम लिमिटेड (NSE-SFL | BSE-540203 | INE916U01025) ने दो महत्वपूर्ण कारोबारी सौदों की घोषणा की है। इन सौदों के तहत कंपनी ने कर्ल-ऑन एंटरप्राइजेज लिमिटेड (फ्लैगशिप ब्रांड कर्ल-ऑन — मैट्रेस ऑफ इंडिया) में नियंत्रण हिस्सेदारी हासिल कर ली है और भारत के सबसे तेजी से बढ़ते ऑनलाइन फर्नीचर ब्रांड फर्लेंको फर्नीचर (हाउस ऑफ कीराया प्राइवेट लिमिटेड या एचओके द्वारा स्वामित्व और संचालित) में हिस्सेदारी ले ली है।
शीला फोम लिमिटेड (एसएफएल) 2150 करोड़ रुपए के इक्विटी मूल्यांकन पर कर्ल-ऑन एंटरप्राइजेज लिमिटेड (केईएल) में 94.66 प्रतिशत शेयरधारिता प्राप्त कर रहा है (94.66 प्रतिशत अधिग्रहण की लागत लगभग 2035 करोड़ रुपए)। यह अधिग्रहण प्रथागत कार्यशील पूंजी, ऋण और ऋण जैसी वस्तुओं और अन्य समायोजनों, यदि कोई हो, के अधीन होगा। अधिग्रहण पूरा करने की सांकेतिक समय अवधि 30 नवंबर 2023 तक या उससे पहले है।
एसएफएल 857.14 करोड़ रुपए के इक्विटी मूल्यांकन के लिए एचओके-फरलेंको में 35 फीसदी शेयरधारिता में भी निवेश कर रहा है़ (35 फीसदी हिस्सेदारी में निवेश की लागत 300 करोड़ रुपए है)। शेयरधारिता में यह निवेश प्रथागत कार्यशील पूंजी, ऋण और ऋण जैसी वस्तुओं और समायोजन, यदि कोई हो, के अधीन होगा। निवेश पूरा करने की सांकेतिक समयावधि 30 अगस्त 2023 तक या उससे पहले होगी।
कर्ल-ऑन डील शीला फोम को अपने प्रमुख ब्रांड स्लीपवेल की ताकत (निरंतर गुणवत्ता और नवीनता) के साथ प्रमुख उत्पाद श्रेणियों में निर्विवाद अग्रणी स्थिति प्रदान करती है; और साथ ही कंपनी को रबरयुक्त कॉयर में ब्रांड कर्ल-ऑन की ताकत भी हासिल होती है, जिसमें ये दोनों कंपनियां अपने-अपने प्रोडक्ट सेगमेंट में अग्रणी हैं। इस तरह शीला फोम का अब भारत में मेट्रेस के आधुनिक बाजार में लगभग 21 प्रतिशत की संयुक्त बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा हो जाएगा।
शीला फोम उत्तरी और पश्चिमी भारत में अग्रणी है, जबकि केईएल की भारत के दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्र के बाजार में व्यापक हिस्सेदारी है। कर्ल-ऑन एंटरप्राइजेज लिमिटेड (केईएल) के अधिग्रहण से शीला फोम को ग्राहक आधार में विविधता लाने और देशभर में बड़े पैमाने पर अपनी मौजूदगी का विस्तार करने में मदद मिलेगी। दोनों कंपनियों के पास एक कॉम्प्लीमेंट्री डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है – शीला फोम मुख्य रूप से विशेष डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क (जैसे ईबीओ) के माध्यम से कार्य करता है, जबकि केईएल मल्टीपल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क (एमबीओ) में मजबूत है। इस अधिग्रहण के बाद एसएफएल को एक मजबूत वितरण नेटवर्क हासिल होगा और साथ ही कंपनी की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और लागत में बचत होगी। शीला फोम और केईएल के पास कई कॉम्प्लीमेंट्री मैन्यूफेक्चरिंग फेसिलिटी हैं जो संयुक्त इकाई को कम दूरी से ग्राहकों को सेवा देने में मदद करेंगी और इसलिए, लॉजिस्टिक लागत में सुधार होगा और कच्चे माल की खरीद क्षमता में भी सुधार होगा। इस तरह विभिन्न किस्म कामकाज में एकरूपता आएगी और पहले की तुलना में काम अधिक आसान होगा।
