दिल्ली, 02 अगस्त, 2023 : भारत दुनिया की टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और सशक्त कम्युनिकेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर आधारित सबसे तेज़ी से विकसित होती अर्थव्यव्यवस्था है। उद्योग जगत ने इस अप्रत्याशित विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है और देश में डिजिटल रूपान्तरण को बढ़ावा दे रहा है। जिसके चलते भारत कई तकनीकी उन्नतियों जैसे 5 जी, आईओटी, एआई/एमएल आदि में अग्रणी स्थान पर है।
इस बदलाव का नेतृत्व करने के लिए भारत को कुशल कार्यबल की ज़रूरत है जो भावी आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने में योगदान दे सकें। बदलती ज़रूरतों के अनुसार कार्यबल को कौशल प्रदान करने के महत्व को ध्यान में रखते हुए वी की सीएसआर शाखा वोडाफोन आइडिया ने दिल्ली में इंदिरा गांधी दिल्ली टेकनिकल युनिवर्सिटी फॉर वुमेन में आईओटी सेंटर की स्थापना के लिए टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउन्सिल के साथ साझेदारी की है। यह पहल युवाओं को उद्योग जगत के दायरे से बाहर जाकर इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) पर ध्यान केन्द्रित करते हुए आधुनिक उपकरण एवं तकनीकें उपलब्ध कराएगी।
आईओटी सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स आधुनिक तकनीकों जैसे 5 जी, एआई/एमएल, आईओटी, सुरक्षा एवं निगरानी (सिक्योरिटी एण्ड सर्विलान्स) में व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेगा। सेंटर के व्यापक पाठ्यक्रम युवाओं, खासतौर पर महिलाओं को ज़रूरी ज्ञान एवं व्यवहारिक कौशल प्रदान करेगा, ताकि वे आज के डिजिटल दौर में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
इस पहल के बारे में बात करते हुए पी बालाजी, डायरेक्टर, वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन और चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर, वीआईएल ने कहा, ‘‘दुनिया की टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में से एक और सबसे तेज़ी से विकसित होती अर्थव्यवस्था होने के नाते, भारत विश्वस्तर पर अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के लिए तैयार है। देश का जनसांख्यिकी लाभांश तकनीकी इनोवेशन को बढ़ावा देता है, दुनिया के लिए प्रतिभाशाली पूल का निर्माण कर इसे मैनुफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करता है। देश के युवा इन अवसरों का लाभ उठा सकें, इसके लिए ज़रूरी है कि उन्हें सही कौशल प्रदान किया जाए। भारत आधुनिक तकनीकों जैसे 5 जी, आईओटी, एआई आदि डिजिटलीकरण में अग्रणी है, इसी को ध्यान में रखते हुए हमने भारतीय युवाओं को उचित कौशल के साथ लाभान्वित करने की दिशा में यह कदम बढ़ाया है। इंदिरा गांधी दिल्ली टेकनिकल युनिवर्सिटी फॉर वुमेन में आईओटी सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स की स्थापना के लिए टीएसएससी के साथ साझेदारी करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, यह सेंटर युवाओं कोनई तकनीकों में कौशल प्रदान कर इनोवेशन को बढ़ावा देगाग तथा भारत के डिजिटल रूपान्तरण को और अधिक गति प्रदान करेगा। हमें खुशी है कि हमने समावेशी विकास को सशक्त बनाने के लिए इस सेंटर को खासतौर पर महिलाओं को समर्पित किया है।’
देश में टेलकॉम सेक्टर में कौशल की बढ़ती मांग पर बात करते हुए अरविंद बाली, सीईओ,टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउन्सिल ने कहा, ‘‘टेलीकॉम उद्योग तीव्र गति से विकसित हो रहा है। इन क्षेत्रों में किए जाने वाले हस्तक्षेपों की प्रभाविता कार्यबल पर निर्भर करती है जो बड़े पैमाने पर बुनियादी सेवाओं और सुविधाओं को सपोर्ट कर सकते हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मानना है कि भारत दुनिया को अपने कुशल कार्यबल के निर्यात तथा अन्तर्राष्ट्रीय कारोबारों के स्वागत के लिए तैयार है जो यहां अपने कार्यालय स्थापित कर सकते है। इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए टीएसएससी ने महिलाओं को स्टेम फील्ड में अपस्किल करने हेतु वी फाउन्डेशन के साथ साझेदारी की है। हम महिलाओं को टेकनिकल कौशल विकास के द्वारा आजीविका के बेहतर अवसर प्रदान करना चाहते हैं। इंदिरा गांधी दिल्ली टेकनिकल युनिवर्सिटी फॉर वुमेन में आधुनिक सीओई ब्लेंडेड लर्निंग पर ध्यान केन्द्रित करेगा और विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए पाठ्यक्रमों के माध्यम से आईओटी के व्यवहारिक ऐप्लीकेशन्स प्रदान करेगा। यूज़ केसेज़ को इस तरह से विकसित किया गया है कि वे भारत की चुनौतियों को पहचान आईओटी के द्वारा इनके समाधान में योगदान दे सकें।’
इस साल आईओटी सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स ने ऑनलाईन एवं ऑफलाईन प्रशिक्षण मोड्यूल्स के माध्यम से कुल 300 छात्रों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा है। सेंटर में उपलब्ध प्रोजेक्ट्स में आईओटी ऐप्लीकेशन्स की व्यापक रेंज शामिल होंगी, जैसे जीपीआईओ के इस्तेमाल द्वारा एलईडी ब्लिकिंग, ऑरड्युनो मोड्युल के उपयोग द्वारा साधारण एलईडी प्रोग्रामिंग, सैवन-सेगमेन्ट डिस्प्ले इम्प्लीमेंटेशन, सुरक्षा एवं यातायात प्रबन्धन के लिए बूम बैरियर युनिट तथा विभिन्न सेंसर्स से डेटा विश्लेषण।
अकादमिक और उद्योग के बीच साझेदारी के महत्व पर बातकरते हुए डॉ (श्रीमति) अमिता देव, वाईस चांसलर, इंदिरा गांधी दिल्ली टेकनिकल युनिवर्सिटी फॉर वुमेन, दिल्ली ने कहा, ‘‘इंदिरा गांधी दिल्ली टेकनिकल युनिवर्सिटी को भारत में आधुनिक स्टेम शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए टीएसएससी और वी फाउन्डेशन के साथ साझेदारी करते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। यह साझेदारी अकादमिक एवं उद्योग जगत के बीच के अंतर को दूर करेगी तथा स्टेम फील्ड में महिलाओं को सशक्त बनाएगी। अपने पाठ्यक्रम को उद्योग जगत के अनुकूल बनाकर हम छात्रों को उनके करियर के लिए व्यवहारिक कौशल प्रदान करेंगे। हम लिंग विविधता एवं समावेशन को बढ़ावा देकर महिलाओं को बेहतर अवसर, मार्गदर्शन और व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए तत्पर हैं। एक साथ मिलकर हम स्टेम शिक्षा को बढ़ावा देते हुए युवाओं के उत्कृष्ट करियर एवं सामाजिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त करना चाहते हैं। हम वी फाउन्डेशन और टीएसएससी से मिले सहयोग के लिए उनके आभारी हैं।’
आईओटी सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन और टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउन्सिल के संयुक्त प्रयासों की पुष्टि करता है जो विशेषज्ञता एवं संसाधनों का इस्तेमाल कर तकनीकी इनोवेशन को बढ़ावा देंगे तथा भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए कुशल कार्यबल का निर्माण करेंगे।