फर्लेंको डील से शीला फोम को तेजी से बढ़ते ब्रांडेड फर्नीचर और फर्नीचर किराये के बाजार में प्रवेश करने में मदद मिलेगी, और फर्नीचर बिक्री बाजार में भी अपनी उपस्थिति को और विविधता लाने और सेगमेंट में एक पूर्ण पोर्टफोलियो कंपनी बनने का अवसर मिलेगा। उद्योग के अनुमान के अनुसार, फर्नीचर बाजार 1 लाख करोड़ (ट्रिलियन) रुपए के टीएएम के साथ आकार में शीला फोम के मौजूदा कारोबार से काफी बड़ा है। यह शीला फोम उत्पादों के लिए फर्लेंको की डिजिटल क्षमताओं का लाभ उठाने में भी मदद करेगा और फर्लेंको उत्पादों और सेवाओं के लिए शीला फोम के मजबूत वितरण नेटवर्क का लाभ उठाने में भी इससे सहायता मिलेगी। इस निवेश के बाद फर्लेंको उत्पादों के निर्माण के लिए शीला फोम द्वारा फोम इत्यादि जैसे इनपुट उत्पादों को बेचकर तालमेल बनाने का अवसर भी मिलेगा। शीला फोम और फर्लेंको रिसर्च और डेवलपमेंट जैसी गतिविधियों में सहयोग कर सकते हैं। स्लीपवेल और कर्ल-ऑन एक्सक्लूसिव स्टोर्स पर फर्लेंको फर्नीचर की पेशकश उपलब्ध कराई जा सकती है। दुनिया की सबसे बड़ी फर्नीचर और उपकरणों की नवीनीकरण सुविधाओं के साथ, शीला फोम- फर्लेंको अब फर्नीचर के लिए रिफर्बिशमेंट एज ए सर्विस (आरएएएस) की पेशकश कर सकता है। शीला फोम को फर्लेंको की डिजिटल-फर्स्ट, डायरेक्ट-टू-कस्टमर और ई-कॉमर्स क्षमताओं से भी लाभ होगा; साथ ही फर्लेंको की डिजाइन क्षमताओं का लाभ उठाने का अवसर भी मिलेगा।
शीला फोम लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री राहुल गौतम ने कहा, ‘‘कर्ल-ऑन के एक साथ आने से, शीला फोम आधुनिक मेट्रेस मार्केट में अपनी लीडरशिप की पोजीशन को और मजबूत करेगा। फर्लेंको के निवेश से उसे ब्रांडेड फर्नीचर बाजार में बहुत शानदार तरीके से प्रवेश मिलेगा, और उसके मौजूदा बाजार की तुलना में एक बहुत बड़ा बाजार भी हासिल होेगा। इन दोनों को अपने दायरे में रखते हुए, शीला फोम बदलाव के एक ऐसे बिंदु पर है, जहां इनऑर्गनिक एक्टिविटीज द्वारा बनाए गए अवसर कंपनी के बिजनेस मॉडल को काफी मजबूत करेंगे और ऑर्गनिक ग्रोथ को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। विभिन्न किस्म के प्रोडक्ट, मैन्यूफेक्चरिंग की इंटीग्रेटेड फेसिलिटी, देशभर में मौजूदगी और डिजिटल-फर्स्ट प्ले नए जमाने के ग्राहकों तक पहुंचने में मदद करेंगे। इस तरह शीला फोम परिवार बड़ा और बेहतर हो जाएगा क्योंकि कर्ल-ऑन और फर्लेंको के कर्मचारी और व्यावसायिक भागीदार अपनी भूमिका और जिम्मेदारी जारी रखेंगे और मौजूदा टीम की विशेषज्ञता को बढ़ाने में अपनी ओर से महत्वपूर्ण योगदान देंगे।’’
शीला फोम लिमिटेड का अधिग्रहण और व्यापक बदलाव का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। शीला फोम ने 2003 में ऑस्ट्रेलिया में 5 विनिर्माण संयंत्रों के साथ जॉयस फोम और 2019 में स्पेन में कम्फर्ट टेक्नोलॉजीज का अधिग्रहण किया था। यह इसे नए अधिग्रहणों का लाभ उठाने के लिए बहुत उपयुक्त स्थिति में रखता है।